महिला सशक्तिकरण के इस युग में महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी कामयाबी के परचे लहराए हैं.शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो जो इससे अछूता रहा हो. इसलिए कार्पोरेट जगत भी इससे अछुता नहीं है. कार्पोरेट क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी दिनोदिन बढ़ती जा रही है. इस क्षेत्र में उनका दबदबा नित्य प्रति बढ़ता ही जा रहा है. करियर में सफलता के आयाम को छूने में अब महिलाओं के समक्ष कोई व्यवधान नहीं है क्योंकि महिलाएं आजकल न केवल स्थापित ब्रांडों में बल्कि स्टार्ट-अप फर्मों में भी सीईओ की भूमिका निभा रही हैं. ऐसी कई महिलाएं हैं जो अपने सपने को सच करने के लिए उसे सफल प्लेटफार्म पर लॉन्च करने की हिम्मत कर रही हैं. इस आर्टिकल में भारत के टॉप 10 स्टार्ट-अप फर्मों की एक सूची संकलित की गयी है जिसका नेतृत्व महिला उद्यमियों द्वारा किया जाता है.
आप चाहे एमबीए कर रहे हों या फिर कोई अन्य डिग्री लेने की कोशिश कर रहे हों,ये महिलाएं निश्चित रूप से आपको अपनी इंटरप्रेन्योरियल स्किल्स बढ़ाने के लिए प्रेरित करेंगी.

इन महिला उद्यमियों का संघर्ष भारत में न सिर्फ अपनी यूनिक वेंचर स्थापित करने की सीख देते हैं बल्कि प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को बैलेंस करने की कला भी सिखाता है.
इन 10 स्टार्ट-अप फर्म्स की मालिक है महिला उद्यमी
1. सबीना चोपड़ा
वेंचर : यात्रा.कॉम
पोजीशन : सह संस्थापक
स्थापना -1 अगस्त 2006
सबिना चोपड़ा ने ईवीपी ऑपरेशंस में अपने 11 साल टूर एंड ट्रैवेल कंपनी यात्रा.कॉम में पूरे कर लिए हैं.उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और जापान एयरलाइंस के साथ अपना करियर शुरू किया.उन्होंने एक जगह यह उल्लेख किया कि जब वह ईबुकर्स (2000 और 2005 के बीच) के साथ काम कर रही थीं तो ऑनलाइन ट्रेवेल बुकिंग तेजी से बढ़ रही थी और वहीं से ऑनलाइन ट्रेवेल के बिजनेस का विचार उनके दिमाग में आया. आज उन्होंने अपने प्रयासों से अपनी टीम के साथ यात्रा.कॉम को भारत के सबसे लोकप्रिय ट्रेवेल पोर्टलों में से एक बना दिया है.
2. सुची मुखर्जी
वेंचर : लिमेरोड.कॉम
पोजीशन : संस्थापक और सीईओ
स्थापना -2012
सुची मुखर्जी ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल लिमेरोड डॉट कॉम की संस्थापक और सीईओ हैं. इसे इन्होने 2012 में स्थापित किया था.उन्होंने लन्दन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करने के बाद ईबे इंक कंपनी और स्काइप गमट्री के साथ काम किया. सुची 39 वर्ष की अवस्था में जब मातृत्व अवकाश पर थीं तभी उनके मन में लिमरोड की स्थापना का विचार आया था.अपने बिजनेस के अलावा वो रंगमंच, चित्रकला और घुड़सवारी आदि का भी शौक रखती हैं.अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन कंपनियों में काम करने का उनका अनुभव ही उनकी ताकत रही है और इससे उन्हें इंडस्ट्री शुरू करने में मदद मिली.
3. ऋचा कार
वेंचर : जीवम.कॉम
पोजीशन : सह संस्थापक और सीईओ
स्थापना - अगस्त 2011 .
ऋचा कार भारत के एक ऑनलाइन लिंग्रिज शॉपिंग पोर्टल, जीवम.कॉम की सीईओ और सह-संस्थापक हैं. उन्होंने एनएमआईएमएस से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और स्पेंसर के साथ कार्य किया. जीवम.कॉम की स्थापना के समय इनकी मुख्य समस्या कंपनी की स्थापना, उसके लिए जगह किराए पर लेना तथा उसका सही समय पर पेमेंट करना आदि से जुड़ी हुई थी. लेकिन इस वेंचर की स्थापना के बाद वह 5 मिलियन विजिटर्स को हासिल करने में सक्षम रहीं. उन्होंने इस कंपनी का नाम जीवम.कॉम इसलिए रखा कि यह उनके चमकते व्यक्तित्व की पहचान बन जाए क्योंकि जीवम एक हिब्रू शब्द है, जिसका अर्थ है चमक या महिमा और में से इसमें उन्होंने अपने को जोड़ा है ताकि यह उनकी पहचान बन जाए.
4. नीरू शर्मा
वेंचर : : Infibeam.com (इन्फिबैम.कॉम)
पोजीशन : कार्पोरेट और बिजनेस डेवेलपमेंट
स्थापना - अगस्त 2011 .
नीरू Infibeam.com में कॉर्पोरेट और बिजनेस डेवलपमेंट हेड हैं. यह वेंचर 100 लाख से अधिक स्टॉक कीपिंग यूनिट (एसकेयू) वाले प्रमुख ईकॉमर्स पोर्टलों में से एक है. उन्होंने कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और उसके बाद कॉर्पोरेट डेवेलपमेंट और मीडिया रीटेल प्रोफ़ाइल पर अमेज़ॅन के साथ काम किया. इतना ही नहीं उन्होंने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में 5 साल तक काम किया.हाल ही में उन्होंने अल्काटेल इंडिया के आर एंड डी प्रोजेक्ट में प्रोडक्ट मैनेजर के रूप में भारत, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के प्रमुख टेलिकॉम पार्टनर्स का नेतृत्व किया. इन्होने अपने व्यापक अनुभव के आधार पर इन्फिबैम .कॉम की स्थापना की.
5. फाल्गुनी नय्यर
वेंचर : Nykaa ( न्याका )
पोजीशन : सीईओ
स्थापना - 2012
उन्होंने आईआईएम, अहमदाबाद से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है और 19 साल तक एक इन्वेस्टमेंट बैंकर तथा ब्रोकर के रूप में कोटक महिंद्रा समूह के साथ काम किया और बाद में कई अन्य पोस्ट पर काम करते हुए अंततः कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर बन गयीं. 2012 के अंत में उन्होंने निजी निवेशकों से वित्त पोषण में 20 करोड़ रुपये जुटाने के बाद न्याका लॉन्च किया. उन्होंने यूनिलीवर, पी एंड जी, लॉरियल, बेयर्सडोर्फ, जॉनसन और जॉनसन इत्यादि जैसे दुनिया के टॉप कम्पनियों के साथ टाई अप करने की कोशिश की. इस दौरान कई प्रसिद्ध इंटरप्रेन्योर से मिलने के बाद फाल्गुनी को स्वयं का वेंचर बनाने की प्रेरणा मिली. उन्होंने अपने इस वेंचर का नाम न्याका नाम दिया.न्याका शब्द की उत्पत्ति हिंदी शब्द नायक से हुई है.
6. JAYA JHA
वेंचर : पोथी.कॉम
पोजीशन : सह संस्थापक
स्थापना - 2012
जया झा दो पुस्तक संबंधित वेंचर, InstaScribe और Pothi.com की सह-संस्थापक हैं. इनके पास सॉफ़्टवेयर, इंटरनेट और स्टार्टअप क्षेत्र का 8 से अधिक वर्षों का अनुभव है. जया स्वयं भी एक अच्छी लेखिका हैं.इन्होने तीन कविता संग्रह और एक उपन्यास की भी रचना की है. जया ने आईआईएम लखनऊ से मार्केटिंग और स्ट्रेटेजी में एमबीए तथा आईआईटी कानपुर से सीएसएंडई में बीटेक किया है. उनका वेंचर Pothi.com भारत का अग्रणी प्रिंट-ऑन-डिमांड प्लेटफॉर्म है जहां लेखक अपनी पुस्तकें मुद्रित और प्रकाशित कर सकते हैं, जबकि InstaScribe एक ऐसा मंच है जहां लेखक विभिन्न प्रारूपों में ईबुक बना सकते हैं.
7. राधिका घई अग्रवाल
वेंचर : ShopClues.com (शॉपक्लूज.कॉम
पोजीशन : सह संस्थापक और सीएमओ
स्थापना – 2011
एलेक्सा रेटिंग्स द्वारा अग्रणी ई-कॉमर्स वेबसाइट में से एक के रूप में रैंक किया गया, ShopClues.com भारत की सबसे अच्छी ई-कॉमर्स वेबसाइट है. राधिका के पास रीटेल, ईकॉमर्स, फैशन और लाइफस्टाइल, विज्ञापन और जनसंपर्क (पब्लिक रिलेशन) जैसे विभिन्न इंडस्ट्री में मार्केटिंग का साढ़े दस साल से अधिक का अनुभव है. अपने इस अनुभव के आधार पर उन्होंने शॉपक्लूस.कॉम की सह-स्थापना की. इस
ई-कॉमर्स वेबसाइट की स्थापना 2011 में सिलिकॉन वैली में की गयी और यह वर्तमान में पूरी तरह मैनेज्ड भारत की पहली और सबसे बड़ी वेबसाइट है. इसकी स्थापना से पूर्व राधिका ने नॉर्डस्ट्रॉम के कॉर्पोरेट हेडक्वाटर में स्ट्रेटेजी प्लानिंग के फील्ड में काम किया. इसके अतिरिक्त उन्होंने न्यूयॉर्क और अमेरीका के मेनलो पार्क में अपने वेल्थ मैनेजमेंट ग्रुप में गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया.उन्होंने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन में एमबीए किया है.
8. सैरी चहल
वेंचर : SHEROES.in
पोजीशन : संस्थापक
शेरोस करियर सक्सेस तथा इंडिविजुअल वर्क लाइफ फिट के लिए प्रतिबद्ध महिला प्रोफेशनल के लिए एक करियर डेस्टिनेशन है. इस वेंचर की स्थापना सीरियल इंटरप्रेन्योर और फ्लेक्सिमोम्स की सह-संस्थापक सैरी चहल द्वारा की गयी थी. वह अपनी एक सात वर्षीय बेटी की सलाहकार और मां भी हैं. कार्टियर महिला पुरस्कार 2012 (जिसमें ह्वाट वुमेन वांट्स,यंग टर्क्स पायनियरिंग स्पिरिट जैसे कार्यक्रमों पर प्रदर्शित किया गया था) की फाइनलिस्ट थीं तथा इन्हें भारतीय बिजनेस में 2012 की सबसे शक्तिशाली महिला के रूप में चुना गया था. सैरी चहल ने न्यूजलिंक सर्विसेज में सीनियर एडिटर के रूप में कार्य किया. इसके अतिरिक्त उन्होंने कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री और हेड्रिक एंड स्ट्रगलल्स के कंसल्टेंट के रूप में भी कार्य किया. वो वर्कप्लेस पर महिलाओं के लिए व्यापक अवसर और रिसोर्सेज जुटाने के साथ साथ उनके साथ परस्पर बात चित करते हुए अपने वेंचर Sheroes.in को बहुत उंचाई तक ले गयीं.
9. श्रद्धा शर्मा
वेंचर : yourstory.com Media Pvt Ltd
पोजीशन : संस्थापक,सीईओ,चीफ एडिटर
स्थापना – 2008
बिहार की पटना में जन्मी और पली बढ़ी श्रद्धा YourStory.com की संस्थापक हैं.
यह इंटरप्रेन्योर्स के लिए भारत का मीडिया टेक्नोलॉजी मंच है, जो भारत के इंटरप्रेन्योरियल इकोसिस्टम के कंपेन को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. श्रद्धा ने पहले टाइम्स ऑफ इंडिया और सीएनबीसी टीवी 18 के साथ काम किया. उस समय काम के दौरान उन्होंने ऐसा अनुभव किया कि यंग इंटरप्रेन्योर्स को अपनी बाते कहने के लिए तथा उनकी चीजों के विषय में सुनने के लिए कोई ऐसा मंच नहीं था जहाँ वे अपनी बाते कह सके. उन्होंने उसी दौरान एक रत अखबारों और टीवी चैनलों के साथ किये गए अपने अनुभव के आधार पर अपने सभी प्रोफेशनल अनुभव से तजुर्बा लेकर एक एक ब्लॉग के रूप में YourStory.com की शुरुआत की.आज तक YourStory.com ने इंटरप्रेन्योर्स,इन्नोवेटर्स और चेंजमेकर्स की लगभग 41,000 से अधिक कहानियों को प्रकाशित किया है और देश भर में विभिन्न सम्मेलनों और बैठकों के माध्यम से 50,000 से अधिक इंटरप्रेन्योर्स को बिजनेस नेटवर्किंग के अवसर प्रदान किए हैं.
10. शुभ्रा चड्ढा
वेंचर : चम्बक
पोजीशन : सह संस्थापक
स्थापना – 2010
विवेक प्रभाकर के साथ मिलकर शुभ्रा चड्डा ने चम्बक की स्थापना की. यह इंडियन ड्रेस, होम और एक्सेसरी के समान ऑनलाइन बेचने का कार्य करती है. शुभ्रा चड्डा ने यह बताया था कि चम्बक की स्थापना के लिए उन्हें अपना घर तक बेचना पड़ा था.बहु ब्रांड आउटलेट में स्टॉक किए गए स्मृति चिन्हों के साथ चम्बक की शुरुआत की गयी. जल्द ही यह पूरे देश भर में एक एक व्यापार फैलाने वाले स्टोर के रूप में बदल गया. पूरे भारत में आज इसके 100 केटेगरी के कुल 120 स्टोर्स हैं.