UP Board, CBSE तथा अन्य बोर्ड के एग्जाम शुरू होने में कुछ ही समय बाकि है| तथा जस कारण छात्रों में तनाव और पढाई को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है| छात्रों की मुख्य समस्या यह है कि जब वह पढ़ने बैठते हैं तो कभी किसी टॉपिक को समझने में दिक्कत आती है तो कभी पढ़कर भूल जाते हैं या कभी पढ़ाई में मन नहीं लगता है.........और इतना ही नहीं छात्रों की एक ये भी समस्या होती है कि वह परीक्षा में लिखकर तो आते हैं, लेकिन नंबर उन्हें कम प्राप्त होते हैं, जिस कारण कभी-कभी छात्र तनाव में भी आ जाते हैं|
तो आखिर क्या करें छात्र?????...............जिससे की वह सहजता के साथ पढ़ाई कर सके और अच्छे अंक प्राप्त कर सकें। इसके लिए आज हम आपको कुछ खास टेक्निक्स बतायेंगे जो पढ़ाई करने में आपके लिए काफी मददगार साबित होगा| तो आइये जानते हैं कि उन टेक्निक्स को हम अपने दिनचर्या में किस प्रकार अपना कर सफल हो सकते हैं|
(1) जब भी पढ़ाई करें हर 40 से 50 मिनट के बाद एक ब्रेक जरूर लें। कई बार लगातार पढ़ने के कारण हमारा दिमाग थक जाता है और उसके बाद हम कुछ भी पढ़े समझ नहीं आता तथा समय ख़राब होता है| ऐसे समय में खुद को कुछ देर का ब्रेक दें| आप चाहें तो ब्रेक के समय थोड़ा रेस्ट करें या थोड़ी देर पढ़ाई से ध्यान हटा कर अन्य गतिविधियों पर ध्यान दें|
आत्मविश्वास बढ़ाने के 5 आसान तरीके
(2) पढ़ाई करते समय जो भी पॉइंट्स आपको महत्वपूर्ण लगते हैं, उनके नोट्स बनाएँ, हाईलाइटर से उन्हे हाईलाइट करें, उनके चित्र बनाएँ, चार्ट्स भी बना सकते है। किसी भी टॉपिक को समझने के लिए आसान से आसान तरीका अपनाएं जो आपको समझ आए| चाहे चित्र बना कर समझना हो या फ्लो चार्ट के ज़रिए या दैनिक जीवन से जुड़े कुछ उदाहरण की मदद से स्पष्टा आए|
- हमारा मस्तिष्क कठिन चीजों को नहीं समझ पाता हैं इसलिए हमें कठिन उत्तरों को पहले सरल करना चाहिए। इसके लिए आप अपने अभिभावक, दोस्त या शिक्षक से भी मदद ले सकते हैं|
(3) जिस समय आप सबसे ज्यादा फ्रेश फील करते हैं उस समय का सही सदुपयोग कठिन चीजों को समझने में दें। जितनी देर आपने पढ़ाई की है उसका कुछ समय एक निश्चित अन्तराल के बाद रिवीजन के लिए दें क्यूंकि रिवीजन आपके लिए बहुत ज़रूरी है|
- जैसे की यदि आपने सुबह 60 मिनट पढ़ाई की है तो शाम को 10 मिनट का रिवीजन उस टॉपिक पर ज़रूर करें| रिवीजन में आप महत्वपूर्ण बिंदूओं को दोबारा पढ़ सकते है। कुछ प्रश्नों को हल करके देख सकते है। खुद को ही वह टॉपिक फिर से समझा सकते है। इस प्रकार का रिवीजन आपकी मेमोरी में स्टेसबिलिटी लाएगा।
(4) जब कभी भी पढ़ने का मन ना हो तो लिखने का अभ्यास करें, नोट्स बनाएँ, रिविजन करें, चार्ट्स बनाएँ, किसी भी टॉपिक का टेस्ट लें या फिर अपने बचें हुए काम को पूरा करें। कहने का मतलब यह है कि यदि आपका मूड नहीं भी है पढ़ने का और आप यदि खुद को इन कामों में busy रखेंगे तो थोड़ी देर बाद आपको पता भी नहीं होगा की आपका मन पढ़ाई में लग चुका है|
(5) किसी भी कठिन चीज को सरल करने का सबसे सही तरीका है कठिन विषयों को दूसरो को पढ़ाना इससे हमारे आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती हैं और हमें और कहाँ मेहनत करनी है ठीक तरीके से समझ आ जाता है| आप चाहें तो इसके अलावा दोस्तों के साथ ग्रुप डिस्कशन में भी भाग ले सकते हैं|
(6) पर्याप्त नींद लेना भी आपके लिए अति आवश्यक है| तो कोशिश करें की अपने पढ़ने का टाइम टेबल कुछ इस प्रकार रखें की उससे आपके स्वास्थ पर कोई प्रभाव न पड़े|
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