प्रत्येक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय की तरह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने भी जियोइनफार्मेटिक्स के नाम से एक नया परास्नातक पाठ्यक्रम जारी किया है.
यह विषय हमारे दैनिक जीवन की क्रियायों से जुड़ा हुआ होगा. इस पाठ्यक्रम को आईआईटी, आईआईआईटी, इसरो, डीआरडीओ, सी-डैक और पूरे भारत के कई अन्य विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया है.
इग्नू के स्कूल ऑफ साइंस की एसोसिएट प्रोफेसर मीनल मिश्रा ने कहा इस पाठ्यक्रम को इग्नू ने इस लिए जोड़ा है, क्योंकि यह अब स्कूलों में पढ़ाया जाता है. इस कदम को शिक्षकों को विषय के लिए तैयार करने का एक कदम माना जा रहा है.
इस विषय में प्रैक्टिकल एवं थ्योरी दोनों का भाग होगा. इसमें रिमोट सेंसिंग, भौगोलिक जानकारी, जीपीएस सिस्टम, डिडिटल इमेज प्रोसेसिंग और कार्टग्राफी के बारे में पढ़ाया जाएगा.अभ्यर्थियों को इस पाठ्यक्रम की पढ़ाई करने के बाद कृषि, पर्यावरण प्रबंधन, ग्रामीण विकास, ई-गर्वनेंस और सोशल साइंस के बारे में पढ़ाया जाएगा.
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