नए पर्सेंटाइल फार्मूले पर आधारित वर्ष 2014 की कट ऑफ जारी होने के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के छात्रों को राज्य द्वारा संचालित निजी कॉलेजों में प्रवेश लेने को विवश होना पड़ रहा है.
इस वर्ष राजस्थान बोर्ड में बड़ी संख्या में छात्रों के सम्मिलित होने के कारण इसका असर राजस्थान विश्वविद्यालय के चार कॉलेजों द्वारा जारी की गई कट ऑफ पर भी दिखा है, यद्यपि सीबीएसई के छात्र इस कट ऑफ में पिछड़ते नजर आए हैं. इसी कारण अधिकांश सीबीएसई छात्रों को निजी कॉलेजो और निजी विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है. एडमिशन की मौजूदा स्थिति के कारण जयपुर के छात्र 55 स्कूल और राज्य द्वारा संचालित सीमित कॉलेज होने के कारण चिंतित हैं.
सीबीएसई बोर्ड से 12वीं की परीक्षा पास करने वाले कई छात्रों ने कहा कि राज्य बोर्ड से 12वीं की परीक्षा पास करने वाले छात्र नए नियमों के कारण उनसे 10 प्रतिशत तक अंक कम होने पर भी प्रवेश पा जा रहे हैं, जबकि एक ही राज्य से होने के बाद बी सिर्फ सीबीएसई बोर्ड का छात्र होने के कारम उन्हें इसका भारी नुकसान हो रहा है.
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