विज्ञापन के समाज पर पडने वाले प्रभाव, विषय पर प्रबंधन की पढाई कर रहे स्टूडेंट्स से उनके व्यूज जानने के लिए परिचर्चा हुई। स्टूडेंट्स की निगाह में विज्ञापन कितना लाभप्रद है और समाज को इससे क्या फायदे हैं। पेश है स्टूडेंट्स से हुई वार्ता के प्रमुख अंश..
विज्ञापन हर ताले की कुंजी
विज्ञापन आज शिक्षा, चिकित्सा तथा घरेलू जरूरतों को पूरा करने के साथ यूथ के लिए रोजगार संबंधी जानकारी प्रोवाइड कराने का सशक्त माध्यम बन चुका है। प्रत्येक वर्ग में नई सोच डेवेलप करने में विज्ञापन का महत्वपूर्ण योगदान है। विज्ञापन ने लोगों की जीवन शली बदल कर रख दी है। बिना विज्ञापन के आज समाज अधूरा है। पल्स पोलियो अभियान से लेकर रोजगार देने के अभियान में विज्ञापन का अहम योगदान अविस्मरणीय है। विज्ञापन समाज के लिए ज्ञान की वह कुंजी है जिसके द्वारा हमारे मन के सारे सवाल के ताले खुल जाते हैं।
निगेटिव प्वाइंट पर जरूर दें ध्यान
विज्ञापन ने समाज के हर पहलू को छुआ है। नई-नई वस्तुओं की जानकारी हमें इस विधा के माध्यम से आसानी से मिलती रहती है। आज समाज पर विज्ञापन का इतना प्रभाव है कि बच्चे वस्तु खरीदने के लिए अभिभावकों को सोचने पर मजबूर कर देते हैं। विज्ञापन का एक निगेटिव प्वाइंट भी है जिस पर सभी को ध्यान देना चाहिए। विज्ञापन देखने या पढने के बाद उसकी जानकारी जरूर कर लें कि कहीं कोई प्रलोभन देकर ठग तो नही रहा है। सरकार को एक ऐसी नीति बनानी चाहिए जिससे विज्ञापनदाता गलत विज्ञापन देने से डरें।
छलने से बचने के लिए करें पडताल
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। एक अच्छा और एक बुरा। जहां विज्ञापन ने समाज को एक अच्छा स्वरूप दिया है, ठीक उसी तरह बहुत से ऐसे विज्ञापन होते हैं जिन्हें देखकर लोग आक्रामक और आक्रोश में आकर धर्य खो देते हैं। विज्ञापन अमृत का कार्य तो करता है लेकिन कभी-कभी समाज को बुरी तरह से प्रभावित भी करता है। इसलिए धैर्य और संयम के साथ विज्ञापन की पडताल जरूर कर लें। ऐसा करने से आप कभी भी छले नहीं जाएंगे।
जेआरसी टीम
Comments
All Comments (0)
Join the conversation