केंद्रीय रक्षा, वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों के मंत्री अरुण जेटली ने 24 मार्च 2017 को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में भारतीय नौसेना को निम्नलिखित तीन नौसेना प्रणालियां सौंपीं.
• यूएसएचयूएस–।। पनडुब्बी सोनार
• हल माउंटेड सोनार एर्रे के लिए डायरेक्टिंग गियर
• आरएलजी आधारित इनर्शल नेविगेशन सिस्टम फॉर शिप एप्लिकेशंस (आईएनएस– एसए)
ये सभी नौसेना प्रणालियों को रक्षा अनुसंधन एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा स्वदेश में विकसित किया गया था और इन्हें नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा को सौंपा गया.
इस अवसर पर, अरुण जेटली ने डीआरडीओ द्वारा विकसित दो अन्य उत्पादों को भी जारी किया, इनके नाम हैं– आईपी आधारित सिक्योर फोन और गैलियम नाईट्राइड टेक्नोलॉजी.
यूएसएचयूएस–।। पनडुब्बी सोनार की विशेषताएं:
• इस अत्याधुनिक पनडुब्बी सोनार सूट को रक्षा अनुसंधन एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया था.
• USHUS-II बहु–सेंसरों वाला अत्यधिक विकसित संकलन है.
• सूट में लगे सोनारों में पैसिव सोनार, एक्टिव सोनार, इंटरसेप्ट सोनार, ऑब्सटकल एवॉयडेंस सोनार और अंडरवाटर टेलिफोनी शामिल है.
हल माउंटेड सोनार एर्रे के लिए डायरेक्टिंग गियर की विशेषताएं:
• डायरेक्टिंग गियर एक इलेक्ट्रो– मैकनिकल सिस्टम है जो हलमाउंटेड शिप सोनार सिस्टम्स के ट्रांसड्यूसर एर्रे की मदद करता है.
• बंदरगाह और समुद्र में अपने स्थान पर ध्वनिक अंशांकन हेतु यह सोनार प्रणालियों को नियंत्रित गति से घूमाता है.
आरएलजी आधारित इनर्शल नेविगेशन सिस्टम फॉर शिप एप्लिकेशंस (आईएनएस– एसए) की विशेषताएं:
• इनर्शल नेविगेशन सिस्टम (आईएनएस) स्वदेशी रिंग लेजर गायरोस्कोप्स (आरएलजी) पर आधारित हैं.
• इसमें उच्च गति वाले प्रोसेसर, बहु– नक्षत्र सैट नैव रीसिवर, शिप स्पेसिफिक इंटरफेस और नए एल्गोरिद्म की सुविधाएं हैं.
• यह जहाज की स्थिति के निर्देशांक पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है और एक जहाज को उसके गंतव्य की ओर सही तरीके से बढ़ने का निर्देश देता है.
सिक्योर आईपी फोन की विशेषताएं:
• सिक्योर आईपी फोन में विश्वसनीय हार्डवेयर प्लैटफॉर्म पर स्वदेशी एन्क्रिप्शन एल्गोरिद्म का प्रयोग किया गया है.
• यह सैन्य बलों के रणनीतिक और सामरिक योजनाओं के ध्वनि एवं डाटा संचार हेतु उच्च स्तर की गोपनीयता प्रदान करता है.
गैलियम नाइट्राइड तकनीक की विशेषताएं:
• भविष्य की यह तकनीक एमएमआईसी एप्लीकेशंस के लिए अत्याधुनिक सामग्री के रुप में उभरी है.
• यह हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस के लिए अगली पीढ़ी के रडारों, अन्वेषकों और संचार प्रणालियों के विकास में काफी मदद करेगा.
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