इथियोपिया में प्रधानमंत्री अबी अहमद ने पांच साल के दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली है. इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद ने पांच साल के दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ऐसे समय में ली है जब देश करीब एक साल से संघर्ष से जूझ रहा है.
अहमद की प्रॉस्पेरिटी पार्टी को इस साल की शुरुआत में संसदीय चुनावों में विजयी घोषित किया गया था. विपक्षी दलों ने मतदान का बहिष्कार किया था लेकिन कुछ बाहरी चुनाव पर्यवेक्षकों ने इसे सही बताया था.
टिगरे क्षेत्र में हिंसा
पड़ोसी देश एरिट्रिया के साथ संबंधों को बहाल करने तथा राजनीतिक सुधार लाने 2019 का नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाले प्रधानमंत्री अबीय अहमद के सामने अब टिगरे क्षेत्र में हिंसा की स्थिति से निपटने की बड़ी चुनौती है जो देश के दूसरे हिस्सों में भी फैलती जा रही है.
देश में जातीय हिंसा जारी
देश में जातीय हिंसा जारी है और निगरानी संस्थाओं ने चेतावनी दी है कि दमनकारी सरकारी प्रक्रियाएं फिर से प्रभाव में आ रही हैं. पिछले 11 महीने से जारी हिंसा से इथियोपिया की अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है.
सहयोगी बलों से संघर्ष
टिगरे में इथियोपियाई और सहयोगी बलों से संघर्ष कर रहे लड़ाकों की मदद करने के आरोप में इथियोपिया ने पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र के सात अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया था. इसके बाद पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने इथियोपियाई सरकार की निंदा की थी.
अबी अहमद: एक नजर में
अबी अहमद का जन्म 15 अगस्त 1976 में हुआ था. अबी अहमद शांति के लिए नोबेल पुरस्कार पाने वाले 100वें शख्स/संस्था हैं. अबी अहमद को इथोपिया का 'नेल्सन मंडेला' भी कहा जाता है. इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को साल 2019 में शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था. यह पुरस्कार उनके देश के चिर शत्रु इरिट्रिया के साथ संघर्ष को सुलझाने के लिए दिया गया.
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