भारतीय मूल की किशोरी इन्द्राणी दास ने 16 मार्च 2017 को अमेरिका का सर्वोच्च विज्ञान पुरस्कार “रीजेनेरन साइंस टैलेंट सर्च” ख़िताब जीता. यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष विज्ञान के क्षेत्र में शोध करने पर दिया जाता है.
वर्ष 2017 के लिए दिमागी चोट और बीमारी के इलाज से जुड़े शोध हेतु दिए गये 'रीजेनेरन साइंस टैलेंट सर्च' में भारतीय मूल की अमेरिकी किशोरी इंद्राणी दास को इस पुरस्कार हेतु चयनित किया गया.
उन्हें पुरस्कार स्वरुप 2.50 लाख डॉलर (लगभग 1.64 करोड़ रुपये) का प्रथम पुरस्कार मिला. इसके अतिरिक्त भारतीय मूल के ही अर्जुन रमानी और अर्चना वर्मा को क्रमश: तीसरा और पांचवां स्थान प्राप्त हुआ. उन्हें पुरस्कार स्वरुप 1.50 लाख डॉलर (लगभग 98 लाख रुपये) तथा 90,000 डॉलर (लगभग 59 लाख रुपये) प्राप्त हुए.
इस प्रतियोगिता में भारतीय मूल के ही प्रतीक नायडू तथा वृंदा मदन को क्रमश: सातवां और नौवां स्थान मिला. प्रतियोगिता की अंतिम सूची में स्थान प्राप्त करने वाले 40 बच्चों में आठ भारतीय मूल के बच्चे शामिल थे. इस प्रतियोगिता में 1,700 से अधिक बच्चों ने भाग लिया था.
रीजेनेरन साइंस टैलेंट सर्च
• यह पुरस्कार अमेरिका के सबसे प्राचीन विज्ञान पुरस्कार के रूप में जाना जाता है.
• इसे विज्ञान के क्षेत्र में जूनियर नोबेल कहा जाता है.
• इसे सोसाइटी फॉर साइंस एंड द पब्लिक (एसएसपी) द्वारा प्रदान किया जाता है.
• इसकी शुरुआत 1942 में हुई थी. उस समय इसकी प्रायोजक वेस्टिंगहाउस कंपनी थी.
• वर्ष 1998 से 2016 तक प्रतिष्ठित कंपनी इंटेल इसकी प्रायोजक रही.
• वर्ष 2017 में मेडिकल कंपनी रीजेनेरन इसकी प्रायोजक बनी.
• इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले बच्चों में से 12 बच्चे आगे चलकर नोबेल पुरस्कार जीत चुके हैं.
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