झारखंड सरकार आदिम जनजातीय समूहों के लिए अलग सेल बनाएगी

Aug 2, 2016, 13:16 IST

इसका उद्देश्य विभिन्न योजनाओं के तहत समूहों को दिए जाने वाले लाभों की निगरानी करना है. इस सेल में एक सलाहकार और एक सहायक रखे जाएंगे.

जुलाई 2016 में झारखंड सरकार ने कल्याण विभाग में आदिम जनजातीय समूहों (पीटीजी) के लिए अलग सेल बनाने का फैसला किया. इसका उद्देश्य विभिन्न योजनाओं के तहत समूहों को दिए जाने वाले लाभों की निगरानी करना है.

इस सेल में एक सलाहकार और एक सहायक रखे जाएंगे.

राज्यों की योजनाओं के अलावा केंद्र सरकार पीटीजी के कल्याण के लिए धन प्रदान करती है.

राज्य में करीब 3 लाख लोग हैं जो पीटीजी से संबंधित हैं.

आदिम जनजाती समूह (पीटीजी):

विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) ( पहले इसे आदिम जनजातीय समूह कहा जाता था) भारत सरकार द्वारा किया गया वर्गीकरण है जिसका उद्देश्य विशेष न्यून विकास सूचकांकों वाले कुछ खास समुदायों की स्थितियों में सुधार करना.

वर्ष 2006 में भारत सरकार ने "आदिम जनजाती समूह" का नाम "विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह" करने का प्रस्ताव दिया था. तब से भारत सरकार द्वारा पीटीजी का नाम बदल कर विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह रख दिया गया.

इसकी पहचान कैसे हुई और यह कब हुआ?

धेबर आयोग  (1960-1961) ने कहा था कि अनुसूचित जनजातियों के बीच विकास दर में असमानता है. चौथी पंचवर्षीय योजना के दौरान अनुसूचित जनजातियों के भीतर एक उप–श्रेणी बनाई गई ताकि उन समूहों की पहचान की जा सके जो विकास के सबसे निम्न स्तर पर हैं.

इसका गठन धेबर आयोग की रिपोर्ट और अन्य अध्ययनों के आधार पर किया गया था. इस उप–श्रेणी को " आदिम जनजाती समूह" नाम दिया गया था.

इस प्रकार के समूह की विशेषताओं में – जीवन के लिए कृषि– पूर्व प्रणाली यानि शिकार और सभी की प्रथा, शून्य या नकारात्मक जनसंख्या वृद्धि, अन्य जनजाती समूहों की तुलना में बेहद कम साक्षरता स्तर, शामिल है.

फिलहाल भारत में आदिम जनजाती समूहके 75 समुदाय हैं. झारखंड (बिहार समेत) में पाए जाने वाले पीटीजी हैं– असुरस, बिरहोर, बिरजिया, हिल खारिया, कोरवास, माल पहारिया, पारहियास, सौरिया पहारिया और सेवर.

इससे पहले जून 2016 में राज्य सरकार ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आदिम जनजाती समूहों (पीटीजी) को दो फीसदी आरक्षण देने का फैसला किया था.

ऐसा करने का उद्देश्य इन समूहों को अब तक नहीं उपलब्ध हो सके सकारात्मक कार्रवाईयों को संस्थागत रूप देना था.

Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1  Current Affairs App

 

 

Jagran Josh
Jagran Josh

Education Desk

    Your career begins here! At Jagranjosh.com, our vision is to enable the youth to make informed life decisions, and our mission is to create credible and actionable content that answers questions or solves problems for India’s share of Next Billion Users. As India’s leading education and career guidance platform, we connect the dots for students, guiding them through every step of their journey—from excelling in school exams, board exams, and entrance tests to securing competitive jobs and building essential skills for their profession. With our deep expertise in exams and education, along with accurate information, expert insights, and interactive tools, we bridge the gap between education and opportunity, empowering students to confidently achieve their goals.

    ... Read More

    यूपीएससी, एसएससी, बैंकिंग, रेलवे, डिफेन्स और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नवीनतम दैनिक, साप्ताहिक और मासिक करेंट अफेयर्स और अपडेटेड जीके हिंदी में यहां देख और पढ़ सकते है! जागरण जोश करेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें!

    एग्जाम की तैयारी के लिए ऐप पर वीकली टेस्ट लें और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करें। डाउनलोड करें करेंट अफेयर्स ऐप

    AndroidIOS

    Trending

    Latest Education News