Made-in-India camera drone 'Droni': भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गरुड़ एयरोस्पेस (Garuda Aerospace) द्वारा निर्मित, 'मेड इन-इंडिया कैमरा ड्रोन' लांच किया है. इसका नाम 'ड्रोनी' (Droni) रखा गया है. धोनी गरुड़ एयरोस्पेस के लिए ब्रांड एंबेसडर हैं. यह कंपनी कृषि क्षेत्र में उपयोग होने वाले ड्रोन के निर्माण से जुड़ी है जिसमे खेतों पर कीटनाशकों का छिड़काव, सौर पैनलों की सफाई, मैपिंग आदि कार्य शामिल है.
इसे लांच करते हुए धोनी ने कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान कृषि में उनकी रूचि जगी थी. उन्होंने किसानों के लिए भी ड्रोन के महत्व पर जोर दिया है. भारत में कृषि क्षेत्र में ड्रोन की आवश्कता अब काफी जरुरी हो गयी है. कृषि क्षेत्र में स्मार्ट कृषि का चलन अब भारत में भी काफी बढ़ गया है.
MS Dhoni launches Made-in-India 'Droni' camera drone
— ANI Digital (@ani_digital) October 9, 2022
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स्वदेशी 'ड्रोनी' ड्रोन के बारे में:
यह एक स्वदेशी रूप से विकसित ड्रोन है. जिसका उपयोग कृषि सम्बन्धी कार्यों में किया जायेगा. इस तरह के निर्माण से भारत को एक ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी. साथ ही प्रधानमंत्री में आत्मनिर्भर भारत विजन को भी मजबूती मिलेगी.
'किसान ड्रोन' के बारे में:
स्वदेशी 'ड्रोनी' ड्रोन के लांच के दौरान एक नए 'किसान ड्रोन' का भी शुभारंभ हुआ. इस ड्रोन का उद्देश्य कृषि क्षेत्र, विशेष रूप से फसलों पर छिड़काव करना है. यह एक बैटरी से चलने वाला ड्रोन है जो प्रति दिन 30 एकड़ भूमि पर कृषि कीटनाशक छिड़काव करने में सक्षम है.
ग्लोबल ड्रोन एक्सपो:
ग्लोबल ड्रोन एक्सपो का आयोजन चेन्नई में किया गया. जिसमे 14 अंतरराष्ट्रीय ड्रोन कंपनियों के 1,500 प्रतिभागियों और 28 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. जहाँ पर ड्रोन के क्षेत्र में हासिल की गयी उपलब्धियों और इनसे जुड़ी नई टेक्नोलॉजी पर चर्चा की गयी. इस दौरान ड्रोन से जुड़ी प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया गया.
गरुड़ एयरोस्पेस:
गरुड़ एयरोस्पेस भारत का एक ड्रोन मेकिंग स्टार्टअप है. इसे वर्ष 2015 में शुरू किया गया था. यह एक ड्रोन-ए-ए-सॉफ्टवेयर एग्रीगेटर हैं जो मानव और औद्योगिक जरूरतों के लिए ड्रोन डिजाइन करता है. यह भारत का एक उभरता हुआ ड्रोन स्टार्टअप है. यह मुख्य रूप से कृषि आधारित ड्रोन का निर्माण करती है. इसका मुख्यालय चेन्नई में है.
गरुड़ एयरोस्पेस खेतों में कीटनाशकों के छिड़काव, औद्योगिक पाइपलाइनों का निरीक्षण करने, मैपिंग, सौर पैनलों की सफाई आदि के कार्यों से सम्बंधित ड्रोन का निर्माण करती है.
भारत में ड्रोन का भविष्य:
भारत ड्रोन के क्षेत्र में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. फिक्की की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में ड्रोन और इसके घटक उद्योग 2030 तक लगभग 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच जायेगा. भारत अभी के समय में दुनिया का सबसे बड़ा ड्रोन आयातक देश है. जो वैश्विक आयात का लगभग 22.5 प्रतिशत है. भारत में सैन्य उपयोग के ड्रोन, वाणिज्यिक ड्रोन और साथ ही कृषि ड्रोन की मांग तेजी से बढ़ी है.
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