भारत की गैरकानूनी साम्यवादी पार्टी– माओवादी (सीपीआई– माओवादी) के शीर्ष नेता नारायण सान्याल का 17 अप्रैल 2017 को दक्षिण कोलकाता स्थित एक अस्पताल में निधन हो गया. 78 वर्षीय सान्याल काफी समय से बीमार थे.
बीजोय– दा के नाम से मशहूर, नारायण सान्याल ने 1967 में माओवादी राजनीति में कदम रखा था.
नारायण सान्याल के बारे में:
• अविभाजित बंगाल के बोगरा जिले, जो अब बांग्लादेश का हिस्सा है, में जन्मे सान्याल फुटबॉल में गहरी दिलचस्पी के लिए जाने जाते थे.
• 1940 के दशक में सान्याल और उनका परिवार बंगाल चला आया जहां उन्हें एक बैंक में नौकरी मिल गई. हालांकि, जल्द ही उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी और वर्ष 1960 के दशक में सीपीआई– मार्क्सवादी– लेनिनवादी (एमएल) में शामिल हो गए.
• सान्याल सीपीआई (एमएल) के अंतिम कड़ियों में से एक थे. इन्हें भारत में वाम विद्रोह और उसकी शाखा सीपीआई (माओवादी) का जनक माना जाता है. इसे भारत की आंतरिक सुरक्षा का सबसे बड़ा खतरा माना गया था.
• दिसंबर 2005 में सान्याल को छत्तीसगढ़ के रायपुर से गिरफ्तार किया गया था जब वे प्रतिबंधित सीपीआ (माओवादी) पोलित ब्यूरो के सदस्य के तौर पर काम कर रहे थे, यह निर्णय लेने वाली सर्वोच्च निकाय थी.
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