बाल्कन राष्ट्र मॉन्टीनेग्रो को अमेरिकी सीनेट द्वारा 29 मार्च 2017 को नाटो के सदस्य के रूप में मंजूरी प्रदान की गई. इस कदम से मॉन्टीनेग्रो को नाटो के 29वें सदस्य के रुप में शामिल किया जाना लगभग तय हो गया है.
इस पहल को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा समर्थन प्रदान किया जा चुका है तथा इसे पूर्वी यूरोप में रूस के हस्तक्षेप के प्रतिरोध के रूप में देखा जा रहा है. मार्च 2017 के अंतिम सप्ताह में एक प्रक्रियागत मतदान के बाद छोटे बाल्कन राष्ट्र को नाटो गठबंधन में शामिल करने की संधि के पक्ष में मतदान हुआ, जिसमें इसके पक्ष में 97 और विरोध में केवल वोट डाले गये.
इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति इस पर औपचारिक मुहर लगाकर अपनी मंजूरी प्रदान करेंगे. अमेरिका के अतिरिक्त नाटो के अन्य 25 सदस्यों ने भी मॉन्टीनेग्रो को शामिल करने के लिए मंजूरी प्रदान कर दी है. मॉन्टीनेग्रो की जनसँख्या लगभग 6.2 लाख है जबकि इस देश को एक भूरणनीतिक सहयोगी के तौर पर देखा जा रहा है. गौरतलब है कि नीदरलैंड और स्पेन ने अभी मंजूरी प्रदान नहीं की है.
सीनेट में मतदान प्रक्रिया आरंभ होने से पूर्व सीनेटर डेमोक्रेट्स क्रिस मर्फी ने कहा कि मॉन्टीनेग्रो एक समय यूगोस्लाविया का हिस्सा हुआ करता था. उन्होंने कहा कि मॉन्टीनेग्रो के नाटो से जुड़ने पर हमारा गठबंधन मजबूत होगा.
नाटो
• नार्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (नाटो) एक सैन्य गठबंधन है. इसकी स्थापना 4 अप्रैल 1949 को उत्तर अटलांटिक संधि पर हस्ताक्षर के साथ हुई.
• नाटो का मुख्यालय ब्रसेल्स (बेल्जियम) में है.
• संगठन ने सामूहिक सुरक्षा की व्यवस्था बनाई है जिसके तहत सदस्य राष्ट्र बाहरी हमले की स्थिति में एक-दूसरे का सहयोग करने के लिए सहमत होंगे.
• लॉर्ड इश्मे पहले नाटो महासचिव बने थे.
• इसका एक प्रमुख उद्देश्य पश्चिम यूरोप के देशों को एक सूत्र में संगठित करना है.
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