ग्रीस के प्रधानमंत्री एलेक्सिस सिप्रास ने सात महीने सत्ता में रहने के बाद 20 अगस्त 2015 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में सिप्रास ने इस्तीफे की घोषणा की. यूरोपीय क़र्ज़दाताओं से ग्रीस के लिए तीसरे राहत पैकेज पर समझौता करने के बाद से एलेक्सिस सिप्रास अपनी ही वामपंथी विचारधारा वाली सिरिज़ा पार्टी में अंतर्विरोध का सामना कर रहे थे जिसके कारण उन्होंने यह निर्णय लिया.
इस्तीफे के बाद उन्होंने सितंबर 2015 में मध्यावधि चुनाव कराने की सिफारिश की है. सिप्रास के इस्तीफे के बाद ग्रीस में अंतरिम सरकार चुनावों तक शासन करेगी.
इससे पहले 19 अगस्त 2015 को जर्मनी की संसद ने ग्रीस के साथ हुए तीसरे बेलआउट समझौते को मंजूरी दे दी थी. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की पार्टी के कई सांसदों ने हालांकि इस समझौते का भारी विरोध किया था.
पिछले पांच वर्ष में समुचित सुधार करने में ग्रीस की असफलता को देखते हुए कई सांसदों ने इसमें संदेह जताया था कि इस बार भी ग्रीस शर्तो को पूरा कर पाएगा. 19 अगस्त 2015 को हुए मतदान में मर्केल के कंजर्वेटिव सीडीयू/सीएसयू गठबंधन के 63 सांसदों ने विपक्ष के साथ मिलकर समझौते के विरोध में मतदान किया. इससे पहले जुलाई 2015 में 60 सांसदों ने ग्रीस के साथ बातचीत करने का विरोध किया था.
Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1 Current Affairs App
Comments
All Comments (0)
Join the conversation