हिन्दी के साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का देहरादून के एक अस्पताल में 17 नवम्बर 2013 को निधन हो गया. वह 67 वर्ष के थे. ओमप्रकाश वाल्मीकि पिछले कुछ समय से पेट के कैंसर से पीड़ित थे.
हिंदी में दलित साहित्य के विकास में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही. उन्होंने अपने लेखन में जातीय-अपमान और उत्पीड़न का जीवंत वर्णन किया और भारतीय समाज के कई अनछुए पहलुओं को पाठकों के सामने प्रस्तुत किया.
ओमप्रकाश वाल्मीकि से संबंधित मुख्य तथ्य
• ओमप्रकाश वाल्मीकि हिन्दी के जाने-माने दलित साहित्यकार थे और उनकी आत्मकथा 'जूठन' साहित्य जगत की बेहद चर्चित कृति है.
• उनकी मुख्य कृतियों में दलित साहित्य का सौंदर्य शास्त्र, मुख्यधारा और दलित साहित्य, सफाई देवता, सदियों का संताप (1989), बस्स, बहुत हो चुका (1997), अब और नहीं (2009) शामिल हैं.
• उन्हें वर्ष 1993 में डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार, वर्ष 1995 में परिवेश सम्मान और साहित्य भूषण पुरस्कार (2008-2009) से सम्मानित किया गया था.
• ओमप्रकाश वाल्मीकि का जन्म 30 जून 1950 को उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के बरला गांव में हुआ था.
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