मार्कण्डेय
हिंदी के मशहूर कथाकार मार्कण्डेय का 18 मार्च, 2010 को दिल्ली में 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। नई कहानी धारा के पुरोधाओं में शुमार मार्कण्डेय को प्रेमचंद्र के बाद गावों के सबसे बड़े कथाकार के रूप में जाना जाता था। उनकी रचनाओं में अग्निबीज व सेमल के फूल काफी विख्यात उपन्यासों में से एक थे। साथ ही उन्होंने गुलरा के फूल, महुए का पेड़ व हंसा जाई अकेला जैसे ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले कथा संग्रह भी लिखे थे।
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