भारत के किस राज्य में है सबसे बड़ा मंदिर, जानें

आपने भारत में कई बड़े मंदिरों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत के एक राज्य में सबसे बड़ा मंदिर बन रहा है, जिसे वैदिक मंदिर कहा गया है। खास बात यह है कि इस मंदिर का गुंबद पूरे विश्व में सबसे बड़ा गुंबद है। इस मंदिर का निर्माण साल 2010 में शुरू हो चुका था, जिसके बाद यह साल 2023 तक पूरा होना है।

Jul 31, 2023, 18:07 IST
सबसे बड़ा मंदिर
सबसे बड़ा मंदिर

आपने भारत के कई बड़े मंदिरों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत के एक राज्य में सबसे बड़ा मंदिर बन रहा है, जिसे वैदिक तारामंडल मंदिर कहा गया है। ऐसे में मंदिर का निर्माण साल 2010 में ही शुरू हो गया था, जो कि साल 2023 में पूरा होना था। एक और खास बात यह भी है कि इस मंदिर का गुंबद विश्व का सबसे बड़ा गुंबद होगा। 

किस राज्य में होगा सबसे बड़ा मंदिर

इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) ने पूरे भारत में कई मंदिरों का निर्माण किया है। इस कड़ी में पश्चिम बंगाल के मायापुर में इसका मुख्यालय वैदिक तारामंडल मंदिर होगा। यह न केवल दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर होगा, बल्कि इस मंदिर का गुंबद दुनिया का सबसे बड़ा गुंबद भी होगा।

मंदिर को लेकर क्या कहते हैं अधिकारी

टेंपल ऑफ वैदिक प्लेनेटोरियम के प्रबंध निदेशक सदाभुजा दास ने कहा था, 'यह मंदिर पूर्व और पश्चिम का मिश्रण है। संगमरमर को वियतनाम से आयात किया गया है। भारत से भी कुछ संगमरमर खरीदा गया है।

यह मंदिर अनूठा है, क्योंकि पुजारी का फर्श 2.5 एकड़ का है और मंदिर के फर्श का व्यास 60 मीटर है। देवताओं का घर भी अनोखा है। हम 20 मीटर लंबे वैदिक झूमर बना रहे हैं।”

 

वैदिक तारामंडल का मंदिर: मुख्य विशेषताएं

1- मंदिर का निर्माण साल 2010 में शुरू हुआ था और 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।

2- पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के मायापुर में स्थित इस मंदिर की अनुमानित लागत 100 मिलियन डॉलर है।  

3- मंदिर की प्रत्येक मंजिल पर 10,000 भक्त रह सकते हैं, जो इस्कॉन मंदिर की परंपरा को बनाए रखने के लिए भगवान कृष्ण के सामने प्रार्थना कर सकते हैं, गा सकते हैं और नृत्य भी कर सकते हैं।

4- मंदिर की वास्तुकला पूर्व और पश्चिम का मिश्रण है और इसमें अपनी तरह का पहला पुजारी तल होगा जो 2.5 एकड़ भूमि में फैला होगा।

5- मंदिर किसी आधुनिक समय के महल से कम नहीं होगा और इसके अंदर होने वाले पूजा सत्र का ऑनलाइन प्रसारण किया जाएगा।

6- इसमें 20 मीटर लंबे वैदिक झूमर हैं और मंदिर का फर्श 60 मीटर व्यास का है।

7- मंदिर का क्षेत्रफल लगभग 70,000 वर्ग फीट है और इसकी ऊंचाई 380 फीट है।

8- मंदिर नीले बोलिवियन संगमरमर से बना है, जिसे वियतनाम से आयात किया गया था और भारत से भी खरीदा गया था, जिससे मंदिर को पश्चिमी लुक मिलता है।

9- मंदिर के निर्माण में 500 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है और अब तक 2 करोड़ किलोग्राम से अधिक सीमेंट का उपयोग किया गया है।

मंदिर के निर्माण के पीछे क्या है उद्देश्य 

मंदिर के निर्माण के पीछे प्राथमिक उद्देश्य एक आधिकारिक मंच और भौतिक विज्ञान के माध्यम से वैदिक संस्कृति के बारे में आम जनता के बीच जागरूकता पैदा करना है।

आचार्य प्रभुपाद ने एक ऐसी संरचना के निर्माण की कल्पना की थी, जो वैदिक ज्ञान को फैलाने में मदद करेगी और वैष्णव संत, चैतन्य महाप्रभु का जन्मस्थान होने के कारण मायापुर को मंदिर के स्थान के रूप में चुना गया था।

मंदिर में किन लोगों को मिलेगा प्रवेश

वैदिक तारामंडल का मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है। इस मंदिर में सभी धर्मों और जातियों के लोगों के लिए प्रवेश है। कोई भी व्यक्ति मंदिर में जा सकता है और अनुष्ठानों और संत कीर्तन में भाग ले सकता है।

एक बार खुलने के बाद मंदिर न केवल शहर के पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा। 

 

पढ़ेंः एक रात में भूतों ने तैयार किया शिव का यह मंदिर, जानें

Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News