उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले की अपनी विशेषता है। प्रदेश के जिले भौगोलिक विशेषता, आर्थिक परिदृश्य और सामाजिक व औद्योगिक दृष्टिकोण की वजह से देश-दुनिया में जाने जाते हैं। यही वजह है कि इन जिलों को अपनी विशेष पहचान मिली हुई है और जिलों को उपनाम से भी जाना जाता है।
इस कड़ी में क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश का कौन-सा जिला झीलों के शहर के रूप में भी जाना जाता है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
उत्तर प्रदेश का परिचय
उत्तर प्रदेश आज जिस जगह पर है वहां कभी सिर्फ कोसल और पांचाल साम्राज्य हुआ करता था। बाद में यहां शर्की पहुंचे और उन्होंने यहां जौनपुर बसाया। कुछ समय बाद यहां मुगल पहुंचे और उन्होंने यहां अवध सूबा बसाकर नवाबों के हाथ में कमान दी।
भारत में ब्रिटिश राज हुआ, तो उन्होंने यहां उत्तर-पश्चिम प्रांत का गठन किया, जिसे बाद में अवध सूबे में मिला दिया गया, जिसके बाद सूबे का नाम संयुक्त प्रांत कर दिया गया। देश आजाद हुआ और इसका नाम उत्तर प्रदेश कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश में कुल जिले और मंडल
उत्तर प्रदेश पूरे भारत में सबसे अधिक जिले वाला राज्य है। यहां कुल 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडलों में आते हैं। वहीं, इसके अतिरिक्त यहां 351 तहसील, 826 सामुदायिक विकास खंड और 58 हजार से अधिक ग्राम पंचायत मौजूद हैं।
यूपी का सबसे बड़ा और सबसे छोटा जिला
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जिले की बात करें, तो यह लखीमपुर खीरी है, जो कि 7680 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। वहीं, सबसे छोटा जिला हापुड़ है, जो कि 660 वर्ग किलोमीटर में है।
किस जिले को कहा जाता है झीलों का शहर
अब सवाल है कि यूपी के किस जिले को झीलों का शहर कहा जाता है, तो आपको बता दें कि उन्नाव शहर को हम झीलों के शहर के रूप में भी जानते हैं।
क्यों कहा जाता है झीलों का शहर
उन्नाव की प्रमुख झील नवाबगंज झील है। इसके अतिरिक्त यहां कुंद्रा समुद्र भी है। वहीं, जिले में कई छोटे-बड़े तालाब और जलाशय मौजूद हैं। यहां प्रचुर मात्रा में जल निकाय मौजूद होने के कारण उन्नाव को झीलों का शहर भी कहा जाता है।
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