Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस सदी के सबसे बड़े मेले यानि कि महाकुंभ का आगाज हो चुका है। यह मेला आगामी 26 फरवरी तक आयोजित होगा। इस बार इस आयोजन में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
ऐसे में मेले को लेकर बड़े स्तर व्यस्थाएं की गई हैं। यदि आप भी मेले में पहुंचने की योजना बना रहे हैं, तो आपको वापस लौटने की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि, रेलवे की ओर से कुछ दिशाओं के रेलवे स्टेशनों के लिए खास तैयारी की गई है। इस कड़ी में रेलवे ने टिकट के रंग से यात्रियों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है।
दो स्थानों पर टिकट काउंटर
रेलवे की ओर से मेले में दो स्थानों पर टिकट काउंटर बनाए गए हैं। ऐसे में आप यहां से अपनी वापसी टिकट भी करा सकते हैं। ये रेलवे के अधिकृत टिकट काउंटर हैं।
दिशा के हिसाब से होगा कलर कोड
रेलवे की ओर से इस बार दिशा के हिसाब से कलर कोड बनाया गया है। जब आप अपने स्टेशन के लिए टिकट खरीदेंगे, तो आपको आपके स्टेशन के हिसाब से एक कलर कोड के साथ टिकट मिलेगा। इससे आपको पता चल जाएगा कि आपको टिकट लेकर किस दिशा में बढ़ना है।
रेलवे ने बनाए हैं यात्री आश्रय शेड
भारतीय रेलवे की ओर से महाकुंभ में यात्री आश्रय शेड बनाए गए हैं। इसका प्रमुख उद्देश्य सीधे प्लेटफॉर्म में पहुंचने वाले यात्रियों की भीड़ को कम करना है। आप आपने टिकट लेकर इन यात्री आश्रय शेड में पहुंच सकते हैं। खास बात यह है कि इन शेड में रेलवे की ओर से यात्रियों के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। यहां पीने के पानी से लेकर कैटरिंग, वॉशरूम और ट्रेन डिस्पले तक लगाए गए हैं, जिससे यात्रियों को पता लग सके कि उनकी ट्रेन किस प्लेटफॉर्म पर कितने बजे तक आएगी।
क्या है कलर कोड
रेलवे ने लखनऊ और बनारस की तरफ जाने वाले यात्रियों को लाल रंग दिया है। वहीं, पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन जाने वाले यात्रियों के लिए नीला रंग चुना गया है। इसी प्रकार कानपुर जाने वाले यात्रियों के लिए हरा रंग है, तो सतना, मानिकपुर और झांसी के लिए पीला रंग दिया गया है। इन शेड का रंग भी यही दिया गया है, जिससे यात्री आसानी से पहचान सके।
यहां से आप अपने प्लेटफॉर्म तक पहुंच सकते हैं। प्लेटफॉर्म पर एक रेक रहेगा, जहां से आप अपनी यात्रा के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं। आपको बता दें कि आपको प्लेटफॉर्म तक छोड़ने के लिए भी वॉलिंटियर तैनात रहेंगे।
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