मौसम बदलने के साथ हर साल हम कई तरह की बीमारियां के बारे में सुनते हैं। इसमें कुछ मौसमी फ्लू होते हैं, तो कुछ बीमारियां मच्छरों से होती हैं, जिसमें Dengue और Malaria प्रमुख है। ये दोनों बीमारियां ही इंसान के लिए खतरनाक हैं। यदि सही इलाज न मिले, तो इंसान की तबियत अधिक बिगड़ सकती है। वहीं, कुछ मामलों में इंसान की मौत तक हो जाती है। हालांकि, लोग अक्सर इन दोनों बीमारियों और इसके लक्षणों को लेकर दुविधा में पड़ जाते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से इन दोनों बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं। जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
क्या होता है Dengue
Dengue एक संक्रामक रोग है, जो कि एडिस मच्छर द्वारा काटने पर होता है। यह मुख्यतः चार प्रकार के वायरस से होता है, जो कि Den-1, Den-2, Den-3 और Den-4 है। डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है। क्योंकि, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द की वजह से हड्डी टूटने जैसा महसूस होता है। डेंगू होने पर 4 से 7 दिनों के भीतर इसके लक्षण आना शुरू हो जाते हैं, जिससे व्यक्ति बुरी तरह बीमार पड़ जाता है।
डेंगू के प्रमुख लक्षण
-मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
-तेज सिरदर्द
-तेज बुखार
-मतली और उल्टी
-दस्त
-आंखों के पीछे दर्द
-शरीर पर लाल चक्कते पड़ जाना
-नाक या मसूड़ों से खून आना
-काला मल
-शरीर में रक्तस्राव
क्या होता है Malaria
Malaria बीमारी प्लाजमोडियम परजीवी के कारण होती है। यह एनोफिलीज मादा मच्छर के काटने से होता है। मच्छर के काटने के बाद परजीवी रेड बल्ड सेल्स को प्रभावित करते हैं और बीमारी का कारण बनते हैं। हालांकि, इनके अलग-अलग लक्षणों की वजह से इसे दो भागों में बांटा गया है, जो कि जटिल मलेरिया और गंभीर मलेरिया है।
जटिल मलेरिया के लक्षण
-सिरदर्द और बुखार के साथ उल्टी
-तेज ठंड लगना
-थकान महसूस होना और सामान्य स्थिति में पसीना आना
-कुछ मामलों में दौरे भी पड़ सकते हैं
गंभीर मलेरिया के लक्षण
-सांस लेने में तकलीफ
-बुखार और ठंड लगना
-एनिमिया और रक्तस्राव
Dengue और Malaria में प्रमुख अंतर
-Dengue एडिज मच्छर के काटने से होता है, जबकि Malaria एनोफिलीज मादा मच्छर के काटने से होता है।
-Dengue के लक्षण मच्छर के काटने के 4 से 7 दिनों के भीतर होते हैं, जबकि Malaria के लक्षण 10 से 15 दिन बाद देखने को मिलते हैं।
-डेंगू के लिए कोई विशेषतौर पर दवाई नहीं, लेकिन अधिक से अधिक तरल पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है, जबकि मलेरिया के मामले में क्लोरोक्वीन और हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन जैसी कुछ दवाइयां हैं, जो कि डॉक्टर मरीज की तबियत को देखकर देते हैं। हालांकि, हर बार यह दवाई जरूरी नहीं है, यह डॉक्टर पर निर्भर करता है।
-डेंगू के लक्षण गंभीर होने पर दिल में सूजन और निमोनिया हो सकता है, जबकि मलेरिया के मामले में किडनी समेत व्हाइट ब्लड सेल्स पर प्रभाव पड़ता है।
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