दुनिया में यातायात के कई साधन मौजूद हैं। हालांकि, धरती पर मौजूद इन साधनों में से यदि सबसे तेज साधनों की बात होती है, तो सबसे पहले हवाई जहाज का नाम आता है। हवाई जहाज का सफर जितना आरामदायक होता है, यह उतना ही तेज होता है, जो कि कई दिनों की दूरी को कुछ घंटों में ही तय कर लेता है।
यही वजह है कि लोग समय की बचत के लिए हवाई यात्रा को तवज्जों देते हैं, जिससे कम समय में अपनी मंजिल पर पहुंचा जा सके। इन हवाई सफर की शुरुआत होती है एयरपोर्ट से, जिन्हें आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाया जाता है।
वर्तमान में भारत में कुल 153 एयरपोर्ट हैं, जो कि अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित हैं। हालांकि, क्या आपको भारत के सबसे ऊंचे एयरपोर्ट के बारे में पता है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम सबसे ऊंचे एयरपोर्ट के बारे में जानेंगे।
यह है भारत का सबसे ऊंचा एयरपोर्ट
भारत का सबसे ऊंचा एयरपोर्ट कुशोक बकुला रिम्पोची एयरपोर्ट है, जो कि लेह में स्थित है। यह हवाई अड्डा समुद्र तल से 3,256 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
हवाई अड्डे पर विमान उतारना है मुश्किल
भारत के सबसे ऊंचे इस हवाई अड्डे पर विमान उतारना बहुत मुश्किल है। क्योंकि, यहां पहाड़ों से चलने वाली तेज हवाओं के कारण विमान का संतुलन बनाना होता है।
वहीं, इस हवाई अड्डे का एक छोर पूर्वी दिशा की ओर से ऊपर उठा हुआ है। ऐसे में यहां से पायलटों को विमान उड़ाते हुए और विमान लैंड कराते हुए विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
विमान में सामान ले जाने की नहीं है अनुमति
इस हवाई अड्डे से विमान के केबिन में सामान ले जाने की अनुमति नहीं है। इसके पीछे सुरक्षा कारण बताए जाते हैं। यही वजह है कि यहां से यात्रा करने वाले यात्री खाली हाथ बैठते हैं।
पहले एयरफोर्स के कब्जे में था एयरपोर्ट
लेह का यह हवाई अड्डा पहले भारतीय वायु सेना के अंतगर्त था। हालांकि, साल 2016 में इसे भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सौंप दिया गया था।
किसके नाम पर रखा गया था नाम
इस हवाई अड्डे का नाम राजनेता और भिक्षु रहे कुशोक बकुला रिंपोची के नाम पर रखा गया था। इनका मठ हवाई अड्डे में ही स्थित है। आपको बता दें कि यह हवाई अड्डा भारत के सबसे सुंदर हवाई अड्डों में से एक है।
क्योंकि, इसका लैंडिंग एंगल जिस तरह से बना हुआ है, उससे यहां लैंडिंग के दौरान एक खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है।
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