भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में अनुच्छेद 343 भाषाओं के संबंध में है, जिसमें कुल 22 भाषाओं का जिक्र किया गया है। इसके तहत भारत के अलग-अलग प्रांतों में बोले जाने वाली स्थानीय भाषाओं को भी शामिल किया गया है।
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वहीं, इसमें हिंदी प्रमुख रूप से जानी जाती है, जिसे राजभाषा का दर्जा दिया गया है। आपको बता दें कि दुनिया भर में करीब 500 मिलियन लोगों की जुबान पर हिंदी है। ऐसे में यह दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत में कितनी प्रतिशत भारतीय हिंदी बोलते हैं। इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
14 सितंबर को मनाया जाता है हिंदी दिवस
हर साल 14 सितंबर को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है, क्योंकि 14 सितंबर, 1949 को भारत में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था। इस वजह से इस दिन देशभर में हिंदी दिवस एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
हिंदी दिवस के मौके पर सरकारी कार्यलयों से लेकर स्कूल, कॉलेज और निजी कार्यलयों में भी हिंदी दिवस का आयोजन होता है, जिसमें हिंदी निबंध लेखन से लेकर अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। हिंदी दिवस हिंदी भाषा का जश्न मनाने और इसके महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने का भी दिन है।
भारत में कितने प्रतिशत लोग बोलते हैं हिंदी
2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 43.63% लोग हिंदी बोलते हैं। हालांकि, यह संख्या अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग है।
हिंदी भाषी राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में हिंदी बोलने वाले लोगों का प्रतिशत अधिक है। उदाहरण के तौर पर देखें, तो उत्तर प्रदेश में 97.4% लोग हिंदी बोलते हैं।
उत्तरी और मध्य भारत में अधिक बोली जाती है हिंदी
सबसे अधिक हिंदी बोलने वालों वाले राज्य उत्तरी और मध्य भारत में स्थित हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश शामिल है, जहां 96% से अधिक आबादी की जुबान पर हिंदी बसी हुई है। इन जगहों पर प्रमुख रूप से हिंदी भाषा बोली जाती है। वहीं, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के अलावा दक्षिणी और पूर्वोत्तर राज्यों में हिंदी बोलने वालों का प्रतिशत कम है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डाटा में केवल वे लोग शामिल हैं, जो पहली या दूसरी भाषा के रूप में हिंदी बोलते हैं। भारत में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो हिंदी को तीसरी या चौथी भाषा के रूप में बोलते हैं।
हिंदी एक लंबे और समृद्ध इतिहास वाली एक सुंदर और समृद्ध भाषा है। यह एक ऐसी भाषा है, जो भारत के सभी हिस्सों के लोगों द्वारा बोली जाती है। वहीं, इस भाषा को अपनेपन की भाषा कहा जाता है। यही वजह है कि भारत में आज भी हिंदी भाषी अखबारों से लेकर हिंदी फिल्मों को देखने के लिए लोगों की संख्या काफी अधिक है।
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