Railway station: अक्सर हम लोग भूतों से जुडी अनेक कहानियां और फ़िल्में देखते आयें हैं, देश की कई ऐसी अलग-अलग जगह हैं जिनके बारे में कुछ डरावनी कहानियां लोगों के बीच प्रचलित, हैं लेकिन क्या आप जानते हैं देश में कुछ ऐसे रेलवे स्टेशन भी हैं जहाँ माना जाता है कि वर्षों से भूत रहते हैं और लोग अक्सर इन स्टेशनों की यात्रा करने से बचते हैं I हालाँकि वैज्ञानिकों इन बातों को नकारते आये हैं और उनका मानना है कि, भूत जैसी कोई चीज नहीं होती है लेकिन लोग अपने अनुभव और प्रचलित कहानियों के आधार पर ये बताते हैं कि भूत या प्रेत इसी दुनिया में रहते हैंI ऐसे ही कुछ भूतिया स्टेशनों की कहानियां आज हम यहाँ आपके लिए लेके आयें हैं और अगर आप भी किसी ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में जानते हैं तो हमे जरुर बताएं I
1. पश्चिम बंगाल का बेगुनकोदर (Begunkodar) रेलवे स्टेशन -
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में स्थित बेगुनकोदर (Begunkodar) रेलवे स्टेशन को वर्षो से लोग भूतिया रेलवे स्टेशन मानते हैं I लोगों का ऐसा मानना है कि, ये देश का सबसे डरावना और भूतिया रेलवे स्टेशन हैI यहाँ आस- पास के लोगों के अनुसार, उन्होंने कुछ ट्रेनों के स्टेशन पर आने के दौरान सफेद साड़ी पहने कुछ महिलाओं को नियमित रूप से रात में यहाँ देखा है। ऐसा माना जाता है कि, एक ट्रेन एक्सीडेंट के दौरान इन महिलाओं की बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन पर मौत हो गई थी और इसी लिए वे आधी रात को दिखाई देती हैं क्योंकि उनकी आत्मा को शांति नहीं मिली है। इस स्टेशन के आसपास इतना खौफ है कि इसे अक्सर 'भारत का भूतिया रेलवे स्टेशन' कहा जाता है। इस कारण यहाँ से ट्रेने यहाँ से गुजरती तो थी लेकिन रूकती नहीं थी,ये स्टेशन लगभग 42 वर्षों तक बंद रहा और इसे वर्ष 2009 में दुबारा खोला गया I
2. बरोग स्टेशन - हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में राजधानी शिमला के निकट स्थित बरोग रेलवे स्टेशन भी भूतिया या कुछ डरावने रेलवे स्टेशनों में से एक हैI ऐसा माना जाता है कि, इस रेलवे स्टेशन पर सुरंग 33 बनाने की जिम्मदारी ब्रिटिश इंजीनियर बरोग को दी गई थी, लेकिन परियोजना के शुरू होने के कई दिनों के बाद, ऐसा महसूस किया गया कि लंबाई का गलत अनुमान लगाया गया और इसलिए पूरी परियोजना विफल हो गई। सरकार ने बरोग पर फटकार और जुर्माना लगाया, जिससे बरोग सहन नहीं कर सका और एक दिन जब वह अपने कुत्ते के साथ टहलने गया, तो उसने बरोग रेलवे स्टेशन की सुरंग के पास खुद को गोली मार ली। तब से, इस रेलवे स्टेशन को भारत के शीर्ष प्रेतवाधित रेलवे स्टेशनों में से एक माना जाता है और लोग अक्सर इस सुरंग के आस–पास अजीबों-गरीब घटनाएं महसूस करते हैं, कई लोगों ने दावा किया है कि, उन्होंने इसके भीतर कर्नल की मौजूदगी को महसूस किया थाI
3. उत्तर प्रदेश का नैनी रेलवे स्टेशन
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के निकट नैनी रेलवे स्टेशन को भी प्रेतों का स्टेशन माना जाता हैI लोगों का मानना है कि, नैनी जेल में अंग्रेजों ने हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों को प्रताड़ित किया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी, और उनकी आत्माएं यहाँ आज भी आती हैं हालाँकि अभी तक इस स्टेशन पर ऐसा कुछ देखा नहीं गया है लेकिन नैनी जेल के पास ही स्थित होने के कारण लोगों ने इस स्टेशन के बारे में एक धारणा बना रखी है I
4. डोंबिवली रेलवे स्टेशन- महाराष्ट्र
इस रेलवे स्टेशन पर कई दुर्घटनाएं हुई हैं जिसके बाद लोगों में ये धारणा बन गई कि ये एक भूतिया रेलवे स्टेशन हैI लोगों का ये भी मानना है कि, यहाँ से अक्सर चीखने की भी कई आवाजें आती हैं। कुछ लोगों के अनुसार, यहाँ डेली रात में एक महिला खड़ी और रोती हुई पाई जाती है और यह पूछने पर कि वह क्यों रो रही है, वो बताती है कि वो घर लौटना चाहती है लेकिन जा नहीं सकती I साथ ही यहाँ कई अप्राकृतिक घटनायें भी दर्ज की गईं हैं I
5. चित्तूर रेलवे स्टेशन-आंध्र प्रदेश
कई मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चित्तूर के लोगों में इस रेलवे स्टेशन के बारे में एक अलग ही दहशत हैं जिसके कारण लोग यहाँ शाम से ही आना बंद कर देते हैं I विभिन्न कहानियों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि दिल्ली से केरल जा रही ट्रेन में आरपीएफ की टीम ने सीआरपीएफ अधिकारी हरि सिंह को इतना मारा की वो मर गए और उन्हीं की आत्मा इंसाफ की तलाश में आज भी यहाँ घूमती है।
6. सोहागपुर स्टेशन - मध्य प्रदेश
ये रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के निकट स्थित है, लोगों का मानना है कि, यहाँ उन्होंने कई तरह की आवाजें सुनी हैंI लोगों के अनुसार, रात के समय में या दिन में भी जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर रुकती है तो एक महिला दर्द और पीड़ा में चिल्ला रही होती है। जिसकी कल्पना भी रोंगटे खड़े कर देती है I
7. रवीन्द्र सरोवर मेट्रो स्टेशन, पश्चिम बंगाल
रवीन्द्र सरोबर कोलकाता में स्थित एक मेट्रो स्टेशन है। यह स्टेशन अपनी प्रेतवाधित कहानियों के कारण शहर में काफी चर्चा में रहा है। इस स्टेशन से जब आखिरी मेट्रो रात करीब 10:30 बजे गुजरती है, तो कहा जाता है कि लोग पटरियों पर भूत जैसी उपस्थिति देख सकते हैं।
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