कौन-सा है भारत का सबसे पहला बैंक, जानें

दुनिया के किसी भी देश में उसकी अर्थव्यवस्था को बनाए रखने के लिए बैंकों को रीढ़ कहा जाता है। आर्थिक विकास के पहिये को रफ्तार देने के लिए बैंकों का अहम योगदान है, जो कि बाजार में मुद्रा विनियमन बनाए रखने में मदद करते हैं। वर्तमान में भारत में कुल बैंकों की संख्या 145 से अधिक है। इसमें सरकारी से लेकर निजी और सहकारी बैंक शामिल हैं। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत का सबसे पहला बैंक कौन-सा था। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे। 

Jun 29, 2023, 13:24 IST
भारत का पहला बैंक
भारत का पहला बैंक

किसी भी देश के आर्थिक विकास में बैंकों का अधिक योगदान होता है। आर्थिक पहलू के हिसाब से बैंकों को देश की रीढ़ भी कहा जाता है, जो कि देश में आर्थिक विकास के पहिये को रफ्तार देने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

वर्तमान में भारत में यदि कुल बैंकों की बात करें, तो इनकी कुल संख्या 145 से अधिक हैं। इनमें सरकारी से लेकर निजी और सहकारी बैंक शामिल हैं। साथ ही इन सभी बैंकों पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया(RBI) का नियंत्रण है।

हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत में बैंकिंग व्यवस्था की नींव कब और कैसे पड़ी थी। आखिर कब भारत को अपना पहला बैंक मिला था, जिसके बाद से लोग बैंकिंग जैसी किसी प्रणाली से पहली बार अवगत हुए थे। इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें। 

 

यह था भारत का पहला बैंक 

भारत का सबसे पहला बैंक था बैंक ऑफ हिंदुस्तान, जो कि साल 1770 यानि आज से करीब 253 साल पहले खोला गया था। यह वह वर्ष था, जब भारत में बैंकिंग व्यवस्था की नींव पड़ी थी और वित्तीय क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आया था। 

 

कहां खुला था पहला बैंक

भारत में पहले बैंक की स्थापना कोलकाता में की गई थी, क्योंकि, उस समय ब्रिटिश कोलकाता में रहकर शासन कर रहे थे। ऐसे में वित्तीय व्यवस्था के हिसाब से भारत के इस शहर में पहली बैंक व्यवस्था की नींव पड़ी थी। 

 

1832 में बंद हो गया था बैंक

साल 1770 में बैंक खुलने के बाद यह कुछ समय तक सही चला, लेकिन कुछ वर्षों बाद कई कारणों की वजह से इसे 1832 में बंद करना पड़ गया था।

इसके बाद एक और बैंक जनरल बैंक ऑफ इंडिया 1786 में खुला था, जो कि 1791 तक ही चला था।

हालांकि, इस दौरान भारत को अन्य बैंक मिल गए थे, जिनमें बैंक ऑफ बंगाल(1809), बैंक ऑफ बांबे(1840) और बैंक ऑफ मद्रास(1843) शामिल हैं। 

 

इस तरह बना था SBI Bank

आजादी से पहले खुले बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बांबे और बैंक ऑफ मद्रास को पहले प्रेजीडेंशियल बैंक कहा जाता था।

हालांकि, साल 1921 में इन बैंकों का विलय कर दिया गया और इन्हें इंपिरियल बैंक ऑफ इंडिया नाम से जाना जाने लगा।

साल 1947 में देश को आजादी मिली और 1955 में इस बैंक का राष्ट्रीयकरण हो गया, जिसके बाद भारत को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मिल गया। 

 

आजादी से पहले हुआ करते थे 600 बैंक

आपका बता दें कि भारत की आजादी से पहले करीब 600 बैंक रजिस्टर्ड थे। हालांकि, आाजादी के बाद इनमें से केवल कुछ ही बैंक अपना अस्तित्व बचा पाए। 

 

पढ़ेंः कौन-सी है भारत की पहली Open University, जानें

 

Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News