भारत में हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़कर सफलता का परचम लहरा रही हैं। देश में सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा की बात हो या फिर किसी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की बात हो, हर क्षेत्र में महिलाएं बेहतर प्रदर्शन कर सफलता की नई कहानियां लिख रही हैं।
आपने भारत की पहली फाइटर जेट महिला पायलट के बारे में सुना होगा, जो कि भारतीय वायु सेना में कार्यरत अवनी चतुर्वेदी हैं। हालांकि, क्या आपको भारत की पहली महिला पायलट के बार में पता है, जो कि एयरलाइन पायलट थी। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
कौन थी भारत की पहली महिला पायलट
भारत की पहली महिला पायलट दुर्बा बनर्जी थी, जो कि पहली एयरलाइन महिला पायलट थी।
यह इंडियन एयरलाइंस की पहली महिला पायलट रहने के साथ-साथ भारत की पहली कमर्शियल पायलट भी रही हैं।
शुरू से ही जहाज उड़ाने में थी दिलचस्पी
दुर्बा बनर्जी को बचपन से ही हवाई जहाज उड़ाने में दिलचस्पी थी। उन्होंने बचपन में ही निर्णय कर लिया था कि वह बड़े होकर हवाई जहाज उड़ाएंगी।
हालांकि, बनर्जी के समय महिलाओं के लिए इस बात को हकीकत में बदलना आसान नहीं था।
क्योंकि, जब किसी भी व्यक्ति ने कल्पना भी नहीं की थी कि कोई महिला हवाई जहाज उड़ाएगी।
वकील के तौर पर शुरू किया था करियर
दुर्बा बनर्जी ने मिडनापोर और स्कॉटिश चर्च कॉलेज से अपनी शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने कोलकाता यूनिवर्सिटी से क्रिमिनल लॉ की पढ़ाई की और क्रिमिनल लॉयर के रूप में अपना करियर शुरू किया।
1959 में तोड़ी रूढ़ीवादी परंपरा
बनर्जी ने अपने सपनों को सच करने के लिए शुरू से ही मेहनत की और साल 1959 में उन्होंने सामाज की रूढ़ीवादी परंपरा को तोड़ दिया।
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एयर इंडिया सर्वे के साथ पायलट के रूप में की।
1966 में ज्वाइन की इंडियन एयरलाइंस
दुर्बा बनर्जी ने साल 1966 में इंडियन एयरलाइंस में पायलट के तौर पर ज्वाइन किया और 1988 में रिटायर हो गई। उन्हें F27 Turboprop का कमांडर भी नियुक्त किया गया था।
इसके अलावा उन्होंने एयरबस 300 और बोइंग विमान को भी पायलट के रूप में उड़ान भरवाई थी। उनके पास करीब छह हजार घंटे की फ्लाइट का अनुभव था।
1952 में हो गई थी मृत्यु
दुर्बा अपने समय में मशहूर पायलट रही। इसके साथ ही उन्होंने कई महिलाओं को भी एवियशन इंडस्ट्री में आने के लिए प्रेरित किया।
देश की पहली महिला एयरलाइन पायलट रहते हुए साल 1952 में उनकी मृत्यु हो गई थी। ऐसा भी कहा जाता है जब दुर्बा ने तत्कालीन उड्डयन मंत्री हुमायूं कबीर के पास कमर्शियल पायलट बनने के लिए आवेदन किया था, तब उन्हें फ्लाइट अटेंडेंट का पद ऑफर किया गया था।
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