प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में अरब सागर के ऊपर भारत के सबसे बड़े केबल-आधारित पुल 'सुदर्शन ब्रिज' (Sudarshan Setu) का उद्घाटन किया. 2.32 किमी लंबा यह ब्रिज ओखा और बेट द्वारका के बीच बनाया गया है.
ओखा और बेट के बीच बना यह ब्रिज भारत का केबल आधारित सबसे बड़ा ब्रिज है. यह ओखा मुख्य भूमि को बेट द्वारका से जोड़ता है. पहले द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर तक पहुंचने के लिए लोगों को नाव पर निर्भर रहना होता था. लेकिन अब इस सुदर्शन ब्रिज की मदद से लोग आसानी से मंदिर तक पहुंच पाएंगे.
पीएम मोदी ने अपने गुजरात दौरे के दौरान इसके अतिरिक्त कई अन्य योजनाओं का शुभारम्भ किया. चलिये इस ब्रिज के बारें में जानते है.
#WATCH गुजरात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओखा मुख्य भूमि और बेट द्वारका को जोड़ने वाले लगभग 2.32 किमी देश के सबसे लंबे केबल-आधारित पुल सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया। pic.twitter.com/OaNMST0a9v
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2024
भारत का सबसे बड़ा केबल ब्रिज:
इस सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि "सुदर्शन सेतु सिर्फ एक सुविधा नहीं है, यह एक इंजीनियरिंग चमत्कार भी है. स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के छात्रों को आना चाहिए और सुदर्शन सेतु का अध्ययन करना चाहिए. यह भारत का सबसे लंबा केबल ब्रिज है.
'सुदर्शन ब्रिज' हाईलाइट्स:
पहले इसे 'सिग्नेचर ब्रिज' के नाम से जाना जाता था, यह भारत का सबसे लंबा केबल-स्टे ब्रिज है. 980 करोड़ रुपये की लागत से बना यह पुल बेट द्वारका को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया साल 2017 में शुरू की गयी थी. इसकी लम्बाई 2.32 किमी है.
इस ब्रिज के फुटपाथ के ऊपरी हिस्से पर सौर पैनल हैं जो एक मेगावाट बिजली पैदा करने में मदद करेंगे. पुल में चार लेन और प्रत्येक तरफ 2.50 मीटर चौड़े फुटपाथ का भी निर्माण किया गया है.
सिग्नेचर ब्रिज को एक यूनिक डिजाइन के आधार पर तैयार किया गया है. ब्रिज के फुटपाथ को भगवद गीता के श्लोकों और भगवान कृष्ण की मनमोहक तस्वीरों से सजाया गया है.
इस पुल के निर्माण से जहां लोगों को बेट द्वारका तक नावों से जाने में 5 घंटे का समय लगता था वहीं अब इस ब्रिज के निर्माण से यात्रा समय 3 घंटे कम हो गया है. साथ ही इस पुल के निर्माण से क्षेत्र में पर्यटन को भी खासा बढ़ावा मिलेगा.
प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर तक लोगों को पहुंचने के लिए अब लोगों को काफी आसानी हो गयी है. यह भारत के सबसे आकर्षक इंजीनियरिंग डेवलपमेंट में से एक है.
मंदिर द्वारकाधीश भी गए पीएम मोदी:
इससे पहले पीएम मोदी ने गुजरात में भगवान कृष्ण के प्रसिद्ध मंदिर द्वारकाधीश में पूजा-अर्चना की. अरब सागर के मुहाने पर स्थित, भव्य द्वारकाधीश मंदिर विशेष रूप से भगवान कृष्ण के भक्तों के लिए एक हिंदू तीर्थस्थल है. साथ ही यह चार धामों में से एक है.
पीएम ने जलमग्न द्वारिका नगरी के किये दर्शन:
पीएम मोदी ने अपने इस दौरे के दौरान अरब सागर में जलमग्न भगवान श्री कृष्ण की द्वारिका नगरी के भी दर्शन किये. पीएम मोदी गहरे समुद्र में पानी के अंदर गए और भव्यता और समृद्धि के केंद्र द्वारिका नगरी को प्रणाम किया. पीएम ने पानी के अंदर मोर पंख अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
सुदर्शन सेतु के अलावा, पीएम मोदी ने राजकोट में गुजरात के पहले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का भी उद्घाटन किया. यह राजकोट से प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन किए जाने वाले पांच एम्स में से एक है.
यह भी देखें:
रांची टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन ने हासिल की एक और बड़ी उपलब्धि, पढ़ें यहां
इंतजार हुआ खत्म: IPL 2024 का फुल शेड्यूल यहां देखें
PM Vishwakarma Yojana: किसे मिलेगा लाभ और कौन से डॉक्यूमेंट है जरुरी? जानें सबकुछ
Comments
All Comments (0)
Join the conversation