भारत के उत्तर में जब भी प्रमुख राज्यों की बात होती है, तो इस में हरियाणा राज्य का नाम भी प्रमुखता से लिया जाता है। यह राज्य न सिर्फ अपनी सांस्कृतिक विरासत और कृषि के लिए जाना जाता है, बल्कि यह समृद्ध इतिहास वाला राज्य भी है।
इसका इतिहास महाभारत काल से लेकर स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई से भी जुड़ा हुआ है। वर्तमान में इस राज्य को खिलाड़ियों के राज्य के रूप में जानते हैं, जिन्होंने ओलंपिक में भारत को पदक दिलाए हैं।
हालांकि, इस बीच यहां शिक्षा पर भी उतना ही जोर दिया जा रहा है। इस कड़ी में कुछ जिले ऐसे भी हैं, जिनकी साक्षरता दर कम है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि हरियाणा राज्य में सबसे कम साक्षर जिला कौन-सा है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
हरियाणा का परिचय
सबसे पहले हम हरियाणा के बारे में जान लेते हैं। राज्य की स्थापना 1 नवंबर, 1966 को हुई थी। राज्य की राजधानी चंडीगढ़ है और यहां कुल 22 जिले हैं, जो कि 44,212 वर्ग किलोमीटर में फैले हुए हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से यह भारत का 20वां सबसे बड़ा राज्य है। यहां कुल 6 मंडल, 73 उपमंडल और 93 तहसील है।
हरियाणा की कुल साक्षरता दर
हरियाणा की कुल साक्षरता दर की बात करें, तो यह 75.55 फीसदी है। इसमें पुरुष साक्षरता दर की बात करें, तो यह 84.06 फीसदी है। वहीं, महिला साक्षरता दर की बात करें, तो यह 65.94 फीसदी है।
सबसे कम साक्षरता दर वाला जिला
हरियाणा के सबसे कम साक्षरता दर वाले जिले की बात करें, तो यह नूंह जिला है। इस जिले की कुल साक्षरता दर की बात करें, तो यहां 56.10 फीसदी है।
जिले में पुरुष और महिलाओं की साक्षरता दर
जिले में पुरुषों की साक्षरता दर की बात करें, तो यह 69.94 फीसदी है। वहीं, महिलाओं की साक्षरता दर की बात करें, तो यह 36.60 फीसदी है।
सबसे अधिक साक्षर वाले जिले की बात करें, तो यह गुरुग्राम है। यहां की साक्षरता दर की बात करें, तो यह 84.4 फीसदी है। यहां के लिंगानुपात की बात करें, तो यह 1000 पुरुषों पर 853 महिलाएं हैं।
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