Vikram-I भारत का पहला निजी तौर पर विकसित ऑर्बिटल-क्लास रॉकेट है, जिसे Skyroot Aerospace ने बनाया है और जिसका पीएम मोदी ने अनावरण किया। 20 मीटर ऊँचे इस रॉकेट का नाम भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ. विक्रम साराभाई के सम्मान में रखा गया है। यह एक ही मिशन में कई छोटे सैटेलाइट्स को कक्षा में स्थापित करने की क्षमता रखता है। Vikram-I डेडिकेटेड लॉन्च, राइडशेयर मिशन और मल्टी-ऑर्बिट सैटेलाइट डिप्लॉयमेंट को सपोर्ट करता है।
Vikram-I क्या है?
Vikram-I भारत का पहला निजी तौर पर विकसित ऑर्बिटल-क्लास रॉकेट है, जिसे Skyroot Aerospace ने बनाया है। 20 मीटर ऊँचा यह रॉकेट कई छोटे सैटेलाइट्स को तेजी से कक्षा में पहुँचाने के लिए डिजाइन किया गया है और पूरी तरह कार्बन-फाइबर स्ट्रक्चर तथा हाई 3D-printed इंजनों से लैस है।
कैसा है इसका डिज़ाइन
Vikram-I का स्ट्रक्चर पूरी तरह कार्बन-फाइबर कॉम्पोज़िट से बना है और इसमें चार-स्टेज वाला प्रोपल्शन सिस्टम है:
-
स्टेज 1 (Kalam-1200): 120 टन थ्रस्ट वाला 10 मीटर का सॉलिड फ्यूल रॉकेट।
-
स्टेज 2 (Kalam-250): मध्यम ऊँचाई तक प्रोपल्शन देने वाला सॉलिड मोटर।
-
स्टेज 3: कक्षा तक पहुँचने में सहायता करने वाला एक और सॉलिड फ्यूल स्टेज।
-
स्टेज 4: चार रीस्टार्ट होने वाले Raman हाइपरगोलिक इंजन, जो सटीक ऑर्बिट कंट्रोल देते हैं।
इसमें 3D-printed इंजनों, एडवांस एवीओनिक्स और अल्ट्रा-लो शॉक डिप्लॉयमेंट सिस्टम जैसी अत्याधुनिक तकनीकें शामिल हैं।
ले जा सकता है कितना पेलोड?
Vikram-I लगभग 300–350 किलोग्राम पेलोड को लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में पहुंचा सकता है।
-
500 km SSO में क्षमता: लगभग 290 kg
-
500 km LEO (45° inclination): लगभग 480 kg
यह डेडिकेटेड लॉन्च, राइडशेयर मिशन और मल्टीपल-ऑर्बिट डिप्लॉयमेंट—सभी सपोर्ट करता है, जिससे भारत की व्यावसायिक लॉन्च क्षमता मजबूत होती है।
भारत के निजी अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नई शुरुआत:
Vikram-I के लांच ने भारत के निजी अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए अंतरिक्ष सुधारों के बाद निजी कंपनियों के लिए खुला यह क्षेत्र अब वैश्विक स्पेस अर्थव्यवस्था में भारत की भागीदारी को तेज करेगा।
बता दें कि संचार, कृषि, मौसम, समुद्री सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा में यह रॉकेट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे भारत का योगदान तेजी से बढ़ते $77 बिलियन स्पेस मार्केट (2030 अनुमान) में और मजबूत होगा।
🚀 Congratulations to @SkyrootA on unveiling Vikram-I & new Infinity Campus
— ISpA - Indian Space Association (@ISpA_India) November 27, 2025
Hon’ble PM Shri @narendramodi inaugurated the facility, marking a major leap for India’s NewSpace sector 🇮🇳✨
Kudos to founders @PawanKChandana & @bharathdaka for their vision and relentless drive. pic.twitter.com/7zDrsNMqkh
किसने तैयार किया यह रॉकेट
भारत के पहले प्राइवेट स्पेस रॉकेट Vikram-I का निर्माण Skyroot Aerospace ने किया है। हैदराबाद में स्थित Skyroot Aerospace का 200,000 sq ft का Infinity Campus मॉडर्न डिजाइन, एडवांस, इंटीग्रेशन और टेस्टिंग सुविधाओं से लैस है। साथ ही यह हर महीने एक नया ऑर्बिटल रॉकेट तैयार करने की क्षमता रखता है।
भारत की इकलौती नदी जो सबसे ज्यादा राज्यों से होकर गुजरती है, यहां जानें नाम
🇮🇳🚀 India's Largest Private Rocket Factory @SkyrootA
— ASTROSPACE (@Arslanshaikh_) November 27, 2025
Inaugurated by Honorable Prime Minister Narendra Modi
• 200,000 Sq Ft Area
• Rocket production: Every Month (each 🚀)
• Design, Build, Integrate & Test
🔥 Unveiled the Vikram-I rocket#skyroot #IndiaToInfinity pic.twitter.com/K0o65159sO
Comments
All Comments (0)
Join the conversation