दुनिया भर के देशों को अक्सर उनके खास नामों से जाना जाता है। ये नाम उनकी संस्कृति, विरासत और प्राकृतिक विशेषताओं को उजागर करते हैं। ऐसा ही एक नाम है "खुशबुओं का देश", जो किसी राष्ट्र के खुशबू, फूलों और परफ्यूम बनाने की कला से गहरे जुड़ाव को दिखाता है। यह नाम फ्रांस के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। फ्रांस अपने लक्जरी परफ्यूम, सुगंधित फूलों के खेतों और सदियों पुरानी परफ्यूम परंपराओं के लिए मशहूर है, जिन्होंने दुनिया के परफ्यूम उद्योग को आकार दिया है।
फ्रांस को खुशबुओं का देश क्यों कहा जाता है?
फ्रांस ने मध्यकाल से ही परफ्यूम की परंपराओं को सहेजा है। शुरुआत में खुशबुओं का इस्तेमाल धार्मिक कामों के लिए होता था, लेकिन बाद में यह शाही सौंदर्य प्रसाधनों का हिस्सा बन गया। धीरे-धीरे यह फ्रेंच जीवनशैली और पहचान का एक अहम हिस्सा बन गया। परफ्यूम बनाने वाली कंपनियों, कारीगरों और वनस्पति विज्ञानियों ने मिलकर परफ्यूम बनाने को एक सम्मानित और बेहतरीन कला में बदल दिया।
दुनिया की परफ्यूम राजधानी
फ्रांसीसी रिवेरा में स्थित ग्रास शहर में दुनिया के कुछ सबसे जरूरी परफ्यूम बनाने की सामग्रियां तैयार होती हैं, जैसे चमेली, रोज दे मे, ट्यूबरोज और संतरे के फूल। पुराने समय में यहां के दस्ताने बनाने वाले कारीगर शाही परिवार के लिए चमड़े के दस्तानों को सुगंधित करते थे। जल्द ही यह कला लक्जरी परफ्यूम बनाने के कारोबार में बदल गई। आज भी ग्रास, फूलों से प्राकृतिक रस निकालने और बहुत तेज खुशबू वाले परफ्यूम बनाने का दुनिया का सबसे बड़ा केंद्र है।
जाने-माने फ्रेंच परफ्यूम ब्रांडों की विरासत
फ्रांस ने दुनिया को शनेल, डायर, गुर्लेन और गिवेंची जैसे कई बड़े परफ्यूम ब्रांड दिए हैं। इनमें से हर एक ने परफ्यूम की दुनिया में नए मानक तय किए हैं। इन ब्रांडों ने शनेल नंबर 5 जैसी सदाबहार खुशबू बनाई हैं, जो फ्रेंच शान और परफ्यूम बनाने की नई तकनीक का बेहतरीन मेल है। फ्रांस के परफ्यूम बनाने वाले आज भी नीश (खास वर्ग के लिए बने), लक्जरी और कारीगरों द्वारा तैयार किए जाने वाले परफ्यूम के मामले में दुनिया में सबसे आगे हैं।
फूलों की घाटियां और प्राकृतिक सुगंधित बगीचे
प्रोवेंस के इलाके में लैवेंडर और कई जड़ी-बूटियां उगाई जाती हैं, जिनका इस्तेमाल परफ्यूम, स्किनकेयर उत्पादों और एसेंशियल ऑयल (जरूरी तेल) बनाने में होता है। यहां के अंतहीन बैंगनी खेत हर साल लाखों यात्रियों और फोटोग्राफरों को अपनी ओर खींचते हैं। इन खेतों से निकलने वाला अच्छी क्वालिटी का तेल दुनिया भर के कॉस्मेटिक और वेलनेस ब्रांडों को सप्लाई किया जाता है, जिससे परफ्यूम की दुनिया में फ्रांस की मजबूत जगह और भी पक्की होती है।
परफ्यूम बनाने की फ्रेंच कला और ट्रेनिंग स्कूल
फ्रांस में बेहतरीन परफ्यूम बनाने वाले तैयार किए जाते हैं, जिन्हें "नोज" (noses) कहा जाता है। ये लोग हजारों तरह की खुशबुओं को पहचानने की काबिलियत रखते हैं। इनकी ट्रेनिंग कई सालों तक चलती है और इसमें केमिस्ट्री, खुशबुओं का विश्लेषण और प्राकृतिक तरीकों से अर्क निकालना सिखाया जाता है। फ्रांस के परफ्यूम बनाने वाले परंपरा, भावनाओं और वैज्ञानिक सटीकता को मिलाकर दुनिया की बेहतरीन खुशबुएं तैयार करते हैं।
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