प्रदूषक एक ऐसा पदार्थ है जो विशेषकर पानी या वायुमंडल को प्रदूषित करता है. यह ज्वालामुखी विस्फोट, कोयला और गैसोलीन को जलाने तथा अन्य मानवीय गतिविधियों के माध्यम से वातावरण में प्रवेश करता है। यहां, हम सामान्य जागरूकता के लिए प्रमुख प्रदूषकों की सूची, उनके स्रोत और मानव और पर्यावरण पर उनके प्रभाव का विवरण दे रहे हैं ।
प्रमुख प्रदूषकों, उनके स्रोतों और मानव तथा पर्यावरण पर उनके प्रभावों की सूची
1. कार्बन के ऑक्साइड (COx)
प्रकार: कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
उत्पादन के स्रोत: कोयले, तेल और अन्य ईंधन जो ऊर्जा उत्पादन के लिए दहन किया जाता हो
मनुष्य और पर्यावरण पर प्रभाव: ग्रीन हाउस के प्रभाव में C02 की प्रमुख भूमिका होती है ; कार्बन मोनोऑक्साइड शरीर को ऑक्सिजन पहुंचाने वाले रेड ब्लड सेल्स पर असर डालती है।
2. सल्फर के ऑक्साइड (SOx)
प्रकार: सल्फर डाइऑक्साइड (SO2); सल्फर ट्रायॉक्साइड (SO3); सल्फेट (SO4)
उत्पादन के स्रोत: सल्फर युक्त ईंधन के दहन से जैसे- कोयला, पेट्रोलियम निकासी और रिफाइनिंग; कागज निर्माण; नगरपालिका संस्कार; धातु निष्कर्षण के लिए अयस्क स्मेल्टिंग
मनुष्य और पर्यावरण पर प्रभाव: सल्फर डायऑक्साइड एसिड रेन का भी एक प्रमुख तत्व है। यह जल के साथ अभिक्रिया करके H2SO3(हाइड्रोजन सल्फाइट) बनाती है जो अम्लीय वर्षा में पाया जाता है।
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3. नाइट्रोजन के ऑक्साइड (NOx)
प्रकार: नाइट्रोजन ऑक्साइड (NO); नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (N02); नाइट्रस ऑक्साइड (N20) नाइट्रेट (N03)
उत्पादन के स्रोत: ईंधन के दहन से ; बायोमास के दहन से; उर्वरकों के निर्माण में उत्पाद द्वारा
मनुष्य और पर्यावरण पर प्रभाव: पेरोक्सी एसिटिलेट नाइट्रेट (PAN) और नाइट्रिक एसिड (HNO3); पौधे की वृद्धि और ऊतक क्षति पंहुचा सकता है ; आंखों में जलन, इन्फ्लूएंजा जैसे वायरल संक्रमण
4. हाइड्रोकार्बन (HCs) [वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (VOCs)]
प्रकार: मीथेन (CH4), ब्यूटेन (C4H10), इथिलीन (C2H4), बेंजीन (C6H6), प्रोपेन (C3H8)
उत्पादन के स्रोत: गैसोलीन टैंक, कार्ब्युरेटर से वाष्पीकरण; ईंधन के दहन; बायोमास; सीवेज की माइक्रोबियल गतिविधि; औद्योगिक प्रक्रिया जिसमें सॉल्वैंट्स में परिवर्तन होते हैं
मनुष्य और पर्यावरण पर प्रभाव: उच्च सांद्रता पौधों और जानवरों के लिए विषाक्त हैं; जटिल रासायनिक वातावरण के माध्यम से हानिकारक यौगिकों में परिवर्तित कर सकते हैं;
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5. अन्य जैविक यौगिक
प्रकार: क्लोरोफ्लोरो कार्बन (CFCs), फॉर्मलाडीहाइड (CH20), मिथिलीन क्लोराइड (CH2Cl2), ट्राइक्लोरो ईथीलीन (C2HCl3), विनील क्लोराइड (C2H3C1), कार्बन टेट्रा क्लोराइड (CC14), ईथीलीन ऑक्साइड (C2H40)
उत्पादन के स्रोत: एयरोसोल स्प्रे; फोम और डिस्पोजेबल फास्ट फूड कंटेनर बनाने के लिए प्लास्टिक; प्रशीतन
मनुष्य और पर्यावरण पर प्रभाव: CFCs की वजह से समताप मंडल ओजोन अपनी पराबैंगनी प्रकाश को छाने की छमता खोता जा रहा है; पराबैंगनी विकिरणों का कारण त्वचा कैंसर हो सकता है।
6. धातु और अन्य अजैवी यौगिक
प्रकार: लेड (Pb), पारा (Hg), हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S), हाइड्रोजन फ्लोराइड (HF)
उत्पादन के स्रोत: तेल का कुआ और रिफाइनरी; परिवहन वाहन; नगरपालिका भूमिगत; उर्वरक, चीनी मिट्टी, कागज, रसायन और पेंट उद्योग कीटनाशकों; एल्यूमीनियम उत्पादन; कोयला गैसीकरण
मनुष्य और पर्यावरण पर प्रभाव: कारण श्वसन समस्याओं, विषाक्तता और फसलों को नुकसान
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7. तरल बूंदे
प्रकार: सल्फ्यूरिक एसिड (H2S04), नाइट्रिक एसिड (HNO3) - तेल, कीटनाशक, डीडीटी और मैलाथियन
उत्पादन के स्रोत: कृषि कीटनाशकों; धूमन; तेल रिफाइनरियों; वातावरण में प्रदूषण की प्रतिक्रियाएं
मनुष्य और पर्यावरण पर प्रभाव: अम्ल वर्षा का कारक तथा विभिन्न जीवन रूपों को नुकसान पंहुचा सकता है
8. निलंबित कण पदार्थ (SPM- ठोस कण)
प्रकार: धूल, मिट्टी, सल्फेट साल्ट, भारी धातु लवण, कार्बन (कालिख), सिलिका, अभ्रक, तरल स्प्रे, धुंध , अग्नि कण आदि।
उत्पादन के स्रोत: ईंधन दहन; इमारत निर्माण; खनन; थर्मल पावर स्टेशन; पत्थर का कुचल; औद्योगिक प्रक्रियाएं; जंगल की आग
मनुष्य और पर्यावरण पर प्रभाव: श्वसन प्रणाली पर दुष्प्रभाव; हरे रंग की पत्तियों की सतह पर एक तरह का परत का निर्माण होना जो C02 के अवशोषण और o2 के उत्सर्जन में अवरोध पैदा कर सकता है; सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक आने में अवरोध पैदा करना।
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9. फोटोकेमिकल ऑक्सीडेंट
प्रकार: ओजोन (03), पेरोक्साइकली नाइट्रेट्स (PANs)
उत्पादन के स्रोत: वातावरण में प्रकाश रासायनिक प्रतिक्रियाएं जिसमें सूर्य के प्रकाश, नाइट्रोजन और हाइड्रोकार्बन के ऑक्साइड शामिल हैं।
मनुष्य और पर्यावरण पर प्रभाव: धुंध का निर्माण; आँखें, नाक और गले को जलन; श्वांस - प्रणाली की समस्यायें; सूर्य के प्रकाश को अवरुद्ध करना
उपरोक्त लेख में हमने प्रमुख प्रदूषकों, उनके स्रोतों और मानव तथा पर्यावरण पर उनके प्रभावों की सूची दिया है जिसका प्रयोग विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में अध्ययन सामग्री के रूप में किया जा सकता है।
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