लुहरी स्टेज-I हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट: महत्व और मुख्य तथ्य

210 मेगावाट क्षमता वाली लुहरी जल विद्युत परियोजना के प्रथम चरण के लिए मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है. आइये इस परियोजना के बारे में विस्तार से अध्ययन करते हैं.

Nov 5, 2020, 15:45 IST
Luhri Stage-I Hydro Power Project
Luhri Stage-I Hydro Power Project

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति(CCEA) ने सतलुज नदी पर 210 मेगा वाट लुहरी स्टेज-I हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए 1810.56 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.

यह हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू जिलों में सतलुज नदी पर स्थित है.

ऐसा बताया जा रहा है कि हर साल इस परियोजना से 758.20 मिलियन विद्युत यूनिट का उत्पादन होगा.

भारत सरकार लद्दाख और कश्मीर में 10 सुरंगों के निर्माण की योजना क्यों बना रही है?

लुहरी स्टेज-I हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट: मुख्य तथ्य

इसे सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (SJVNL) द्वारा भारत सरकार और राज्य सरकार के सक्रिय समर्थन के साथ ‘बनाओ-स्वामित्व-संचालन-रखरखाव (Build-Own-Operate-Maintain, BOOM) के आधार पर कार्यान्वित किया जा रहा है.

इस परियोजना में आधारभूत ढांचे के विकास के लिए 66.19 करोड़ रुपये का अनुदान भारत सरकार उपलब्ध कराकर सहायता प्रदान कर रही है और इससे बिजली की दरों में कमी लाने में भी मदद होगी.

वर्ष 2023 तक सतलुज जल विद्युत निगम ने सभी स्रोतों से अपने कुल स्थापित क्षमता का 5000 मेगावाट उत्पादन का आंतरिक वृद्धि का लक्ष्य रखा है. इसमें 12000 मेगावाट वर्ष 2030 तक और 25000 मेगावाट वर्ष 2040 तक विद्युत उत्पादन की परिकल्पना की गई है.

परियोजना की पृष्ठभूमि
हिमाचल प्रदेश की सरकार के साथ राइजिंग हिमाचल, ग्लोबल इन्वेस्टर मीट (Rising Himachal, Global Investor Meet) के दौरान, इस परियोजना के MoU पर हस्ताक्षर किए गए थे,  जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 नवंबर, 2019 को किया था.

इस परियोजना का क्या महत्व है?

- इस परियोजना से प्रतिवर्ष 758.20 मिलियन विद्युत यूनिट का उत्पादन होगा.

- 62 महीनों के समय में लुहरी जल विद्युत परियोजना का प्रथम चरण शुरू हो जाएगा. इससे जो बिजली उत्पन्न होगी उससे ग्रिड स्थायित्व में मदद मिलेगी तथा बिजली की आपूर्ति में भी सुधार होगा.

- इस परियोजना से वायु की गुणवत्ता में सुधार होगा क्योंकि ये न केवल ग्रिड को महत्वपूर्ण नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत उपलब्ध कराएगा बल्कि वातावरण में प्रतिवर्ष उत्सर्जित होने वाली लगभग 6.1 लाख टन कार्बनडाइआक्साइड की मात्रा में भी कमी लाएगा.

- इस परियोजना की निर्माणात्मक गतिविधियों के कारण लगभग 2000 लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. इस कारण से राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में मदद मिलेगी.

- परियोजना की समय अवधि 40 वर्ष है जिस कारण से 1140 करोड़ रुपये मूल्य की निःशुल्क बिजली हिमाचल प्रदेश को मिलेगी.

- जो परिवार इस परियोजना से प्रभावित होंगे उनको अगले 10 वर्ष तक हर महीने 100 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी.

Source:PIB

जानें मालाबार नौसैन्य अभ्यास के बारे में

Shikha Goyal is a journalist and a content writer with 9+ years of experience. She is a Science Graduate with Post Graduate degrees in Mathematics and Mass Communication & Journalism. She has previously taught in an IAS coaching institute and was also an editor in the publishing industry. At jagranjosh.com, she creates digital content on General Knowledge. She can be reached at shikha.goyal@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News