Mahashivratri 2025: 26 या 27 फरवरी, कब की है शिवरात्रि, यहां देखें तिथि और महत्त्व

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में एक पावन रूप में जाना जाता है। इस पर्व से श्रद्धालुओं की विशेष आस्था जुड़ी हुई है। श्रद्धालु इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना कर पूरे दिन उपवास रखते हैं। हालांकि, इस बार कुछ लोग शिवरात्रि की सही तारीख को लेकर दुविधा में हैं। इस लेख में हम शिवरात्रि की सही तारीख और इसके महत्त्व के बारे में जानेंगे।  

Feb 24, 2025, 13:16 IST
महाशिवरात्रि 2025
महाशिवरात्रि 2025

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का सबसे महत्त्वपूर्ण पर्व है, जो फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। यह रात आध्यात्मिक जागरण, भक्ति और शिवतत्व के ध्यान के लिए समर्पित होती है। श्रद्धालुओं में इस दिन को लेकर विशेष महत्त्व है। वे इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर पूरा दिन उपवास रखते हैं। हालांकि, कुछ श्रद्धालु शिवरात्रि पर्व की तारीख को लेकर दुविधा में हैं। ऐसे में इस लेख के माध्यम से हम शिवरात्रि की तारीख व इसके महत्त्व के बारे में जानेंगे। 

महाशिवरात्रि का महत्त्व

धार्मिक महत्व

पर्व को लेकर मान्यता है कि इसी दिन शिव-पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था, इसलिए इस दिन उनकी पूजा करने से सुखद दांपत्य जीवन का आशीर्वाद मिलता है।

आध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व

पर्व को लेकर एक मान्यता यह भी है कि महाशिवरात्रि की रात को विशेष ऊर्जा प्रवाहित होती है, जिससे ध्यान और भक्ति से मानसिक शांति प्राप्त होती है। इस दिन व्रत और रात्रि जागरण से मन और शरीर की शुद्धि होती है, जिससे व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

सामाजिक महत्व

महाशिवरात्रि धर्म, जाति और वर्ग से परे सभी लोगों को एक साथ लाती है और भक्ति के माध्यम से समाज में समरसता लाने में मदद करती है।

पर्यावरण संरक्षण का संदेश

भगवान शिव को वृक्ष, जल और प्रकृति प्रेमी देवता माना जाता है। इस दिन पेड़-पौधों की पूजा करने की परंपरा भी है, जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश मिलता है।

महाशिवरात्रि का वैज्ञानिक महत्व

महाशिवरात्रि की रात को ग्रहों की स्थिति ऐसी होती है कि शरीर में ऊर्जा ऊपर की ओर प्रवाहित होती है, इसलिए ध्यान और व्रत को विशेष रूप से प्रभावी माना जाता है।

Kab hai Shivratri: कब है महाशिवरात्रि

अब सवाल है कि महाशिवरात्रि का पर्व किस दिन मनाया जा रहा है। हिंदू पांचांग के अनुसार, फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानि कि 26 फरवरी सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर शिवरात्रि का पर्व शुरू होगा और 27 फरवरी सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर समाप्त होगा। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के पूजन का विशेष महत्त्व है। ऐसे में 26 फरवरी की रात शिव पूजन होगा। 

महाशिवरात्रि पर क्या है रूद्राभिषेक का समय

महाशिवरात्रि पर रूद्राभिषेक का महत्त्व भी है। इस दिन सुबह 6 बजकर 47 मिनट से 9 बजकर 42 मिनट तक जल चढ़ाया जा सकता है। वहीं, मध्यान्ह काल में सुबह 11 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक जल चढ़ाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त दोपहर 3 बजकर 25 मिनट से शाम 6 बजकर 8 मिनट तक और रात 8 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 1 मिनट तक जलाभिषेक किया जा सकता है। 

 

पढ़ेंः क्या ट्रेन छूटने पर बेकार हो जाता है टिकट या दूसरी ट्रेन में कर सकते हैं सफर, क्या हैं रेलवे के नियम, जानें

Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News