Madras Day 2025: आज का दिल चेन्नई के लिए काफी खास दिन है। या यूं कहे कि आज इस शहर का जन्मदिन है आज ही के दिन इस शहर की स्थापना की गई थी। चेन्नई शहर आज 386 साल का हो गया है। हर साल 22 अगस्त को मद्रास दिवस के तौर पर मनाया जाता है, क्योंकि आज ही के दिन साल 1639 में मद्रास शहर की स्थापना हुई थी, जिसे आज हम चेन्नई के नाम से जानते हैं। इस शहर की स्थापना दिवस 2004 से बनाई जा रही है, जब एक छोटे से समूह द्वारा मद्रास दिवस की शुरुआत की गई थी।
ऐतिहासिक अभिलेखों के अनुसार, 22 अगस्त 1639 को मद्रासपट्टिनम या चेन्नापट्टिनम गांव को ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारियों एंड्रयू कोगन और फ्रांसिस डे ने विजयनगर साम्राज्य के वायसराय दामरला वेंकटाद्री नायक से खरीदा था।
कैसे बना था मद्रास?
मद्रास दिवस तीन लोगों द्वारा मिलकर बनाया गया था, जिसमें शहर के प्रसिद्ध इतिहासकार, एस. मुथैया, प्रकाशक विंसेंट डी'सूजा और पत्रकार शशि नायर शामिल थे। इसके साथ ही इसमें तीन अन्य वरिष्ठ पत्रकार और संपादक सुशीला रवींद्रनाथ, पत्रकार और वेबसाइट इंटरप्रेन्योर रेवती आर और इंटरप्रेन्योर और लेखक-इतिहासकार वी. श्रीराम भी शामिल हुए।
इसे मद्रास क्यों कहा गया?
ऐसा माना जाता है कि मद्रास नाम या तो कोरोमंडल तट पर स्थित एक मछली पकड़ने वाले गांव मद्रासपट्टनम से निकाला गया है। इसके साथ यह भी कहा जाता है मद्रास का नाम मद्रा नामक एक स्थानीय शासक से लिया गया है, हालाँकि इसकी सटीक उत्पत्ति पर आज भी विवाद है। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1639 में एक व्यापारिक चौकी स्थापित की, और तब से इस क्षेत्र को मद्रास के नाम से जाना जाने लगा।
मद्रास का नाम बदलकर चेन्नई कब किया गया?
तमिलनाडु सरकार ने 1996 में मद्रास का नाम आधिकारिक तौर पर बदलकर चेन्नई कर दिया। यह नया नाम चेन्नईपट्टनम से आया है, जो पास की ही एक बस्ती है जिसका नाम स्थानीय तेलुगु शासक दामरला चेन्नाप्पा नायक के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने अंग्रेजों को फोर्ट सेंट जॉर्ज बनाने के लिए जमीन दी थी। यह नाम परिवर्तन आजादी के बाद स्थानीय नामों को पुनर्स्थापित करने के एक व्यापक आंदोलन का हिस्सा था।
आज, चेन्नई कई कारणों से प्रसिद्ध है जिनमें शिक्षा, IT, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, ऑटो उद्योग, फिल्में आदि शामिल हैं।
चेन्नई किस लिए प्रसिद्ध है
1. इसकी अनूठी संस्कृति
चेन्नई के लोग अपनी संस्कृति पर बहुत गर्व करते हैं। वे अपनी स्थानीय भाषा, तमिल, का बहुत सम्मान करते हैं और कई लोग किसी भी अन्य भाषा की तुलना में तमिल में संवाद करना ज्यादा पसंद करते हैं।
2. जल्लीकट्टू
जल्लीकट्टू तमिल संस्कृति और परंपरा का एक अभिन्न अंग है। बैल को वश में करने का यह खेल सदियों से आयोजित और खेला जाता रहा है, और हर साल स्थानीय लोग पूरे उत्साह के साथ सांडों की लड़ाई में भाग लेते हैं।
3. पोंगल
भारत के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक, पोंगल, चेन्नई में मनाया जाने वाला एक फसल उत्सव है। यह चार दिनों तक चलने वाला मेला है जिसमें किसान अच्छी उपज के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं और भविष्य में भी अच्छी उपज का आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करते हैं।
4. मंदिर
चेन्नई में आपको कई तरह के मंदिर मिलेंगे। ये कलात्मक रूप से निर्मित हैं, जिनके प्रवेश द्वार पर विशाल गोपुरम हैं और उसके बाद आंतरिक गर्भगृह हैं जहां देवता विराजमान हैं और उनकी पूजा की जाती है।
5. आईआईटी मद्रास
आईआईटी मद्रास की चर्चाएं दुनिया भर में है। शिक्षा के अलावा, आईआईटी मद्रास परिसर छात्रों को उनकी रुचि के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए रास्ते खोलता है।
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