Republic Day Parade 2024: 'कर्तव्य पथ' 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. देश की महिला शक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों को पेश करने पर आधारित इस भव्य समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा तिरंगा फहराने के बाद कर्तव्य पथ पर आधिकारिक कार्यक्रम शुरू हो गया है. आयोजन स्थल की बैठने की क्षमता 77,000 है, जिसमें 42,000 सीटें आम जनता के लिए आरक्षित हैं. परेड लगभग 90 मिनट तक चलेगी.
पहली बार, गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत 100 महिला कलाकारों द्वारा शंख, नादस्वरम और नागाडा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाने के साथ हुई, जो एक बदलाव का प्रतीक है पहले यह सैन्य बैंड द्वारा किया जाता था.
यह भी पढ़ें:
Republic Day Parade 2024: परेड की शुरुआत:
गणतंत्र दिवस परेड 2024: पहली बार, परेड की शुरुआत 100 से अधिक महिला कलाकारों द्वारा भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाकर की जा रही है. परेड की शुरुआत इन कलाकारों द्वारा बजाए जा रहे शंख, नादस्वरम, नगाड़ा सहित अन्य संगीत के साथ हो रही है.
'कर्त्तव्य पथ' पर पहली बार:
- कर्त्तव्य पथ पर पहली बार भारतीय वायु सेना की सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की एक पूर्ण महिला टुकड़ी ने भाग लिया जिसका नेतृत्व मेजर सृष्टि खुल्लर ने किया, जिसमें आर्मी डेंटल कोर से कैप्टन अंबा सामंत, भारतीय नौसेना से सर्जन लेफ्टिनेंट कंचना, फ्लाइट लेफ्टिनेंट दिव्या प्रिया शामिल थीं.
- परेड में पहली बार फ्लाईपास्ट में दो फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू जेट और एक मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (एमआरटीटी) विमान की भागीदारी हो रही है. समारोह में 95 सदस्यीय फ्रांसीसी मार्चिंग दल और 33 सदस्यीय बैंड दल भी हिस्सा ले रहा है.
- भारतीय नौसेना की झांकी में 'नारी शक्ति' और 'आत्मनिर्भरता' के विषयों पर प्रकाश डाला गया, इसमें विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत और नौसेना के जहाज दिल्ली, कोलकाता और शिवालिक और कलावरी क्लास पनडुब्बी को भी दिखाया गया है.
- मैकेनाइज्ड कॉलम का नेतृत्व करने वाली पहली सेना टुकड़ी 61 कैवेलरी की है, जिसका नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत ने किया. 1953 में स्थापित, 61 कैवेलरी सभी 'स्टेट हॉर्सड कैवेलरी यूनिट्स' के समामेलन के साथ दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय हॉर्सड कैवेलरी रेजिमेंट है.
- वीर गाथा 3.0 के 'सुपर 100 विजेता' यहां गणतंत्र दिवस परेड में विशेष अतिथियों में शामिल थे. 'वीर गाथा' का तीसरा संस्करण पिछले साल 13 जुलाई से 30 सितंबर के बीच आयोजित किया गया था. देश भर के 2.42 लाख स्कूलों के रिकॉर्ड 1.36 करोड़ छात्रों ने निबंध, कविताओं, चित्रों और मल्टीमीडिया प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रेरणादायक कहानियाँ साझा कीं थी.
उत्तर प्रदेश की झांकी:
झांकी की थीम 'अयोध्या: विकसित भारत-समृद्ध विरासत' पर आधारित है. झांकी का अगला भाग रामलला के प्राणप्रतिष्ठा समारोह का प्रतीक है, जो उनके बचपन के स्वरूप को प्रदर्शित करता है.
#WATCH | The #RepublicDay2024 tableau of Uttar Pradesh takes part in the parade.
— ANI (@ANI) January 26, 2024
The theme of the tableau is based on 'Ayodhya: Viksit Bharat-Samradh Virasat'. The front of the tableau symbolises the Pranpratishtha ceremony of Ram Lalla, showcasing his childhood form. pic.twitter.com/VHdsaiVMvo
गुजरात की झांकी:
भारत के पश्चिमी सिरे पर स्थित, कच्छ के रण का प्रवेश द्वार, गणतंत्र दिवस परेड में गुजरात की झांकी का विषय था. साथ ही धोर्डो गावं को भी स्थान मिला है. धोर्डो ने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र निकाय की सर्वश्रेष्ठ गांवों की सूची में जगह बनाई थी. झांकी सीमावर्ती गांव को गुजरात के पर्यटन विकास के वैश्विक प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करती है.
राजस्थान की झांकी:
राजस्थान की झांकी में महिला हस्तशिल्प उद्योगों के विकास का प्रदर्शन और राज्य की सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत की झलक दिखाई गई. झांकी के सामने राज्य के प्रसिद्ध 'घूमर' नृत्य का प्रदर्शन हुआ जो राजस्थान की महिलाओं द्वारा किया जाने वाला एक पारंपरिक नृत्य है.
A great honor for France.
— Emmanuel Macron (@EmmanuelMacron) January 26, 2024
Thank you, India. pic.twitter.com/fXfp4hdCsb
यह भी पढ़ें:
भारत ने कितनी बार बिना 'चीफ गेस्ट' के मनाया रिपब्लिक डे? जानें
Comments
All Comments (0)
Join the conversation