पेट्रोल पंप पर एक आम आदमी के होते हैं ये अधिकार, देखें लिस्ट

Jan 28, 2024, 10:00 IST

भारत में 58000 से अधिक पेट्रोल पंप हैं, जिनमें से 95% सरकारी तेल कंपनी के हैं। इसमें प्रमुख रूप से इंडिया ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम आदि कंपनियां हैं। हममें से बहुत ही कम लोग ऐसे होंगे, जिनके साथ कभी पेट्रोल पंप पर धोखा नहीं हुआ होगा। इस लेख में हम पेट्रोल पंपों पर आम आदमी को मिलने वाले कुछ अधिकारों यानी मुफ्त हवा, मुफ्त पीने का पानी, प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स, शौचालय आदि के बारे में बता रहे हैं।

पेट्रोल पंप पर अधिकार
पेट्रोल पंप पर अधिकार

भारत में 58000 से अधिक पेट्रोल पंप हैं, जिनमें से 95% सरकारी तेल कंपनी के हैं। इसमें इंडिया ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम व हिंदुस्तान पेट्रोलियम आदि प्रमुख कंपनियां हैं। हममें से ऐसे बहुत ही कम लोग होंगे, जो कभी पेट्रोल पंप पर ठगे न गए हों या फिर पेट्रोल पंप पर अपने अधिकारों के बारे में पूरी तरह से जागरूक हों। इस लेख में हमने पेट्रोल पंपों पर आम जनता की जानकारी बढ़ाने के लिए कुछ ऐसे अधिकारों पर प्रकाश डाला है, जिनका उपयोग शायद अज्ञानता के कारण कोई नहीं कर पाता।

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आइए एक नजर डालते हैं इन अधिकारों पर-

तेल की गुणवत्ता जांचने का अधिकार - हर ग्राहक को डीजल और पेट्रोल की गुणवत्ता जांचने का अधिकार है। उन्हें यह जानने का अधिकार है कि उन्हें अपने पैसे के बदले में सही प्रकार की सेवाएं या वस्तुएं मिल रही हैं या नहीं।

 

फिल्टर पेपर टेस्ट (पेट्रोल के लिए) - इस परीक्षण के तहत डिस्पेंसिंग पंप के नोजल को फिल्टर पेपर से साफ किया जाता है और फिर फिल्टर पेपर में पेट्रोल की एक बूंद डाली जाती है। आम तौर पर 2 मिनट के भीतर बूंद गायब हो जानी चाहिए। अब यह जांचना चाहिए कि जिस स्थान पर पेट्रोल की बूंद डाली गई थी, वह गुलाबी हो गई है या नहीं।

अगर कागज गुलाबी हो जाए, तो पेट्रोल शुद्ध है और इसमें कोई मिलावट नहीं है। हालांकि, यदि कागज पर किसी अन्य रंग का धब्बा दिखाई देता है, तो पेट्रोल को मिलावटी माना जाता है। इस सभी उद्देश्य के लिए पेट्रोल पंप अधिकारियों द्वारा फाइलर पेपर उपलब्ध कराना होगा।

 मात्रा जांचने के लिए - प्रत्येक पेट्रोल पंप पर पेट्रोल/डीजल की मात्रा जांचने के लिए 5 लीटर का मापने वाला जग रखना अनिवार्य है और इस मापने वाले जग की वजन और क्षमता की जांच हर साल जांच केंद्र द्वारा की जानी चाहिए।

लगभग 25 मिलीलीटर की क्षमता में विचलन स्वीकार्य है, हालांकि अंतर इससे अधिक होने पर पेट्रोल पंप मालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज की जा सकती है।

ग्राहकों के लिए एक और उपयोगी टिप यह है कि उन्हें कैश मेमो/चालान लेना नहीं भूलना चाहिए, क्योंकि धोखाधड़ी के मामले में इसमें शामिल लोगों से पूछताछ की जा सकती है और उनका पता लगाया जा सकता है।

पेट्रोल और डीजल या अन्य ब्रांडेड ईंधन का घनत्व जांचने के लिए - पेट्रोल और डीजल का घनत्व जांचने के लिए हर पेट्रोल पंप पर 500 मिलीलीटर का एक सिलेंडर होता है, जिसे नोजल की मदद से लगभग ¾ ऊंचाई तक भरा जाता है।

इसके बाद एएसटीएम (अमेरिकन सोसाइटी फॉर टेस्टिंग ऑफ मैटेरियल्स) नामक एक उपकरण को इस बीकर में डुबोया जाता है, जो उत्पाद के तापमान और घनत्व की रीडिंग देता है। इस रीडिंग की तुलना रजिस्टर में उल्लिखित रीडिंग से की जाती है, जो संदर्भ के रूप में कार्य करता है। दोनों की रीडिंग एक जैसी होनी चाहिए। ऐसा रजिस्टर देशभर के हर पेट्रोल पंप पर पाया जाता है।

 शिकायतें - यदि आपकी शिकायत पेट्रोल पंप पर नहीं सुनी जाती है, तो आप केंद्रीय सार्वजनिक शिकायत और निगरानी प्रणाली के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इस प्राधिकरण के पास पंजीकृत सभी शिकायतें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के नियुक्त नोडल अधिकारी को भेजी जाती हैं।

सभी पेट्रोल पंपों पर निम्नलिखित सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जानी चाहिए -

-वाहन को निःशुल्क हवा

-पेय जल

-शौचालय

-किसी भी चोट के मामले में प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स

-शिकायत रजिस्टर/बॉक्स

-अग्निशमन यंत्र

-तेल की कीमतें और काम के घंटे

-ग्राहकों की सुविधा के लिए स्टेशन प्रबंधक और कर्मचारियों के संपर्क नंबर एक दीवार पर प्रदर्शित किए गए हों।

जिम्मेदार नागरिक के रूप में पेट्रोल पंपों पर हमारे कर्तव्य - हमें यह समझना चाहिए कि अपने अधिकारों का प्रयोग करने के साथ-साथ हमारे कुछ कर्तव्य भी हैं। पेट्रोल पंपों पर निभाए जाने वाले कुछ कर्तव्य इस प्रकार हैं:

 -ईंधन टैंक भरते समय हमें कार/बाइक का इंजन बंद कर देना चाहिए, ताकि रिसाव होने पर आग लगने से बचा जा सके।

-पेट्रोल पंप परिसर में सिगरेट न जलाएं

-ईंधन भरवाते समय अपने मोबाइल फोन का प्रयोग न करें, हो सके तो उसे बंद रखें।

-ईंधन टैंक भरने से पहले वाहन से उतर जाएं।

-पेट्रोल/डीजल को प्लास्टिक या कांच की बोतलों में स्वीकार न करें, क्योंकि यह खतरनाक है।

इस लेख में हमने देखा कि अधिकार और कर्तव्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। एक तरफ पेट्रोल पंप पर हमारे कुछ अधिकार हैं, जैसे पानी, हवा, शौचालय और प्राथमिक चिकित्सा सुविधा, तो दूसरी तरफ हमारे कुछ कर्तव्य भी हैं।

Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
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