भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। इसके साथ ही यह जनसंख्या के मामले में दुनिया में पहले पायदान पर आता है।
भारत के समृद्ध व गौरवशाली के इतिहास के बीच कुल 28 राज्यों का गठन हुआ और हाल ही में हुए बड़े बदलावों की वजह से केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या 8 हो गई, जिसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को हाल ही में जोड़ा गया है।
इन सभी कुल राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अलग-अलग जिले बने हुए हैं, जिनके माध्यम से सरकार को स्थानीय स्तर पर शासन व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलती है। आपने भारत के सबसे अधिक जिले वाले राज्य के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत का सबसे कम जिले वाला राज्य कौन-सा है।
यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम भारत के सबसे कम जिले वाले राज्य के बारे में जानने के साथ उसके इतिहास को भी जानेंगे। जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें।
क्या होता है जिला
सबसे पहले हम यह समझ लेते हैं कि आखिर जिला क्या होता है, तो आपको बता दें कि जिला एक प्रकार से किसी भी राज्य का प्रशासनिक भाग होता है। क्योंकि, राज्य बड़ा होता है, ऐसे में राज्यों को जिले के हिसाब से अलग-अलग मंडल में बांटा जाता है।
इन मंडलों की कमान प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपी जाती है। इससे साथ ही जिला स्तर पर भी अधिकारियों की नियुक्ति होती है, जो कि स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक व्यवस्था को बनाए रखते हैं। साथ ही राज्य स्तर पर चलने वाली तमाम योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम करते हैं।
कौन-सा है सबसे कम जिले वाला राज्य
भारत में मौजूद कुल 28 राज्यों में से सबसे कम जिले वाला राज्य गोवा है। इस राज्य में सिर्फ दो जिले हैं। इन जिलों का नाम उत्तरी और दक्षिणी गोवा है।
कौन-सा जिला है बड़ा
गोवा में मौजूद इन दो जिलों में उत्तरी जिला के मुख्यालय पणजी और दक्षिणी जिले का मुख्यालय मडगांव है।
इन दोनों जिले में यदि सबसे बड़े जिले की बात करें, तो क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा जिला दक्षिणी गोवा है।
वहीं, साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, जनसंख्या के हिसाब से सबसे बड़ा जिला उत्तरी गोवा है।
क्या है गोवा का इतिहास
गोवा का इतिहास तीसरी सदी के ईसा पूर्व से शुरू होता है। पहले यहां पर मौर्य वंश की स्थापना हुई और इसके बाद कोल्हापुर के सातवाहन वंश के शासकों का अधिकार स्थापित हुआ था। बाद में यहां पर बादामी चालुक्य ने 580 से 750 इसवी तक शासन किया।
साल 1312 में गोवा पहली बार दिल्ली सल्तनत के अधीन हुआ, लेकिन विजयनगर के शासक हरिहर प्रथम द्वारा यह दिल्ली सल्तनत के कब्जे से बाहर हो गया। 1498 में वास्को डी गामा यहां आने वाला पहले यूरोपीय यात्री था।
वहीं, 1510 में पुर्तगालियों ने यहां के कुछ क्षेत्रों में अपना कब्जा कर लिया था। भारतीय सेना ने 19 दिसंबर 1961 को गोवा को मुक्त कर भारत में शामिल किया।
वहीं, 30 मई 1987 को गोवा 56वें संविधान संशोधन के साथ भारत में राज्य के तौर पर जुड़ा। इसके साथ ही यह देश का 25वां राज्य भी बना था।
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