भारत में कभी चलन में था 5 और 10 हजार रुपये का नोट, फिर क्यों करना पड़ा बंद, जानें

यदि आप को लगता है कि भारत में 2,000 रुपये का  नोट अब तक का सबसे बड़ा नोट है, तो आप गलत हैं। क्योंकि, एक समय में भारत में 5 और 10 हजार रुपये के नोट चला करते थे। हालांकि, कुछ ऐसा हुआ कि भारतीय बाजार से इन नोटों को वापस लेना पड़ा और ये नोट इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए। 

Sep 30, 2024, 17:32 IST
कभी भारत में चलता था यह नोट
कभी भारत में चलता था यह नोट

यदि आप को लगता है कि भारत में 2,000 रुपये का  नोट अब तक का सबसे बड़ा नोट है, तो आप गलत हैं। क्योंकि, एक समय में भारत में 5 और 10 हजार रुपये के नोट चला करते थे। हालांकि, कुछ ऐसा हुआ कि भारतीय बाजार से इन नोटों को वापस लेना पड़ा और ये नोट इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए।

हालांकि, उस समय ये नोट हर किसी के पास नहीं होते थे, बल्कि समृद्ध लोगों के पास ही ये नोट देखने को मिला करते थे। समय बदला और बाद में एक हजार रुपये का नोट जारी हुआ, लेकिन नोटबंदी में ये भी बंद हो गए। इस लेख में हम इतिहास के पन्नों में ऐसी ही कहानी को जानेंगे, जिसमें भारत में इतने बड़े नोटों के सफर शुरू हुआ और बाद में कुछ कारणों की वजह से इस सफर का अंत भी हो गया।  

कब जारी हुआ था 10 हजार रुपये का नोट

भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से साल 1938 में 10,000 रुपये का नोट जारी किया था, जो कि अब तक का सबसे बड़ा मूल्यवर्ग का नोट था। हालांकि, हर किसी के पास यह नोट नहीं दिखता था, बल्कि इन नोटों का उपयोग अधिकतर उद्यमियों और व्यापारियों द्वारा उच्च मूल्य के लेनदेन के लिए किया जाता था। 

क्यों बंद करना पड़ा नोट

भारत में 10 हजार रुपये के नोट का चलन खूब बढ़ा, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कालाबाजारी और जमाखोरी पर अंकुश लगाने के लिए 1946 में ब्रिटिश सरकार ने इन नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, साल 1954 में ये नोट फिर से भारतीय बाजार में लौटा और 1978 तक भारतीय बाजार में बना रहा। 

1978 में क्यों बंद करना पड़ा नोट

मोरारजी देसाई के नेतृत्व वाली सरकार ने 1978 में वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी की वजह से 5,000 रुपये के नोटों के साथ-साथ 10,000 रुपये के नोटों को भी बंद करना पड़ा था। 

बाजार में मौजूद थे इतने करोड़ रुपये

आरबीआई के आंकड़ों पर गौर करें, तो 31 मार्च 1976 तक बाजार में कुल नकदी 7,144 करोड़ रुपये थी। इसमें से नोटों की बात करें, तो 1,000 रुपये के नोटों की संख्या 87.91 करोड़ रुपये थी, जो कुल संख्या का मात्र 1.2 फीसदी थी।

वहीं, 5,000 रुपये के नोटों की कीमत 22.90 करोड़ रुपये थी, जबकि 10,000 रुपये के नोटों की कीमत 1.26 करोड़ रुपये थी।

हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसी तरह सामान्य अध्ययन से जुड़ा अन्य लेख पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

पढ़ेंः उत्तर प्रदेश के किस जिले को कहा जाता है मेले का शहर, जानें




Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News