भारत के अलग-अलग स्थानों पर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग हैं। इसी में शामिल है मध्यप्रदेश के उज्जैन का महाकाल शिव मंदिर। उज्जैन धार्मिक नगरी के रूप में भी जानी जाती है, जो भगवान शिव के भक्तों की आस्था का केंद्र है। यहां स्थित प्राचीन महाकालेश्वर मंदिर अपनी विशेषताओं के लिए विश्वविख्यात है। यही वजह है कि यहां न सिर्फ देश से बल्कि विदेश से भी लोग पहुंचते हैं। हाल ही में भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा भी यहां भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि भगवान शिव का यह मंदिर आखिर क्यों खास है और इसकी क्या विशेषताएं हैं।
कहां स्थित है मंदिर
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में शामिल यह मंदिर मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित है। वहीं, उज्जैन शहर शिप्रा नदी के तट पर स्थित है, जो कि अपनी सुंदरता के लिए भी जाना जाता है।
दक्षिणमुखी है मूर्ति
मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव की मूर्ति दक्षिणमुखी है। उज्जैन शासन के मुताबिक, यह एक अनूठी विशेषता है, जिसे तांत्रिक परंपरा द्वारा 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केवल महाकाल में पाया जाता है। ऐसे में इसे दक्षिणमूर्ति भी माना जाता है। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में ऊपर की ओर ओंकारेश्वर शिव की मूर्ति है। वहीं, पश्चिम, उत्तर और पूर्व में गणेश, पार्वती और कार्तिकेय के चित्र हैं। वहीं, दक्षिण में नंदी की मूर्ति स्थापित है। इसके साथ ही तीसरी मंजिल पर नागचंद्रेश्वर की मूर्ति स्थापित है। हालांकि, इस मूर्ति के दर्शन केवल नागपंचमी के दिन हुआ करते हैं। महाशिवरात्रि के दिन यहां पर विशाल मेले का आयोजन होता है और रात में शिव की पूजा होती है।
भस्म आरती के लिए है प्रसिद्ध
यहां भगवान शिव को अलसुबह भस्म लगाकर आरती की जाती है, जो कि भस्म आरती के रूप में जानी जाती है। भस्म आरती के लिए यहां प्रमुख तौर पर अलसुबह ही भक्तों की लंबी कतारे देखने को मिल जाती हैं।
महिला और पुरुषों के लिए विशेष नियम
भस्म आरती के लिए यहां पर पुरुषों और महिलाओं के लिए विशेष नियम हैं। यहां पर महिलाएं भस्म आरती को नहीं देख सकती हैं। वहीं, यदि वह मंदिर में मौजूद हैं, तो उन्हें घूंघट रखना पड़ेगा। इसके साथ ही यदि पुरुष सिर्फ भस्म आरती में शामिल होना चाहते हैं, तो वह किसी भी पोशाक में मंदिर में पहुंच सकते हैं। हालांकि, जलाभिषेक के लिए पुरुषों के लिए धोती और महिलाओं के लिए साड़ी जरूरी है।
सड़कों पर मिल जाएगा व्रत वाला खाना
उज्जैन के धार्मिक नगरी होने की वजह से यहां पर अधिकांश लोग धार्मिक यात्रा की वजह से आते हैं। वहीं, इनमें कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो व्रत रखते हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद ही भोजन करते हैं। ऐसे में यहां की सड़कों पर आपको व्रत वाला भोजना अधिक देखने को मिलेगा।
हाल ही में विराट कोहली और अनुष्का शर्मा पहुंचे
हाल ही में अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में अपने 28वें टेस्ट मैच के शतक को पूरा करने से पहले विराट कोहली और अनुष्का शर्मा यहां दर्शन के लिए पहुंचे थे। इससे पहले कोहली बाबा नीम करोली भी पहुंचे थे।
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