सरकारी कर्मचारियों (केंद्र और राज्य दोनों) के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की गयी है. केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने हाल ही में संसद में बताया कि सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (Human Resource Management systems-e-HRMS) शुरू किया है. इसके तहत सरकार कर्मचारियों के सेवा मामलों को डिजिटल रूप से प्रबंधित करने जा रही है.
इसकी मदद से सरकारी कर्मचारियों के सेवाओं से जुड़े रिकॉर्ड एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर डिजिटल रूप देखे जा सकते है. केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में बताया कि ई-एचआरएमएस को प्रशिक्षण और कार्मिक प्रबंधन से संबंधित डेटा-संचालित निर्णयों की सुविधा के लिए डिज़ाइन किया गया है.
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क्या है e-HRMS:
मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एचआरएमएस) सॉफ्टवेयर का एक सेट है जो मानव संसाधन कार्यों को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने में मदद करता है. इस सिस्टम के माध्यम से सेवा रिकॉर्ड का डिजिटल मैनेजमेंट किया जा सकेगा साथ ही समय और लागत को कम करने और डिजिटल रिकॉर्ड तक पहुंच में सुधार किया जा सकेगा. इसका उद्देश्य न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप के साथ उत्पादकता वृद्धि और कुशल कैडर प्रबंधन के लिए एक उपकरण के रूप में काम करना है.
इस सुविधा के माध्यम से जहां एक ओर समय की बचत होगी तो वहीं दूसरी ओर डिजिटल रिकॉर्ड की उपलब्धता भी आसान होगी साथ ही साथ डैशबोर्ड, कर्मचारियों की तैनाती की रियल टाइम निगरानी का काम भी आसान होगा.
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने हाल ही में राज्यसभा में एक अतारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, "केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली शुरू की है.
e-HRMS के क्या है लाभ:
- ई-एचआरएमएस के माध्यम से सभी सरकारी कर्मचारियों (केंद्र और राज्य दोनों) की सेवाओं की डिटेल्स डिजिटल रूप में उपलब्ध होगी जो 24X7 उपलब्धता के साथ कर्मचारी डेटा का एकल स्रोत होगा.
- इस प्लेटफ़ॉर्म की मदद से कर्मचारियों की सेवा से जुड़ी सभी डिटेल्स को एक्सेस किया जा सकता है जिसमें प्रशिक्षण, पदोन्नति, डेप्युटेशन, ट्रांसफर, सेवानिवृत्ति, इस्तीफा आदि के डेटा आसानी से देखें जा सकते है.
- इसके साथ ही इसमें रीइंबर्समेंट, क्लेम्स, एडवांस, छुट्टियों और कर्मचारियों से संबंधित अन्य मामलों की डिजिटलीकृत जानकारी भी हासिल की जा सकती है.
- इसकी मदद से अलर्ट/अधिसूचना कार्यक्षमता के साथ-साथ पारदर्शिता और जवाबदेही भी आसानी और स्पष्ट रूप से तय की जा सकेगी.
- ई-एचआरएमएस सुविधा के माध्यम से पारंपरिक कागजी रिकॉर्ड और डेटा की मैन्युअल एंट्री पर निर्भरता कम होगी और समय की भी बचत होगी.
रियल टाइम प्रोसेसिंग और ट्रैकिंग की भी सुविधा:
इस सुविधा की मदद से रियल टाइम प्रोसेसिंग और ट्रैकिंग और ट्रांजिट टाइम और लागत में कमी आयेगी साथ की डेटा की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सकेगी.
इसकी मदद से नीति बनाने और उन्हें लागू करने में वरिष्ठ प्रशासन को विश्लेषण की सुविधा भी मिलेगी. डेटा के डिजिटलीकरण से प्रशिक्षण, पदोन्नति, डेप्युटेशन, ट्रांसफर, दक्षताओं आदि के संबंध में निर्णय लेने में आसानी होगी.
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