पश्चिमी एशिया के देश कतर की एक स्थानीय अदालत ने भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अफसरों को फांसी की सजा सुनाई है. इन अफसरों को अगस्त 2022 में कतर में गिरफ्तार किया गया था. वहीं भारत सरकार ने इस फैसले को स्तब्धकारी बताया है और साथ ही कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही है.
क़तर के अधिकारियों ने इस मामले में अभी तक भारतीय नागरिकों के खिलाफ आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने मामले का संज्ञान लेते हुए हर संभव राजनयिक मदद की बात कही है. कतर के समाचार पत्रों की रिपोर्ट की मानें तो इन सभी पर जासूसी के आरोप लगाए गए हैं.
VIDEO | "It is absolutely shocking. India has such good relations with Qatar and this was not expected. We hardly even know the charges against them. I do not think the trial has been fair. Indian government should be proactive in getting them out as they are our veterans," says… pic.twitter.com/OVjmAVX299
— Press Trust of India (@PTI_News) October 26, 2023
डहरा ग्लोबल से जुड़े थे सभी:
ये सभी नागरिक दोहा स्थित दहरा ग्लोबल में काम करने वाले भारतीय नागरिक है जिन्हें अगस्त 2022 में हिरासत में ले लिया गया था. सूत्रों की मानें तो ये सभी भारतीय इतालवी स्टील्थ पनडुब्बियों U2I2 की देखरेख के काम से डहरा ग्लोबल से जुड़े हुए थे.
इस मामले में दो कतरी नागरिकों के खिलाफ भी आरोप तय किए गए, जिनमे से एक डहरा के सीईओ खामिस अल-अजमी हैं, लेकिन अजमी को अक्टूबर 2022 में जमानत मिल गयी थी. फीफा फुटबॉल विश्व कप की शुरुआत से ठीक पहले एक ओमानी नागरिक को भी हिरासत में लिया गया था, जिसे बाद में रिहा कर दिया गया था.
सभी पर जासूसी के लगे है आरोप:
कतरी मीडिया की मानें तो इन सभी भारतियों पर जासूसी के आरोप लगाये गए है. ये सभी कतर सेना से जुड़ी कंपनी डहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीस में काम करते थे.
कानूनी विकल्प तलाश रही भारत सरकार:
भारतीय विदेश मंत्रालय इस मामले को को काफी गंभीरता से लिया है साथ ही सरकार उन सभी आठों नागरिकों के संपर्क में है. राजनयिक तौर पर सरकार हर संभव मदद के लिए तैयार है. वैसे भारत और खाड़ी देश क़तर के रिश्ते पहले से ही काफी मजबूत है और हाल के वर्षो में इसमें काफी मजबूती भी आई है.
दोनों देश एक दूसरे के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने की कोशिश करते रहते है. इसी कड़ी में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2016 में कतर का दौरा किया था. इससे पहले मार्च 2015 में, कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने भारत का दौरा किया था.
कौन है 8 भारतीय पूर्व नौसैनिक:
1. कैप्टन नवतेज सिंह गिल
2. कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा
3. कैप्टन सौरभ वशिष्ठ
4. कमांडर अमित नागपाल
5. कमांडर पूर्णेंदु तिवारी
6. कमांडर सुगुनाकर पकाला
7. कमांडर संजीव गुप्ता
8. सेलर रागेश
कांग्रेस ने की जल्द रिहाई की मांग:
विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार से आठ लोगों की जल्द से जल्द रिहाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कतर में 8 पूर्व भारतीय अधिकारियों के संबंध में सबसे परेशान करने वाले घटनाक्रम को सबसे बड़ी पीड़ा, संकट और सदमे के साथ संज्ञान लिया है''.
कतर में भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों से संबंधित अत्यंत दुखद घटनाक्रम का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने बेहद दुख, पीड़ा और अफ़सोस के साथ संज्ञान लिया है। हम आशा और अपेक्षा करते हैं कि भारत सरकार कतर सरकार के साथ अपने राजनयिक और राजनीतिक प्रभाव का जितना अधिक से अधिक हो सके,…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 26, 2023
इसे भी पढ़ें:
ICC World Cup points Table 2023: अपडेटेड पॉइंट्स टेबल यहां देखें
ICC Cricket World Cup में अब तक के सर्वोच्च टीम स्कोर कौन से है? जानें
Comments
All Comments (0)
Join the conversation