करियर प्लानिंग कभी करेक्ट हो ही नही सकती अगर छात्र नही जानते ये 5 बातें

यहाँ जानें वे करियर प्लानिंग टिप्स जो हर स्कूली छात्र को भविष्य में एक बेहतरीन करियर अपनाने व सफ़ल व्यक्ति बनने में करेंगे मददl इन बेहतरीन करियर टिप्स से आपको अपने रुझाव और शौंक के मुताबिक मनपसंद करियर अपनाने में सहायता मेलेगीl

5 Best career planning tips for school students
5 Best career planning tips for school students

हिंदी में एक कहावत है, "पूत के पाँव पालने में ही दिख जाते हैं" जिसका अर्थ है कि बच्चों  की क्षमताएं और प्रतिभाएं उनके बचपन में ही देखी जा सकती हैं. एक चौकस नजर के साथ, आप यह समझ सकते हैं कि आपका बच्चा किस क्षेत्र में बेहतर कर सकता है ? कुछ दिनों पहले एक नामचीन ऑनलाइन पोर्टल ने कुछ प्रश्नों की सूची जारी की थी, जिसमें माता-पिता या अभिभावकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का संकलन था. उनमें से एक सवाल बड़ा ही अटपटा पर गंभीर था सवाल यह था कि, मेरा बच्चा 5 वीं कक्षा में है. उसके लिए आईआईटी जेईई तैयारी हेतु कौन सा कोचिंग संस्थान सबसे अच्छा रहेगा ? यह सवाल मुझे कुछ अजीब और अव्यवहारिक लगा कि भारत की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक आईआईटी जेईई की तैयारी ये सख्स कक्षा पांचवी से ही अपने बच्चे को कराना चाहते हैं. लेकिन कुछ देर सोचने के बाद मुझे ऐसा लगा कि अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित होना या उसके लिए योजनाएं बनाना स्वाभाविक है. लेकिन यह सही नहीं है कि माता-पिता या अभिभावक बच्चे के भविष्य का निर्णय लें. बेहतर यह होगा कि आप अपने बच्चे के पसंद के करियर की राह में उसको नेविगेट करने में उसकी सहायता करें. उपलब्ध करियर विकल्पों में से बच्चे की योग्यता और रूचि के अनुसार कोर्स के चयन में उसकी मदद करें. लेकिन माता पिता के समक्ष अपनी बात रखने या अपने मनपसंद करियर क्षेत्र के विषय में चर्चा करने से पहले बच्चों को भी अपनी शक्तियों और क्षमताओं का पूरा एहसास होना चाहिए. कारण कि रूचि और क्षमता के आधार पर ही बच्चे किसी भी क्षेत्र में बेहतर रिजल्ट देने की स्थिति में होते हैं. करियर विकल्पों के विषय में सोचने का सबसे सही समय हाई स्कूल में एडमिशन लेने के बाद का समय होता है. इस दौरान बच्चे इतने परिपक्व हो गए होते हैं कि वे अच्छे बुरे परिस्थितियों के विषय में भलीभांति जान सकें. 

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नीचे हमने हाई स्कूल के विद्यार्थियों के लिए उनके करियर प्लानिंग में मददगार बिन्दुओं पर प्रकाश डाला है. 

1. अपनी रुचियों और संभावनाओं को समझें

एक दशक पहले जब किसी बच्चे से पूछा जाता था कि आप बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं, तो अक्सर जबाब होता था, "एक डॉक्टर", "एक शिक्षक", "एक रक्षा अधिकारी" या "एक वैज्ञानिक " आदि. लेकिन आज आधुनिकता के इस दौर में प्रौद्योगिकी और मास मीडिया की प्रगति के कारण बच्चों के सामने विभिन्न प्रकार के करियर विकल्प हैं. लेकिन उन विकल्पों में सर्वश्रेष्ठ चुनने के लिए, अपने व्यक्तिगत हितों और संभावनाओं का विश्लेषण करना बहुत महत्वपूर्ण है. इनमें से कुछ चीजें ऐसी हैं जो आपको सबसे अधिक आकर्षित करती हैं,आप उसमें अपना बेस्ट दे सकते हैं. उस क्षेत्र में आप बहुत आसानी से सफलता प्राप्त कर सकते हैं. यह आपके सफल करियर में मददगार साबित होगा.

2.अपने पसंदीदा विषयों का चयन करें

पसंदीदा विषय का मतलब वह विषय नहीं है जिसमें आप सर्वोच्च स्कोर करते हैं, बल्कि वह विषय जिसमें बिना प्रयत्न के आप स्वाभाविक रूप से सीख या समझ सकते हैं.  सिर्फ अपनी academic strengths का विश्लेषण करें और सवालों के जवाब खोजने का प्रयास करें. आप किस विषय में अच्छे हैं? विज्ञान, गणित या फिर हिंदी/अंग्रेजी/ भाषा साहित्य? क्या आप विज्ञान और गणित से नफरत करते हैं लेकिन अपनी अंग्रेजी कक्षाओं से प्यार करते हैं? जब आपको इन सवालों का जवाब मिलेगा तब आप यह निश्चय कर पायेंगे कि आपको एक चिकित्सक, एक वैज्ञानिक या अर्थशास्त्री बनना है या फिर आप लेखक, शिक्षक, वकील या कुछ अन्य संचार आधारित करियर को अपनाकर अपना बेस्ट दे सकते हैं. वस्तुतः जिस फ्रेम में आप फिट बैठ सकते हैं उसका चिंतन और विश्लेषण करें. करियर की तलाश में यह एक सार्थक कदम साबित होगा.

3. आप जैसी जिंदगी जीना चाहते हैं, उसका चिंतन करें

जिस ज़िन्दगी को आप जीना चाहते हैं, उसका एक खाका तैयार करें. आप जिस संभावित करियर का चयन करने जा रहे हैं, उसकी शर्तों तथा उससे जुड़े अन्य गतिविधियों पर विचार करें तथा इन कुछ सवालों के जवाब ढूंढ़ने का प्रयास करें- क्या आप एक पारंपरिक और शांतिपूर्ण जीवन जीने की इच्छा रखते हैं, जहाँ आपका पारिवारिक जीवन बहुत सुखमय बीतेगा या फिर आप एक साहसी जीवन जीना चाहते हैं, जहां आपका करियर आपको किसी भी समय दुनिया के किसी भी हिस्से में ले जा सकता है ? क्या आप नाम और प्रसिद्धि अर्जित करना चाहते हैं? जब आप इन सभी सवालों के जवाब देंगे, तो आपके लिए ऐसा करियर चुनना आसान होगा जो आपके जीवन स्तर को सबसे अच्छी तरह से सूट करेगा.

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4. करियर के लक्ष्य को कैसे प्राप्त किया जा सकता है ? यह जानने का प्रयत्न करें

आपने एक प्रसिद्ध मुहावरा अवश्य सुना होगा, बिना कष्ट के कोई लाभ नहीं होता. अर्थात बिना कष्ट किये जीवन में सफलता नहीं मिलती है. अतः आपको यह समझना होगा कि अपने करिअर के लक्ष्य तक पहुँचने के लिए किन किन चीजों को आपको छोड़ना चाहिए?

उदाहरण के लिए यदि आप एक पायलट बनने की इच्छा रखते हैं, तो ध्यान रखें कि इस नौकरी के लिए आपको घर से बाहर बहुत समय बिताने की आवश्यकता होगी. अगर आप एक कॉरपोरेट वकील या निवेश बैंकर बनने का सपना देखते हैं, तो कड़ी मेहनत की अपेक्षा होगी यदि आप एक कॉलेज का प्रोफेसर बनना चाहते हैं, तो आपको पीएचडी करने के लिए स्कूल,कॉलेज में एक लंबा सफर तय करना होगा. अतः आपको अपनी इच्छा के अनुकूल करियर के लिए उसकी सीमाओं को समझकर उसी के दायरे में कार्य करना होगा.

5. अपनी व्यक्तिगत और सामाजिक शक्तियों को परिभाषित करें

अपनी व्यक्तिगत और सामाजिक शक्तियों को जानने के बाद आपमें एक ऐसी अंतर्दृष्टि उत्पन्न होगी जो आपको अपने सबसे संतोषजनक करियर लक्ष्यों की पहचान करने और उनसे जुड़े विकास की राह की सही जानकारी प्रदान करेगी.

उदाहरण के लिए, यदि आप भविष्य के लिए करियर ऑप्शन का पता लगाने का कार्य कर रहे हैं, तो व्यक्तिगत शक्तियों, रणनीतिक सोच, सकारात्मक दृष्टिकोण, सीखने की क्षमता, जिज्ञासा आदि के बारे में बात करें. साथ ही सामाजिक शक्तियां जैसे, टीम के काम, रिश्तों का निर्माण, संचार, आदि आपकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. ध्यान रखिये आप अकेले ही सफल नहीं हो सकते.करियर के विकास के लिए आपकी व्यक्तिगत शक्तियों के साथ साथ सामाजिक शक्तियां भी प्रगति के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करने में समान रूप से महत्वपूर्ण हैं.

निष्कर्ष

जीवन में करियर का चयन एक व्यक्ति के पूरे जीवन को प्रभावित कर सकता है . यदि यह चयन बुद्धिमानी पूर्वक किया जाता है, तो यह आपको एक शांतिपूर्ण एवं सफल जीवन की ओर ले जायेगा  लेकिन यदि चयन गलत हो गया, तो यह आजीवन आपको विचलित और परेशान करता रहेगा. तो भलाई इसी में है कि आप अपने हाई स्कूल की शिक्षा के दौरान ही उपलब्ध विभिन्न करियर विकल्पों पर चिंतन एवं विश्लेषण करें. इससे आपको काम करने और एक सही करियर की दिशा में कदम-दर-कदम आगे बढ़ने में मदद मिलेगी.

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