प्रतियोगी परीक्षा हो या फिर कोई और परीक्षा, तैयारी के लिए हर विद्यार्थी तरह-तरह की किताबें पढ़ता है, कोचिंग जाता है, क्लास लेता है और प्रैक्टिस भी करता है, लेकिन, जब एग्जाम होता है तो उसका सिलेक्शन नहीं हो पाता या फिर अच्छा रिजल्ट नहीं आता l आजकल ये बहुत आम बात हो गई है और हमारे आस पास ऐसे ढेरों उदाहरण मिल जायेंगे l क्या आपने कभी सोचा है कि इस बात का मुख्य कारण क्या है?
कुछ लोग जवाब में कहेंगे: बढ़ता प्रतियोगिता का स्तर, शिक्षा का बढ़ता स्तर इत्यादि l यह कारण कुछ हद तक तो सही है मगर इस बात के कुछ और कारण भी हैं जिनके बारे में सभी को पता होना चाहिये l
आज इस आर्टिकल में हम आपको इन कारणों से जुड़ी 5 खास बातों के बारें में बताएंगे जिन्हे परीक्षा की तैयारी के दौरान कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिये l
इन बातों का ध्यान न रखने की वजह से अच्छी तैयारी के बावजूद सिलेक्शन नहीं होता या फिर अच्छा रिजल्ट नहीं आता l
ये 5 खास बातें कुछ इस प्रकार हैं:
1 # लेटेस्ट सिलेबस के अनुसार पढ़ाई न करना:
किसी भी परीक्षा की तैयारी करने से पहले उस परीक्षा का सिलेबस आपके पास ज़रूर होना चाहिये l हर एग्जाम की तैयारी के लिये कोई न कोई रिफरेन्स किताब ज़रूर होती है l पर एग्जाम की तैयारी के लिए उस किताब का हर एक टॉपिक महत्वपूर्ण नहीं होता l आपके पास तैयारी के लिए एक महीना बचा हो और आप पूरी किताब लेकर पढ़ने बैठ जाएं तो न आप वो किताब ठीक से पढ़ पाएंगे और न आप ठीक से एग्जाम की तैयारी कर पाएंगे l
दूसरी तरफ अगर आप किताब में (सिलेबस की मदद से) महत्वपूर्ण टॉपिक मार्क कर लेते और आसान टॉपिक पहले पढ़ते हैं तो आप कम समय में काफी बेहतर तैयारी कर सकतें हैं l ज्ञान प्राप्त करने के लिए किताब पढ़ना अच्छी बात है मगर किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे पहले सिलेबस (और उसमे दिए गये टॉपिक्स) का ज्ञान होना बहुत ज़रूरी है l
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2 # पुराने पेपर्स हल करने में आलस
किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए सिलेबस के बाद सबसे महत्वपूर्ण चीज है उस परीक्षा के पुराने साल के पेपर्स l पुराने पेपर्स से हमे एग्जाम पैटर्न के बारे में पता चलता है l पुराने साल के पेपर्स से हमे उस परीक्षा में पूछें जाने वाले सवालों के स्तर के बारें में भी पता चलता है l
इसलिए अगर परीक्षा से पहले आपने तैयारी के दौरान अपने पुराने 5 से 10 साल के पेपर्स हल कर लिए तो आपके सफल होने की संभावना कई गुना बढ़ जाएगी l कई बार महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट्स हर साल परीक्षा में पूछे जाते हैं जिनकी जानकारी पुराने पेपर्स हल करने पर ही होती है l कई बार विभिन्न परीक्षाओं में पुराने सवाल रिपीट हो जाते हैं l इसलिए पुराने पेपर्स ज़रूर हल करने चाहिए और किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण बातों में ये एक बात है l
3 # लेटेस्ट सैंपल पेपर्स से प्रैक्टिस:
पुराने पेपर्स से हमे परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नो के स्तर के बारे में पता चलता है जबकि सैंपल पेपर्स से हमे नए एग्जामिनेशन पैटर्न या ब्लूप्रिंट के बारे में पता चलता है l इनकी मदद से हमें समय प्रबंधन के बारें में पता चलता है l
CBSE बोर्ड एग्जाम की तैयारी के लिए तो सैंपल पेपर्स सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं l CBSE तो हर साल 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले हर विषय के लिये सैंपल पेपर्स जारी करता है l इन पेपर्स के मदद से विद्यार्थियों को नए एग्जामिनेशन पैटर्न या ब्लूप्रिंट के बारे में पता चलता है l
कसी भी परीक्षा की तैयारी के दौरान अगर आपने सबसे लेटेस्ट सैंपल पेपर्स से प्रैक्टिस नहीं करी तो समझ लीजिए आपकी तैयारी पूरी नहीं हुई है l
4 # एग्ज़ाम से एक दिन पहले क्या और कितना पढ़ना है -
यह एक ऐसी समस्या जिसके बारे में अधिकतर विद्यार्थी पहले ध्यान नहीं देते हैं और न ही उन्हें टीचर्स बताते हैं l किस विषय में कौन सा टॉपिक परीक्षा के लिए सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है? क्या आप उस टॉपिक को बार-बार भूल रहे हैं? किस चैप्टर को दोहराने में आपको कितना समय लगता है? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जनके उत्तर अगर आपको पता होंगे तभी आप समझ पाएंगे कि एग्ज़ाम से एक दिन पहले क्या और कितना पढ़ना है l
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5 # पेपर के दौरान मिलने वाले Surprises -
जब आप पुराने पेपर्स और सैंपल पेपर्स हल करते हैं तो आप यह पहले से प्लान कर लेते हैं कि परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र में कौन सा सेक्शन पहले करना है और कौन सा बाद में l
किन्तु आप क्या करेंगे अगर आपके पसंदीदा सेक्शन (सेक्शन जो आप सबसे पहले करने वाले थे) के ज़्यादातर सवाल कठिन आ गए तो?
कई विद्यार्थी ऐसी परिस्थिति में घबरा जाते हैं और फिर उन्हे उन प्रश्नो में भी दिक्कतें होने लगती हैं जो उन्हें अच्छे से आते हैं l ऐसी स्थिति के लिए भी विद्यार्थियों को हमेशा तैयार रहना चाहिये l विद्यार्थियों को पेपर के अनुसार अपनी रणनीति में बदलाव के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिये l कुछ विद्यार्थी नई जगह परीक्षा देते समय स्ट्रेस महसूस करते हैं l एग्ज़ाम देते समय अगर कक्ष निरीक्षक उनके पास आ जाये तो विद्यार्थी परेशान होने लगते हैं l इसका सीधा असर एग्ज़ाम में उनके प्रदर्शन पर पड़ता है l ऐसे विद्यार्थियों को एग्जाम से पहले, किसी भी स्थिति के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार कर लेना चाहिए l
सारांश:
ये थीं कुछ ख़ास बातें जिन्हे अगर आप नज़रअंदाज करेंगे तो हो सकता है कि आपकी पूरी मेहनत बेकार चली जाये l हो सकता है कि यह बातें सुनने में बहुत छोटी लगें मगर किसी भी परीक्षा की तैयारी में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं l इसलिए इन बातों का ध्यान ज़रूर रखें l
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