IAS मुख्य परीक्षा 2017 की लोक प्रशासन वैकल्पिक विषय 1 की परीक्षा 3 नवम्बर, 2017 को आयोजित की गई थी। इस लेख में हमने IAS मुख्य परीक्षा 2017 के लोक प्रशासन वैकल्पिक विषय 1 का प्रश्न-पत्र प्रदान किया है। सिविल सेवा परीक्षा 2017 में पूछे गए प्रश्नों के अध्ययन करने तथा ऐसे प्रश्नों का अभ्यास करने से सिविल सेवा परीक्षा 2018 की तैयारी के लिए फायदेमंद होगा।
IAS उम्मीदवारों को IAS मुख्य परीक्षा के हर विषयों का अध्ययन करना चाहिए और तदनुसार IAS परीक्षा 2018 के लिए इसी पैटर्न के आधार पर टॉपिक्स को कवर करने के लिए विशेष रणनीति बनाना चाहिए।
IAS मुख्य परीक्षा 2017
लोक प्रशासन वैकल्पिक विषय 1
निर्धारित समय : तीन घंटे
अधिकतम अंक 250
प्रश्न-पत्र के लिए विशिष्ट अनुदेश
कृपया प्रश्नों के उत्तर देने से पूर्व निम्नलिखित प्रत्येक अनुदेश को ध्यानपूर्वक पढ़ें :
इसमें आठ प्रश्न हैं जो दो खण्डों में विभाजित हैं तथा हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में छपे हैं। परीक्षार्थी को कुल पाँच प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
प्रश्न संख्या 1 और 5 अनिवार्य हैं तथा बाकी में से प्रत्येक खण्ड से कम-कम-कम एक प्रश्न चुनकर किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
प्रत्येक प्रश्न/भाग के अंक उसके सामने दिए गए है।
प्रश्नों के उत्तर उसी माध्यम में लिखे जाने चाहिए जिसका उल्लेख आपके प्रवेश-पत्र में किया गया है, और इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख प्रश्न-सह-उत्तर (क्यू.सी.ए.) पुस्तिका के मुख-पृष्ठ पर निर्दिष्ट स्थान पर किया जाना चाहिए। उल्लिखित माध्यम के अतिरिक्त
अन्य किसी माध्यम में लिखे गए उत्तर पर कोई अंक नहीं मिलेंगे।
प्रश्नों में शब्द सीमा, जहाँ विनिर्दिष्ट है का अनुसरण लिया जाना चाहिए ।
प्रश्नों के उत्तरों की गणना क्रमानुसार की जाएगी। यदि काटा नहीं हो, तो प्रश्न के उत्तर की गणना की जाएगी चाहे वह उत्तर अंशत: दिया गया हो| प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में खाली छोड़ा हुआ पृष्ठ या उसके अंश को स्पष्ट रूप से काटा जाना चाहिए।
खण्ड A
Q1. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए: 10 x 5 = 50
(a) “अपने प्रकाशन के 130 वर्ष के पश्चात् भी, वुडरो विल्सन का लेख ‘दि स्टडी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन’ आज भी अपनी उच्च प्रासंगिकता लिए हुए है।” टिप्पणी कीजिए।
(b) "प्रशासन की क्लासिकी तभी मानवीय संबंधों की विचारपद्धतियों की विशिष्टता दोनों की पारस्परिक पूरकता हैं ।" विश्लेषण कीजिए ।
(c) "विरोधिता भिन्नताओं - मतों एवं हितों में भिन्नताओं का प्रकटीकरण है" –(मैरी पार्कर फोलेट) । टिप्पणी कीजिए ।
(d) "नेता सही कार्य करते हैं, प्रबंधक उन्हें सही ढंग से करते हैं" – (वारेन बैनिस) । क्या उसके द्वारा यह विभेद तर्कसंगत है ? स्पष्ट कीजिए ।
(e) “प्रशासनिक विधि की पहचान उसके स्वरूप के बजाय उसकी विषय-सामग्री से की जाती है।” चर्चा कीजिए।
Q2. (a) कतिपय विद्वानों ने नव लोक प्रबंधन को 'नव-टेलरवाद’ की संज्ञा दी है । क्या यह एक उचित तुलना है? नव लोक प्रबंधन के जन्म के बाद इतने कम समय में इसका पतन किन कारकों के कारण हुआ है? 20
(b) “अब्राहम मैस्लो के ‘आवश्यकता सोपान’ और फ्रेडरिक हर्जबर्ग की ‘द्विकारक थियोरी’ के बीच मानवीय अभिप्रेरण के विश्लेषण में समानताएँ हैं।” टिप्पणी कीजिए। 15
(c) सिविल समाज राज्य के पूरक एवं अनुपूरक होता है। फिर भी उसकी क्षमता एम भूमिका राज्य की इच्छा पर निर्भर करती हैं। टिप्पणी कीजिए। 15
Q3. (a) आर्गिरिस तथा लिकर्ट की सहभागी प्रबंधन की विचारपद्धति तंत्र के भीतर लोकतंत्र के पक्ष में तर्क करती है| क्या यह उपागम विकासमान लोकतंत्रों के साथ विकासशील देशों के लिए भी बराबर का उपयोगी होगा? 20
(b) “कार्यकारी पदों का निहितार्थ एक जटिल नैतिकता होना होता है और उनके लिए उत्तरदायित्व की एक उच्च क्षमता की आवश्यकता होती है” – (चेस्टर बर्नार्ड)। टिप्पणी कीजिए। 15
(c) जब मीडिया ही निहित स्वार्थों के द्वारा नियंत्रित हो, तो वह सरकार के निहित स्वार्थों पर किस प्रकार नियन्त्रण कर सकता है? मीडिया और अधिक उत्तरदायी तथा निष्पक्ष किस प्रकार बन सकता है? 15
Q4. (a) “लोक प्रशासन के अनु प्रयुक्त जगत में हुए प्रत्येक मुख्य रूपांतरण के साथ हि लोक प्रशासन के अध्ययन की परिधि तथा गहनता में संवृद्धि हुई है।” लोक प्रशासन के विषय के विकास और लोक प्रशासन के संव्यवसाय के बीच संबंध पर चर्चा कीजिए। 20
(b) “तंत्र सिद्धांत तत्वत: एक थियोरी नहीं है, किन्तु प्रशासनिक संवृतियों के अध्ययन का एक उपागम है। टिप्पणी कीजिए। 15
(c) “ प्रत्यायोजन विधान का सिद्धांत, मेरे विचार में उचित है, किन्तु मैं यह जोर देकर कहना चाहता हूँ कि संसद के लिए यह उपयुक्त रहेगा कि वह सभी अवस्थाओं पर सतर्कतापूर्ण एवं उत्साहपूर्ण निगरानी बनाए रखे” (हर्बर्ट मॉरिसन)। विश्लेषण कीजिए। 15
खण्ड B
Q5. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए: 10 x 5 = 50
(a) “बजटन एक राजनीतिक प्रक्रम है” – (एरन विल्डॉस्की)। परीक्षण कीजिए।
(b) “विकास प्रशासन तथा प्रशासनिक विकास के बीच मुर्गी तथा अंडे का संबंध है” – (रिग्ज)। सविस्तार स्पष्ट कीजिए।
(c) “डिजिटलीकरण ई-शासन (ई-गवर्नेंस) को अत्यधिक प्रोत्साहन प्रदान करता है।” चर्चा कीजिए।
(d) “360० निष्पादन मूल्यांकन पद्धति एक तर्कसंगत विचार है, किन्तु इसमें जटिल और अप्रमाणिक कार्य विधियाँ शामिल होती हैं|” इसको दोष-रहित किस प्रकार बनाया जा सकता है?
(e) “बृहत् सार्वजनिक ऋण ऐसी कराधान एवं व्ययन नीतियों को अपनाने के लिए बाध्य करता है जिनका परिणाम उच्चतर करों तथा न्यूनीकृत सेवाओं के रूप में होता है।” विश्लेषण कीजिए।
Q6. (a) “उदारीकरण, निजीकरण तथा वैश्वीकरण ने विकास प्रशासन की प्रकृति को रूपांतरित कर दिया है।” चर्चा कीजिए। 20
(b) “सरकार में सक्षम विशेषज्ञों का पार्श्विक प्रवेश (लैटरल एंट्री) ताजगी तथा नवाचार को बढ़ावा देगा, किन्तु यह जवाबदेही की समस्याओं को भी जन्म दे सकता है।” चर्चा कीजिए। 15
(c) “निष्पादन बजटन के बिना निष्पादन लेखापरीक्षण हो ही नहीं सकता है।” सुस्पष्ट कीजिए। 15
Q7. (a) “संयोजित-प्रिज्मीय-विवर्तित समाजों के रिग्जीय मॉडल और उनकी प्रशासनिक प्रणालियाँ पारंपरिक चमत्कारी विधिक-युक्तिसंगत प्राधिकारों के मैक्स वेबर के प्ररूपविज्ञान के द्वारा प्रेरित हुई हैं।” विश्लेषण कीजिए। 20
(b) “लोकतांत्रिक देश में बहु-मुखी विकास के मुख्य उत्प्रेरक के रूप में कार्य करने में अधिकारीतंत्र की अंतर्निर्मित सीमाएँ हैं।” उपयुक्त उदाहरणों सहित इस कथन का विश्लेषण कीजिए। 15
(c) क्या हम यह कह सकते हैं कि कानूनी लेखापरीक्षा तथा सामाजिक लेखापरीक्षा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं? अथवा, क्या वे भिन्न-भिन्न मूल्यों के दो पृथक् सिक्के हैं? चर्चा कीजिए। 15
Q8. (a) “मानव संसाधन प्रबंधन के विभिन्न घटक परस्पर संबद्ध हैं।” चर्चा कीजिए। 20
(b) “प्रशासनिक नैतिकता में लोक सेवाकों की आचरण संहिता शामिल है, किन्तु यह उसके परे भी जाती है।” विवेचना कीजिए। 15
(c) “लोक नीति में शामिल सभी प्रक्रमों में कार्यान्वयन सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।” नीति कार्यान्वयन मीन बाधाओं का परीक्षण कीजिए। 15
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