विद्यार्थियों के अन्दर हमेशा बोर्ड के एग्जाम को लेकर चिंता बनी रहती हैं। लेकिन बोर्ड का एग्जाम कोई ऐसा एग्जाम नहीं हैं की आप इसमें अच्छा न कर पाए । थोड़ी सी प्लानिंग और कुछ टिप्स को अपना कर आप बोर्ड की परीक्षाओं में टॉप कर सकते हैं या फिर अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। आज के लेख में हम up board एग्जाम में अच्छे मार्क्स लाने या टॉप करने के तरीके के बारे में जानेंगे। यूपी बोर्ड की गिनती टफ बोर्ड में होती है तो ज़ाहिर है कि पढ़ने का और एग्जाम की तैयारी का तरीका भी कुछ अलग होना चाहिए जबकि आम तौर पर up board के स्टूडेंट उन्ही तरीको से एग्जाम की तैयारी करते हैं जो सालो से करते आ रहें हैं | जबकि इस टफ बोर्ड को आसानी से पास करने के लिए और अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए अपने एग्जाम की तैयारी में भी कुछ नये तरीके अपनाना चाहिए| अक्सर देखा गया है की हम अपने एग्जाम की तैयारी के लिए कई तरह के स्टडी मटेरियल की मदद लेते हैं | जैसे- टेक्स्ट बुक्स, सैंपल पेपर्स, क्वेश्चन बैंक्स और गाइड्स लेकिन क्या आपको लगता है ये आपके परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त है ?
UP Board के विद्यार्थियों को एग्जाम की तैयारी के लिए आम तौर पर निम्नलिखित अध्ययन हेतु चीजों का सहारा लेना पड़ता है :
टेक्स्ट बुक- पढाई करने के लिए और टॉपिक को समझने के लिए टेक्स्ट बुक ही एक मात्र सहारा होता है | दरअसल, टेक्सट बुक में बहुत सी बातें जानकारी के लिए दी जाती हैं उसका परीक्षा से उतना वास्ता नहीं होता। एक जागरूक विघार्थी को इसकी पहचान होनी चाहिए और परीक्षा की तैयारी के मद्देनजर इसे ध्यान दे कर पढ़ना चाहिए। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो परीक्षा की तैयारी के अंतिम दिनों में आप क्या पढ़ें और क्या नहीं पढ़ें की स्थिति में ही पड़े रहेंगे और बेवजह बेहद तनाव में भी आ जाएंगे।
क्वेश्चन बैंक – क्वेश्चन बैंक की मदद से हम गत वर्ष के पुराने प्रश्न पत्र को हल कर अपनी प्रैक्टिस तो अच्छी कर लेते हैं लेकिन हम उन्ही सिमित प्रश्नों तक ही रह जातें हैं जबकि एग्जाम में कई बार कुछ हट के प्रश्न भी पूछे जातें हैं जिनका हमें अंदाज़ा नही होता है, इस कारण क्वेश्चन बैंक एग्जाम की तैयारी के लिए पर्याप्त नहीं होता है |
सैंपल पेपर्स और गाइड – एक्साम्स की तैयारी के लिए मार्केट में कई तरह के गाइड और सैंपल पेपर्स उपलब्ध है और वो स्टूडेंट्स के एग्जाम की तैयारी के लिए काफी हद तक सहायक हैं लेकिन इन्हीं बुक्स की मदद और इनके उत्तर के पैटर्न के आधार पर ही सभी स्टूडेंट्स अपने एग्जाम की तैयारी करते हैं और उनके उत्तर लिखने का तरीका भी लगभग एक जैसा ही होता है |
कुछ महत्वपूर्ण टिप्स :
आपने कभी एक्जाम की तैयारी के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करने का सोचा है। अगर नहीं तो आज ही इस पर सोचकर इसे अप्लाई करना शुरू कर दें। क्योंकि इंटरनेट का इस्तेमाल एक्जाम में रामबाण साबित हो सकता है। खासकर यूपी बोर्ड के लिए इंटरनेट जादू की छड़ी साबित हो सकती है। यहाँ यह पूछने का सीधा मतलब है की जिस तरह या जो रणनीति आप अपना रहें है वही रणनीति बाकि के सभी स्टूडेंट्स भी अपना रहें होंगे और क्या आपको लगता है इससे आप सबसे अच्छे मार्क्स प्राप्त कर सकते हैं? आज हम आपको कुछ ऐसे महत्वपूर्ण टिप्स बतायेंगे जो आपके एग्जाम की तैयारी प्रभावशाली और सरल कर सकती है और इसके लिए बस आपको अपने तैयारी में इन्टरनेट का महत्व सही तरीके से समझना होगा |
1. स्टडी मटेरियल : इन्टरनेट की मदद से आप सभी विषयों के चैप्टर्स के स्टडी मटेरियल को बेहतर तरीके से पढ़ सकते हैं क्यूंकि आपको यहाँ सभी स्टडी मटेरियल सिर्फ सब्जेक्टिव के रूप में नही मिल रहा होता है| यहाँ आप अपने सभी टॉपिक की पढाई ऑडियो विजुवल तरीके से कर सकते हैं | एक रिसर्च के मुताबिक भी यह साबित हो चूका है कि हम जब किसी टेक्स्ट बुक से कोई टॉपिक पढ़ते है तो उसका केवल 5% या 10% ही हम एक बार में याद रख पाते हैं जबकि अगर हमने उसी टॉपिक को विडियो के ज़रिये पढ़ा है तो हमे उस ही टॉपिक का 50% से 70% याद होता है और इसका एक ही कारण है कि जब हम किसी टॉपिक को टेक्स्ट बुक से पढ़ते है तो हम उसे समझने की कोशिश करते हैं कल्पना कर के लेकिन ऑडियो विजुअल तरीके से पढ़ते समय हम उसे आसानी से देख कर समझ पते हैं |
2. एक्टिविटी : किसी भी टॉपिक को अच्छी तरह समझने के लिए उस टॉपिक से जुड़ी कुछ एक्टिविटी करनी चाहिए जिससे वह टॉपिक अच्छी तरह समझ आ जाये | संजना जो की कक्षा 8वी में हैं उनका यह कहना हैं की जब भी उनको कोई टॉपिक समझ नही आता और वो उसे समझना चाहती हैं तो वह उस टॉपिक से जुड़ी कुछ एक्टिविटी करती हैं जो की पज़ल्स, विडियो के रूप में इन्टरनेट की मदद से उन्हें आसानी से मिल जाता हैं | इस एक्टिविटीज की मदद से उनका उस टॉपिक का कांसेप्ट भी आसानी से क्लियर हो जाता है |
3. प्रैक्टिस : प्रैक्टिस करने के लिए हमारे पास गेस पेपर्स, मॉडल पेपर्स, क्वेश्चन बैंक्स आदि होतें हैं लेकिन क्या इनकी मदद से हम अपनी प्रक्टिस उतनी प्रभावशाली तरीके से कर सकते हैं? अब अगर हम बात करें ऑनलाइन प्रक्टिसिंग की तो इसकी मदद से आप अपने किसी भी टॉपिक की प्रैक्टिस काफी अच्छी तरह कर सकते हैं और यहाँ आपको आपके प्रैक्टिस करते समय किसी इंस्ट्रक्टर की ज़रूरत नहीं होती | यह कहने का सीधा मतलब यह है की आप अपने अनुसार कभी भी ऑनलाइन प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं, ऑनलाइन प्रैक्टिस के लिए ऐसे कई वेबसाइट पर टाइम के साथ प्रैक्टिस करवाई जाती है जिससे आपके टाइम मेनेजमेंट की समस्या भी हल हो जाती है |
4. लाइव टेस्ट सीरीज : ऐसे काफी वेब साइट्स हैं जो स्टूडेंट्स को उनके सभी चैप्टर्स के टॉपिक का टेस्ट लेती हैं जिसमे हजारों बच्चे एक साथ ऑनलाइन टेस्ट दे रहें होतें हैं और टेस्ट ख़तम होते ही स्टूडेंट्स को उनका परसेंटाइल पता चलता है जो उनके लिए काफी लाभप्रद होता है क्यूंकि जब हम एक कक्षा के 30 या 40 स्टूडेंट्स के बिच टेस्ट या एग्जाम देते हैं तो हमें बस हमारे कक्षा के अनुसार हमारी योग्यता पता होती है और हम उतने में ही सिमित रहते हैं लेकिन जब हम ऑनलाइन हजारो स्टूडेंट्स के साथ एग्जाम देते हैं तो हम हर बार और आगे बढ़ने के लिए और अच्छा करने का प्रयास करने लगते हैं और यह भविष्य में 10वी और 12वी के एग्जाम के बाद प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी तैयार करता है |
5. टेस्ट जेनेरेटर : माना की आपने ऑनलाइन किसी चैप्टर का टेस्ट दिया और इसी तरह आपने कुछ ऐसे चैप्टर्स की लिस्ट बना ली जिसमे आपने अच्छे अंक नही प्राप्त किये अब उन सभी चैप्टर्स को आप फिर से ऑडियो विजुअल तरीके से पढ़ कर और समझ कर उस सेलेक्टिव चैप्टर्स को टेस्ट जेनेरेटर की मदद से उनका टेस्ट ले कर देख सकते हैं | टेस्ट जेनेरेटर में टेस्ट ख़तम होते ही आपको आपके मार्क्स पता चल जाते हैं जिससे आपको पता चल जाता है की आपकी तैयारी उस सब्जेक्ट्स में कैसी है| टेस्ट जनरेटर में आप अपने मुताबिक चैप्टर्स सेलेक्ट कर टेस्ट दे सकते हैं और इसमें आप एक से अधिक चैप्टर्स भी चुन सकते हैं |
6. आस्क एंड आंसर : पढ़ते समय यदि आप किसी प्रश्न को हल करने में असमक्ष हो रहें हैं तो आप तुरंत उस प्रश्न को किसी भी आस्क एंड आंसर के पोर्टल पर इन्टरनेट की मदद से पूछ सकतें हैं | एक्सपर्ट्स की सलाह आपके उस टॉपिक या उस प्रश्न को समझने में काफी मददगर साबित हो सकती है | इसका यह फायदा है की अगर आप कुछ पढ़ रहें हैं जो आपको नही समझ आया तो आपको दुसरे दिन अपने शिक्षक से पूछने का इंतज़ार करने की आवश्यकता नहीं होती | उस समय ही प्रश्न का हल मिलने पर आप उस टॉपिक में बिना रुके आगे बढ़ सकते हैं |
निष्कर्ष- ऊपर बताई सभी बातें आपके पढ़ने के तरीके को एक नई दिशा के साथ नई मोड़ प्रदान कर रही है बस ज़रूरत है तो इन्टरनेट के लाभ को समझ कर उसे सही तरीके से अपने एग्जाम के तैयारी में अपने दिनचर्या में सही तरीके से शामिल करना |
शुभकामनायें !!
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