अकेडमिक कंसल्टेंट का पद केंद्र सरकार और राज्य सरकार के अधीन विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, मुक्त विश्वविद्यालयों, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, शैक्षणिक शोध संस्थानों, शिक्षा से जुड़े विभिन्न परिषदों (जैसे – राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद, तकनीकी शिक्षा परिषद), आदि में होता है. विभिन्न संगठनों में अकेडमिक कंसल्टेंट के पदों पर नियुक्ति अलग-अलग विषयों में होती है, जैसे – वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिकी, समाज कार्य, अर्थशास्त्र, हिंदी, इतिहास, प्राणि विज्ञान, योग, एलएलएम, गृह विज्ञान, गणित, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, लाइब्रेरी साइंस एवं सूचना विज्ञान, अंग्रेजी, भूगोल, ज्योतिष, संस्कृत, मनोविज्ञान, पर्य़ावरण विज्ञान, उर्दू, संगीत, आदि.
अकेडमिक कंसल्टेंट का पद ज्यादातर मामलों में संविदा आधारित (कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड) होता है और एक निश्चित अवधि के लिए नियुक्ति की जाती है. हालांकि, संगठन की आवश्यकतानुसार संविदा को वार्षिक या छह-छह महीने के लिए बढ़ाया जाता है. अकेडमिक कंसल्टेंट का कार्य होता है कि वह सम्बन्धित स्पेशियलाजेशन या विषय के अनुरूप शैक्षणिक कार्यों में छात्रों और फैकल्टी को सहयोग दे. शैक्षणिक शोध से जुड़े संस्थानों और शिक्षा परीषदों में अकेडमिक कंसल्टेंट की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है. इस संगठनों में अकेडमिक कंसल्टेंट को विभिन्न शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के विकास, अपडेशन, माडर्नाइजेशन और समीक्षा से जुड़े कार्य करने होते हैं.
अकेडमिक कंसल्टेंट के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
अकेडमिक कंसल्टेंट बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी विषय में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से सम्बद्ध विषय या स्पेशियलाइजेशन में पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री (एमए, एमएससी, एमटेक) उत्तीर्ण होना चाहिए. हालांकि, परिषदों में अकेडमिक कंसल्टेंट के पदों के लिए सम्बन्धित विषय या स्पेशियलाइजेशन में नेट/स्लेट या पीएचडी भी मांगी जाती है. किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में संबंधित कार्य में कार्य का अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को चयन में वरीयता दी जाती है.
अकेडमिक कंसल्टेंट के लिए कितनी है आयु सीमा?
अकेडमिक कंसल्टेंट के पदों पर सरकारी नौकरियों के लिए उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 37 वर्ष के बीच होनी चाहिए जबकि परिषदों में अकेडमिक कंसल्टेंट के पदों के लिए अधिकतम आयु सीमा 50 वर्ष या अधिक भी हो सकती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
अकेडमिक कंसल्टेंट के लिए चयन प्रक्रिया
संविदा के आधार पर नियुक्ति होने के कारण अकेडमिक कंसल्टेंट के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है. हालांकि कुछ संस्थान या संगठन उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग के लिए लिखित परीक्षा का भी आयोजन कर सकते हैं.
कितनी मिलती है अकेडमिक कंसल्टेंट को सैलरी?
अकेडमिक कंसल्टेंट का पद संविदा आधारित होने के कारण इस पद पर समेकित वेतन (कंसोलिडेटेड सैलरी) दिया जाता है जो अलग-अलग संगठन के लिए अलग-अलग होती है. अकेडमिक कंसल्टेंट के पद पर संविदा के आधार पर रु. 30000-40000/- प्रतिमाह सैलरी दी जाती है.
अकेडमिक कंसल्टेंट को कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
अकेडमिक कंसल्टेंट का पद केंद्र सरकार और राज्य सरकार के अधीन विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, मुक्त विश्वविद्यालयों, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, शैक्षणिक शोध संस्थानों, शिक्षा से जुड़े विभिन्न परिषदों (जैसे – राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद), आदि में होने के कारण इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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