Samagra Shiksha in Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में, समग्र शिक्षा के अंतर्गत कराए गए सर्वे "तलाश" के अनुसार केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में करीब 93 हजार ऐसे बच्चे हैं जो पढाई के लिए किसी भी स्कूल में नहीं जा रहे हैंI ये ऐसे बच्चे हैं जिन्होंने या तो बीच में ही स्कूल छोड़ दिया है या स्कूल में दाखिला ही नहीं हैंI ये सर्वे स्कूल से ड्राप आउट बच्चों की संख्या का पता लगाने के लिए करवाया गया थाI
तलाश सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू कश्मीर में 93 हजार 480 बच्चे ऐसे हैं जो स्कूल नहीं जा रहे हैं, इनमें से चालीस हजार के करीब बच्चों ने स्कूलों में एडमिशन ही नहीं लिया जबकि 45 हजार के करीब बच्चों ने पांचवी या छठी कक्षा के बाद स्कूल छोड़ दिया। जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में सबसे
अधिक बच्चों ने स्कूल छोड़ा है या ये अब स्कूल नहीं जा रहे हैं I
जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, कश्मीर के रामबन जिले में ऐसे 10492, जम्मू में 2345, राजौरी में 7443, कठुआ में 4685, ऊधमपुर में 7619, पुंछ में 5309, डोडा में 3885, रियासी में 6702, किश्तवाड़ में 6578, सांबा में 712, बारामुला में 6939, कुपवाड़ा में 3311, अनंतनाग में 4585, बड़गाम में 6922, पुलवामा में 715, कुलगाम में 4616, श्रीनगर में 2637, बांदीपुरा में 4100, शोपियां में 1613, और गांदरबल में 2272 बच्चे हैं।
समग्र शिक्षा के प्रोजेक्ट निदेशक दीप राज कनाथिया के अनुसार, मई में स्कूल जाने वाले बच्चों की सही संख्या जानने के लिए तलाश सर्वे शुरू किया गया था। इसमें उन बच्चों की पहचान की गई जिन बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया है या जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे है। करीब 93 हजार ऐसे बच्चे हैं जो स्कूल नहीं जा रहे हैं। इसमें 6 साल से 18 साल तक के बच्चे सम्मिलित हैं, तलाश सर्वे की कोशिश है कि, सभी बच्चों को स्कूल लाया जा सके।
उल्लेखनीय है कि, ये सर्वे जम्मू कश्मीर के सभी 20 जिलों में 23317 सर्वेक्षणकर्ताओं ने किया था, जिसके लिए उन्हें प्रशिक्षित भी किया गया था, और ये सर्वे तलाश एप के माध्यम से आयोजित हुआ था।
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