वस्तुतः शिक्षा हर समाज में प्रगति का मुख्य कारक होता हैं. शिक्षा प्राप्त कारन हर व्यक्ति का नासैर्गिक अधिकार है. लेकिन कुछ आर्थिक अवरोधों की वजह से कई छात्र चाहकर भी अपनी पढ़ाई अंत तक पूरी नहीं कर पाते. कुछ स्कूल तक की पढ़ाई पूरा करने के बाद नौकरी पेशा ढूंढने लगते हैं ताकि जिन्दगी की गाड़ी को किसी तरह आगे बढ़ाया जा सके. इनमें से कई छात्र ऐसे होते हैं जिन्हें उच्च अध्ययन करने का बड़ा शौक होता है लेकिन कुछ मज़बूरी वश नहीं कर पाते हैं. इसके अतिरिक्त हमारे देश के हजारों छात्रों का सपना होता है देश की राजधानी में स्थित केन्द्रीय विश्वविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने का. लेकिन बहुत कम छात्रों का यह सपना पूरा हो पाता है. इंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई नहीं कर पाने या फिर कम मार्क्स की वजह से इस विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं मिलता तो उतना दुःख नहीं होता. लेकिन जब अच्छे मार्क्स और इंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करने के बावजूद भी आर्थिक परेशानी की वजह से इस विश्वविद्यालय में पढ़ने की इच्छा पूरी नहीं होती तो यह पीड़ा जीवन के अंतिम क्षण तक मन के किसी कोने में कौंधती रहती है. अगर आप एक मेधावी छात्र हैं तथा आपकी दिली ख्वाइश है इस विश्वविद्यालय में अध्ययन करने की तो घबराइये नहीं. इस विश्वविद्यालय द्वारा दिए जाने वाले कुछ स्कॉलरशिप का वर्णन हम नीचे कर रहे हैं जिसके तहत फ़ीस में आर्थिक मदद के साथ साथ पाठ्य सामग्री भी मुहैया करायी जाती हैं.
दरअसल कॉलेज में पढ़ने का अनुभव ही अपने आप में एक अनूठा अनुभव होता है. छात्र जिस स्कूल में लगभग 10-12 साल तक पढ़ाई करते हैं अचानक उसे छोड़कर उन्हें कॉलेज में एक बिलकुल नयी जगह पर आकर सब कुछ सीखना होता है. यह घटना प्रत्येक छात्र के जीवन में घटती है. सब कुछ नया होने की वजह से लगभग सभी छात्रों को परेशानियों का अनुभव तो करना ही पड़ता है. लेकिन वैसे छात्र जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं उन्हें कुछ ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है. उनके लिए कॉलेज की फीस, किताबें और ट्यूशन की फीस चुकाना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे ही छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुत सारे विश्वविद्यालयों में स्कॉलरशिप की सुविधा उपलब्ध है. ऐसे विश्वविद्यालयों की श्रेणी में दिल्ली विश्वविद्यालय एक अग्रणी विश्वविद्यालय है.
इस विश्वविद्यालय में स्कॉलरशिप की यह प्रथा कई सालों से चली आ रही है. इसके अंतर्गत ऐसे छात्रों की मदद की जाती है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं. आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय की तरफ से छात्रवृत्ति और किताबें भी फ्री में दी जाती हैं. इन सभी खर्चों का वहन कुछ खास पुस्तक अनुदान अकाउंटों से आए ब्याज के जरिये किया जाता है. इन पुस्तकों की कीमत 50 रुपये से लेकर 150 रुपये तक होती है.
वीकेआरवी रॉव एंडॉवमेंट पुस्तक अनुदान में हर एक साल के लिए 100 रुपये प्रति महीने की दर से पुस्तकों के लिए अनुदान दिया जाता है. साथ ही इस स्कॉलरशिप को छात्र के पढ़ाई में प्रदर्शन के हिसाब से आगे भी बढ़ा दिया जाता है.
विजय कुमार मेमोरियल चड्ढा पुस्तक अनुदान के तहत भी छात्रों को निशुल्क पुस्तकें दी जाती हैं. यह अनुदान एलएलबी के पहले साल के छात्रों को दो साल तक दिया जाता है. इसकी राशि भी 100 रुपये प्रति माह होती है.
इसके अतिरिक्त ऐसे कई अनुदान तथा स्कॉलरशिप शिप हैं जिनसे छात्र अपनी प्रतिभा के आधार पर लाभ उठा सकते हैं. इन सभी स्कॉलरशिप की विस्तृत जानकारी आपको दिल्ली विश्वविद्यालय के आधिकारिक वेबसाइट पर मिल जाएगी. फिर भी आपकी सुविधा के लिए कुछ अनुदान की सूची नीचे प्रदान की जा रही है.
- सरदार करतार सिंह ग्रोवर मेमोरियल बुक ग्रांट
- गंगा संत पुस्तक अनुदान
- पूरणचंद खत्री पुस्तक अनुदान
- श्री प्रेम प्रकाश अवॉर्ड
- श्रीमती केसरा बाली लूथरा पुस्तक अनुदान
- डीडी कपूर पुस्तक अनुदान श्री बालक राम पुस्तक अनुदान
- सतीश बत्रा मेमोरियल पुस्तक अनुदान
- दिल्ली यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज कर्मचारी यूनियन बुक ग्रांट
- डॉ एसएल होरा और श्रीमती वी होरा पुस्तक अनुदान
- प्रोफेसर जेसी लूथरा और श्रीमती केसर बाई लूथरा छात्रवृत्ति
- पंडित मनमोहन नाथ धर पुस्तक अनुदान
- दिल्ली यूनिवर्सिटी वुमन असोसिएशन पुस्तक अनुदान
इन स्कॉलरशिप तथा अनुदान के अतिरिक्त दिल्ली सरकार ने मैरिट कम मीन्स स्कॉलरशिप के नाम से फीस माफी योजना शुरू की है. दिल्ली सरकार की इस योजना का लाभ करीब 20-25 हजार छात्रों को प्राप्त होगा. दिल्ली सरकार के छह शिक्षण संस्थानो में दाखिला लेने वाले छात्र ही इस योजना का लाभ उठा सकेंगे. इसमें गुरगोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय, इंद्रप्रस्थ सूचना प्रोद्यौगिकी संस्थान, अंबेडकर विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी महिला तकनीकी विश्वविद्यालय और दिल्ली फार्मा विज्ञान एवं शोध विश्वविद्यालय शामिल हैं. इस स्कॉलरशिप के अंतर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के कार्डधारक परिवारों के छात्रों को फीस में 100 प्रतिशत की छूट मिलेगी. वहीं प्रतिवर्ष 2.5 लाख रुपये आय वाले परिवार के छात्रों की इस योजना के तहत 50 प्रतिशत, 2.5 लाख रुपये से 6 लाख रुपये तक की आय वाले परिवारों के छात्रों की 25 प्रतिशत फीस माफ किये जाएंगे. इस योजना का लाभ लेने वाले सामान्य वर्ग के छात्रों के लिये 60 प्रतिशत और अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के छात्रों को 55 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है. शुरूआती दौर में यह योजना स्नातक स्तर पर ही लागू की गयी है बाद में इसे अन्य पाठयक्रमों में भी शामिल किया जायेगा.
अतः यदि आप एक मेधावी छात्र हैं तथा दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्ययन की इच्छा रखते हैं तो अपनी प्रतिभा और योग्यता के आधार पर इन स्कॉलरशिप का लाभ उठाते हुए उच्च अध्ययन के अपने सपने को साकार करें.
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