आमतौर पर स्टूडेंट्स अपनी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन्स को अपने करियर गोल्स के साथ जोड़कर देखते हैं और ऐसे में उनके बचपन के शौक या अन्य टैलेंट जैसेकि, राइटिंग स्किल्स, स्पोर्ट्स क्वालिटीज़, डांस, आर्ट या सिंगिंग की तरफ पैशन अक्सर बैकसीट पर चले जाते हैं अर्थात अपने भीतर के टैलेंट को निखारने और शौक को पूरा करने के लिए हायर एजुकेशन हासिल कर रहे स्टूडेंट्स को अक्सर समय ही नहीं मिल पाता है. एक डॉक्टर, वकील, इंजीनियर या टॉप क्लास मेनेजर बनने की आपाधापी में मनुष्य के भीतर का कलाकार, खिलाड़ी, लेखक, सिंगर या डांसर कभी सामने नहीं आ पाता है.
लेकिन आज इस आर्टिकल में आपके लिए कुछ ऐसे IIM ग्रेजुएट्स की जानकारी पेश है जिन्होंने अपने शौक, टैलेंट या पैशन को ही अपना करियर बना लिया और इस तरह, हमारे समाज, देश और दुनिया को मिले अच्छे लेखक, खिलाड़ी, पब्लिक स्पीकर, डांसर, ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट और फिल्म मेकर. आइये आगे पढ़ते हैं:
अपने पैशन को करियर बनाने के कारण और लाभ
हमारे देश सहित पूरी दुनिया में ज्यादातर लोग अपनी वर्तमान जॉब से खुश नहीं होते हैं. बहुत बार तो वे यह भी नहीं जानते कि उनका पैशन क्या है? अगर वे अपने पैशन की दिशा में कार्य करें तो उन्हें शायद दोगुनी सफलता मिलेगी. लेकिन हमारे बीच कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो अपने पैशन को ही अपना करियर बना लेते हैं और उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए मानसिक संतुष्टि प्राप्त करते हैं. अधिकतर लोग अक्सर चुनौतियों का सामना न कर सकने के कारण अनचाही जॉब से चिपके रहने को विवश होते हैं. जो काम हमें अच्छा नहीं लगता उसे करने की विवशता का मुख्य कारण अपने करियर की सही दिशा निर्धारित करने और उस दिशा में निरंतर आगे बढ़ने की कोशिश की कमी ही है. कुछ मामलों में लोग विफलता के डर के कारण भी जीवन में कोई बड़ा जोखिम लेने के बारे में सोचते तक नहीं हैं.
“फाइंडिंग योर पैशन: द इजी गाइड टू योर ड्रीम करियर“ नामक किताब में मर्सी मॉरिसन ने बताया है कि व्यक्ति को अपने जुनून और ताकत की पहचान कर उसके मुताबिक ही अपने करियर की दिशा निर्धारित करनी चाहिए. वह यह बताती हैं कि कैसे एक व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत योजना बनाकर अपनी क्षमताओं को और अधिक विकसित कर सकता है?. व्यक्तिगत विकास और उपलब्धि की भावना स्थापित करने के लिए, यह आवश्यक है कि आप अपनी ज़िंदगी को अपनी रुचि और जुनून से मेल खाने वाले कुछ कार्यों को करने में व्यतीत करें. इससे आपके प्रयास में ऑटोमेटिकली गुणात्मक वृद्धि होगी और आपको अपने आप ही सफलता मिलने लगेगी. इस फैक्ट को अच्छी तरह समझने के लिए इस आर्टिकल को अब आगे पढ़ना भी जरुरी है क्योंकि:
इस लेख में हमने उन टॉप 10 IIM ग्रेजुएट्स की लिस्ट प्रस्तुत की है, जिन्होंने रोजी-रोटी कमाने के साधन के रूप में अपने पैशन को ही चुना. वर्तमान में वे हमारे देश का एक जाना-पहचाना चेहरा हैं और अपनी असाधारण प्रतिभा के कारण आकर्षक क्षेत्रों में पुरस्कार और प्रशंसा अर्जित कर रहे हैं.
ये हैं ऐसे IIM ग्रेजुएट्स जिन्होंने अपने पैशन को ही अपना करियर बना लिया है
- हर्ष भोगले(IIM-A)
पेशा : भारतीय क्रिकेट कमेंटेटर और जर्नलिस्ट
जन्म : 19 जुलाई 1961
भोगले ने APCA के लिए क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में अपना करियर शुरू किया और छोटे स्तर के क्रिकेट खेले हैं. 1992 क्रिकेट विश्व कप से पहले भारत की क्रिकेट श्रृंखला के दौरान ऑस्ट्रेलियाई प्रसारण निगम द्वारा आमंत्रित किया जाने वाले वे पहले भारतीय कमेंटेटर हैं. हर्ष ने IIM-A से अपनी मास्टर डिग्री ली और बाद में उसी इंस्टीट्यूट में अध्ययनरत अपनी सहपाठी से शादी कर ली. वह और उनकी पत्नी अनीता भोगले ने खेल जगत से जुड़े अपने अनुभव और ज्ञान के आधार पर “द विनिंग वे” नामक एक पुस्तक भी लिखी है.
- चेतन भगत(IIM-A)
पेशा : भारतीय लेखक, स्तंभकार (कॉलम्निस्ट), मोटिवेशनल स्पीकर
जन्म : 22 अप्रैल 1974
फाइव प्वाइंट समवन (2004), वन नाइट @ द कॉल सेंटर (2005), द 3 मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ (2008), 2 स्टेट्स (2009), रिवोल्यूशन 2020(2011), वट यंग इंडिया वांट्स (2012), स्पीचिस एंड कॉलम्स, हाफ गर्लफ्रेंड (2014) जैसी बेस्ट सेलिंग किताबों के लेखक चेतन भगत ने अपनी लेखन शैली से हजारों पाठकों का दिल जीत लिया है. उन्होंने लगभग एक दशक पहले हांगकांग कार्यालय के गोल्डमैन सैक्स में एक इन्वेस्टमेंट बैंकर के रूप में अपना करियर शुरू किया था. चेतन के बारे में एक दिलचस्प तथ्य यह है कि हर्ष भोगले की तरह ही उन्होंने भी IIM से अपनी मास्टर डिग्री पूरी की और वहीं अपनी सहपाठी से शादी भी की. आप चेतन भगत के बारे में और अधिक जानकारी के लिए उनकी ऑफिशियल वेबसाईट पर विजिट करके पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
- अरविन्दसुब्रमण्यम (IIM-A)
पेशा : मुख्य आर्थिक सलाहकार, भारत सरकार
जन्म : 7 जून 1959, चेन्नई, भारत
ये एक भारतीय अर्थशास्त्री और वर्तमान में भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार हैं. ये अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसंधान विभाग में सहायक निदेशक भी रह चुके हैं. सुब्रमण्यम ने ग्रोथ, ट्रेड, डेवेलपमेंट, इंस्टीट्यूशन, ऐड, ऑयल, भारत, अफ्रीका और विश्व व्यापार संगठन (WTO) जैसे टॉपिक्स पर कई निबंध और आर्टिकल लिखें हैं.
- रघुराम राजन(IIM-A)
पेशा : पूर्व RBI गवर्नर
जन्म : 3 फरवरी 1963, भोपाल, मध्य प्रदेश
ये भारतीय रिजर्व बैंक के 23वें गवर्नर रहे और वर्तमान में बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के वाइस चेयरमैन हैं. वर्ष 2003 से 2007 तक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में वे सबसे कम उम्र के मुख्य अर्थशास्त्री थे. वर्ष 1987 में उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा की डिग्री गोल्ड मेडल के साथ प्राप्त की. वर्ष 2014 में उन्हें लंदन स्थित फाइनेंशियल जर्नल सेंट्रल बैंकिंग द्वारा गवर्नर ऑफ द इयर अवॉर्ड 2014 से सम्मानित किया गया.
- अमिश त्रिपाठी(IIM-C)
पेशा : नॉवेलिस्ट और शिवा ट्राइलॉजी के लेखक
जन्म : 18 अक्टूबर 1974, मुंबई, भारत
इन्होंने भारत के युवाओं के बीच अपने उपन्यासों के लिए बहुत लोकप्रियता हासिल की. इम्मोर्टल्स ऑफ मेलुहा, द सीक्रेट ऑफ दी नागाज, द ओथ ऑफ द वायुपुत्र, सियोन ऑफ इक्ष्वाकू इनकी सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकें हैं. शिवा ट्राइलॉजी भारतीय प्रकाशन इतिहास में सबसे कम समय में सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकों में से एक है. सियोन ऑफ इक्ष्वाकू 2015 की सबसे तेज़ी से बिकने वाली किताब थी. फोर्ब्स इंडिया ने भारत की टॉप 100 हस्तियों में अमिश त्रिपाठी को लगातार चार बार( 2012, 2013, 2014 और 2015) शामिल किया है. लेखक बनने से पहले अमिश ने फाइनेंशियल सर्विस इंडस्ट्री में लगभग 14 वर्षों तक स्टैण्डर्ड चार्टर्ड, DSB बैंक और IDBI फेडरल लाइफ इंश्योरेंस जैसी कंपनियों में काम किया.
- शिखा शर्मा(IIM-A)
पेशा : एक्सिस बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ
जन्म : 19 नवम्बर 1958,
उन्होंने 1980 में इंडस्ट्रियल क्रेडिट और इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन (ICICI) में नौकरी के साथ अपना करियर शुरू किया. 1992 में उन्होंने ICICI सिक्योरिटीज की स्थापना की जो ICICI और जेपी मॉर्गन का एक जॉइंट वेंचर है. वर्तमान में वह एक्सिस बैंक लिमिटेड की वह मुख्य कार्यकारी अधिकारी और 1 जून, 2009 से एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड की अध्यक्ष और एसोसियेट डायरेक्टर हैं. शिखा शर्मा उन दो महिला उद्यमियों में से एक है जो एक निजी बैंक में किसी उच्च पद पर हैं. वर्ष 2010 में फोर्ब्स पत्रिका द्वारा उन्हें 'दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं' की लिस्ट में 89 वां स्थान दिया गया था.
- रश्मि बंसल(IIM-A)
पेशा : नॉन फिक्शन राइटर और पब्लिक स्पीकर
जन्म : 8 मार्च 1985
रश्मि एक प्रसिद्ध लेखिका हैं जिन्होंने स्टे हंग्री और स्टे फुलिश, कनेक्ट द डॉट्स, आई हैव ड्रीम और पूअर लिटिल रिच स्लम आदि सुप्रसिद्ध किताबें लिखी हैं.
वह कल्ट यूथ मैगजीन की सह-संस्थापक भी हैं. रश्मि इंटरनेशनल यूथ रिसर्च एजेंसियों जैसे फ्यूचर्स कंपनी (WPP, लंदन का एक प्रभाग) और फ्लेमिंगो रिसर्च (सिंगापुर) के लिए कंसल्टेंसी का कार्य भी करती हैं. रश्मि भारतीय समाचार पोर्टल 'Rediff.com' पर एक कॉलम्निस्ट हैं. IIM की डिग्री के साथ साथ उन्होंने अपने करियर में सफलता की ऊंचाईयां हासिल की हैं.
- मल्लिका साराभाई(IIM-A)
पेशा : डांसर (कुचिपुड़ी और भरतनाट्यम) और पॉलिटिशियन
जन्म : 9 मई 1954
अहमदाबाद, गुजरात की रहने वाली मल्लिका साराभाई एक भारतीय क्लासिकल डांसर हैं. उन्होंने 15 वर्ष की उम्र में समानांतर सिनेमा में अपना करियर शुरू किया. वह अहमदाबाद में स्थित दर्पण एकेडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स को भी मैनेज करती हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने गांधीनगर लोकसभा सीट के लिए एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भारतीय जनता पार्टी के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करके राजनीति में भी नाम कमाया है. इनके विषय में अधिक जानकारी के लिए इनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करें.
- सलिल शेट्ठी(IIM-A)
पेशा : सेक्रेटरी जनरल, एमनेस्टी इंटरनेशनल
जन्म : 3 फरवरी 1961, बंगलुरु, भारत
ये वर्ष 2010 से मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल के महासचिव हैं. इन्होंने भारतीय IT कंपनी विप्रो के साथ अपना करियर शुरू किया और 1998 से 2003 तक एक्शनएड के मुख्य कार्यकारी के रूप में भी कार्य किया. इसके अलावा, उन्हें 2003 से 2010 तक संयुक्त राष्ट्र मिलेनियम अभियान को भी निर्देशित करने की ज़िम्मेदारी उठाई. इन्होंने यह साबित कर दिया कि IIM से मैनेजमेंट की डिग्री सिर्फ बिजनेस के लिए ही काफी नहीं है बल्कि इसका प्रयोग सामजिक उत्थान के लिए भी किया जा सकता है.
- नीला मदहब पांडा (IIM-B)
पेशा : फिल्ममेकर
जन्म : 18 अक्टूबर 1973
ये एक अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त फिल्म निर्माता और निदेशक हैं. ये “मैं कलाम हूँ” के सुप्रसिद्ध निदेशक हैं. इन्होंने IIM अहमदाबाद में इंटरप्रेन्योरशिप का अध्ययन किया. इन्होंने एलीनोरा इमेजेज और अंतर्राष्ट्रीय स्क्रीन राइटर्स की प्रयोगशाला की स्थापना की जो भारतीय फिल्म उद्योग के लिए पाथ ब्रेकिंग साबित हुआ. इन्हें भारतीय सिनेमा में चिल्ड्रन मूवमेंट का जनक भी माना जाता है. उन्हें 2015 में “भारत गौरव” पुरस्कार से सम्मानित किया गया. MBA उम्मीदवार के रूप में आपको इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए क्योंकि इन्होंने अपने जीवनकाल में ऐसी उपलब्धि हासिल की है जिसे कई फिल्मों को निर्देशित करने के बाद भी कई अन्य निदेशक हासिल नहीं कर पाते हैं.
हम आशा करते हैं कि इन 10 प्रसिद्ध पर्सनैलिटीज़ के विषय में जानकर आपको भी अवश्य ही अपने पैशन को करियर के रूप में अपनाने की प्रेरणा मिलेगी. अपने जुनून के साथ अपनी ताकत को जोड़कर उत्कृष्टता प्राप्त करने की दिशा में ये IIM ग्रेजुएट प्रोफेशनल्स एक आदर्श उदाहरण हैं. किसी IIM से गेजुएट होने के बावजूद आप अपना भविष्य उस क्षेत्र में भी बना सकते हैं जिसमें आपकी रूचि हो.
हम आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं.
MBA से संबंधित अधिक जानकारी और लेटेस्ट अपडेट्स पाने के लिए आप www.jagranjosh.com के MBA सेक्शन पर रेगुलरली विजिट करते रहें.
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