देश की सबसे प्रतिष्ठित सरकारी सेवा सिविल सर्विसेज का प्रिलिम्स एग्जाम कैंडीडेट के धैर्य व दृढता की वास्तव में परीक्षा लेता है। चूंकि इस एग्जाम के द्वारा देश के सबसे हाई प्रोफाइल एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसरों का चुनाव किया जाता है, इसलिए इस एग्जाम में कैंडीडेट की तुरत-फुरत निर्णय लेने की क्षमता, इंटर पर्सनल स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल और तार्किक क्षमता का परीक्षण किया जाता है। इस बार की परीक्षा में पहली बार एप्टीट्यूड टेस्ट की शुरुआत की जा रही है जिससे छात्रों के बीच कंपटीशन का स्तर निश्चित रूप से बढेगा, क्योंकि अब वैकल्पिक विषय न होने से सभी के लिए लेवल प्लेइंग फील्ड होगी।
क्या है प्रश्नों का क्राइटेरिया
पहली बार सिविल सेवा में एप्टीट्यूड टेस्ट हो रहा है इसलिए इस परीक्षा में कैंडीडेट की नॉलेज, कम्प्रीहेंशन और एनालिटिकल स्किल्स का परीक्षण होगा। अभी तक कैट, जीमैट और एमबीए एग्जामिनेशन में ही एप्टीट्यूड टेस्ट होता था। एप्टीट्यूड टेस्ट में स्पीड और एक्यूरेसी दोनों का ही महत्व है। अक्सर एप्टीट्यूड टेस्ट के अंतर्गत दो तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं- स्पीड टेस्ट और पॉवर टेस्ट। स्पीड टेस्ट में प्रश्न सीधे-साधे होते हैं और इसका मकसद उम्मीदवार की स्पीड व एक्यूरेसी दोनों का परीक्षण करना होता है, यहां निश्चित समय के भीतर आपको प्रश्नों को हल करना होता है। तो दूसरी ओर पॉवर टेस्ट में प्रश्नों की संख्या कम होती है, लेकिन उनका स्तर काफी ऊंचा होता है।
पेपर - 1
जैकपॉट है जनरल स्टडीज (जीएस)
सामान्य अध्ययन के इतिहास खंड में स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित प्रश्नों को गहराई से पढने की जरूरत है।
आधुनिक भारत के प्रमुख व्यक्ति व उनकी उपलब्धियां, प्रशासनिक, आर्थिक विकास की अवधारणाओं को समझना भी जरूरी है।
भूगोल मानचित्रों से जुडे प्रश्नों को ज्यादा से ज्यादा हल करें। एटलस देखने को अपनी आदत बनाएं। इसमें सौरमंडल, अक्षांश, देशांतरों, पर्वतों, पठारों, अभ्यारण्यों, पर्यावरणीय पारिस्थितिकी आदि प्रश्नों का अध्ययन फायदेमंद होगा।
भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीतियों व अधिकारों से जुडे प्रश्नों को अधिक वरीयता दें। इसकी तैयारी के लिए पंचवर्षीय योजनाओं में उठाए गए कदम, कमेटियां, सार्वजनिक क्षेत्रों में विनिवेश की नीति, वैश्विक आर्थिक नीति, उदारीकरण, नवीन आर्थिक सर्वेक्षण आदि का अध्ययन करें।
सांइस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र की बढी प्रासंगिकता के बीच आपके लिए बेहतर होगा, आप साइंस एंड टेक की तैयारी पर ज्यादा ध्यान दें।
इस समय अधिक पुस्तकें पढने से बचें और नोट्स के माध्यम से रिविजन को वरीयता दें।
इतिहास में महत्वपूर्ण तिथियों और घटनाओं को अधिक वरीयता दें।
करेंट अफेयर्स की तैयारी के लिए एक डेली न्यूजपेपर व मंथली मैग्जीन पढना और न्यूज सुनना फायदेमंद होगा।
पेपर -2
सिलेबस की राह, आसान करती मंजिल
एप्टीट्यूड टेस्ट के अंतर्गत अनेक तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। बेहतर होगा कि आप इस समय आयोग द्वारा जारी सिलेबस को ही तैयारी का मापदंड मानें। आप इस समय अंग्रेजी की रीडिंग, राइटिंग क्षमता को बढाने का अभ्यास कर सकते हैं। सामान्यत: वोकेबलरी एप्टीट्यूड टेस्ट के द्वारा आपकी अंगे्रजी भाषा के ज्ञान की परीक्षा ली जाती है। इसके लिए आवश्यक है कि आपका अंग्रेजी ग्रामर का ज्ञान व वोकेबलरी काफी मजबूत हो। इसकी तैयारी के लिए अंग्रेजी ग्रामर पढने के साथ ही अखबार का नियमित अध्ययन फायदेमंद हो सकता है। मैथमैटिकल ऐप्टीट्यूड टेस्ट में अच्छा स्कोर करने के लिए आपकी अलजेब्रा, ज्यामितीय, स्टैटिस्टिक्स पर अच्छी पकड जरूरी है। इसके साथ ही वर्ड प्रॉब्लम और ग्राफिकल रिप्रेजेंटेशन से संबंधित प्रश्नों का अभ्यास भी परीक्षा के लिहाज से उपयुक्त हो सकता है। चार्ट व ग्राफ के अंतर्गत संबधित चीजों का इंटरप्रेटेशन करना अहम होता है। स्टैटिस्टिक्स में बार ग्राफ, पाई चार्ट से ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं। आप इस समय इन सेक्शंस पर अधिक फोकस कर सकते हैं। इसी तरह अल्जेब्रा में सीरीज, प्रोबेबिलिटी पर फोकस करें, तो बेहतर होगा। इस खंड में तर्क संगत विवेचना और विश्लेषणात्मक व मानसिक योग्यता को अलग-अलग कर दिया गया है। इसमें वेन आरेख, अक्षर ज्ञान, दिशा, रिश्ते, कथन, समय ज्ञान, विश्लेषण, वर्बल, नॉन वर्बल आदि प्रश्न शामिल होते हैं। इस तरह के प्रश्नों का अभ्यास करने के लिए काफी संख्या में बैंक और रेलवे की तैयारी से संबंधित पुस्तकें बाजार में मौजूद हैं। आप इससे तैयारी को अंतिम रूप दे सकते हैं।
अहम हैं टिट बिट्स
यदि आप किसी प्रश्न पर अनुमान लगा रहे हैं, तो पहले गलत समझ में आने वाले विकल्पों को हटा लीजिए, तत्पश्चात बचे हुए विकल्पों में से चयन करें। इस प्रक्रिया द्वारा आप कम समय में आसानी से अपने विकल्प को चुन सकते हैं।
घर पर प्रैक्टिस करते समय सभी सेक्शन के लिए अपना समय विभाजित कर लें, मगर अपना ध्यान केवल घडी पर ही न टिकाए रखें।
समय बचाने के सबसे सही तरीका है कि तैयारी के दौरान ही बहुविकल्पीय प्रश्नों को कम से कम समय में निपटाने की कोशिश करें।
परीक्षा हॉल में अपनी सुविधा के अनुसार कठिन व सरल प्रश्नों को हल करें। कठिन प्रश्न को हल करने के लिए अधिक समय न लगाकर आगे बढें और बचे हुए समय में उन पर ध्यान दें।
गद्यांश को समझकर इससे जुडे प्रश्नों को हल करना ही इस खंड से पार पाने का सही तरीका है।
वर्तमान घटनाक्रम और विमर्शों के बारे में अच्छी जानकारी इसमें सफलता का मार्ग खोलती है।
अपना पूरा ध्यान प्रश्न-पत्र के हर वर्ग को हल करने पर दें।
यदि किसी सेक्शन को पूरा करने में आपको अधिक समय लगता है, तो भी प्रश्न-पत्र को छोडने के बजाय उसको पूरा करने का प्रयास कीजिए।
इस परीक्षा में अच्छे अंक लाने का सबसे बेहतर तरीका है कि अपने समय को संयोजित करके अपनी गति पर ध्यान दें।
वस्तुनिष्ठ परीक्षा की तैयारी का मूलमंत्र है लगातार प्रैक्टिस करना। इसमें सफल होने के लिए कैंडिडेट को निरंतर प्रैक्टिस टेस्ट के माध्यम से अपनी क्षमताओं का आकलन करते रहना चाहिए।
आप मैथ्स और ग्रामर के मूलभूत सिद्घांतों का गहराई से अध्ययन करें। इसमें रटने की बजाय किसी विषय के मूलभूत सिद्घांतों की जानकारी और उसका अप्रोच काफी मायने रखता है।
जेआरसी टीम
सीसैट रीइंवेंटिंग सिविल सर्विसेज
देश की सबसे प्रतिष्ठित सरकारी सेवा सिविल सर्विसेज का प्रिलिम्स एग्जाम कैंडीडेट के धैर्य व दृढता की वास्तव में परीक्षा लेता है
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