केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली में स्वास्थ्य, कृषि और स्थायी शहरों पर केंद्रित तीन AI उत्कृष्टता केंद्रों (CoE) का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ये केंद्र वैश्विक सार्वजनिक कल्याण में विशेष योगदान देंगे और अंतर्राष्ट्रीय AI प्लेटफ़ॉर्म पर भारत की स्थिति को मजबूत करेंगे.
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि , ये CoE न केवल वैश्विक सार्वजनिक नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, बल्कि विश्वभर में समाधान प्रदाता के रूप में काम करेंगे. ये केंद्र भारत में स्टार्टअप इको सिस्टम को भी बढ़ावा देंगे, जिससे रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे.
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इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च पर जोर:
मंत्री ने इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च के महत्व पर भी जोर दिया, ताकि संसाधनों के बीच सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके. उन्होंने एजुकेशन इंस्टिट्यूट में प्रतिस्पर्धात्मक-आधारित चुनौती विधियों की प्रभावशीलता का भी उल्लेख किया, जिससे सामान्य मुद्दों को सुलझाने में प्रगति हुई है.
नेक्स्ट जनरेशन के विकास पर जोर:
श्री प्रधान ने देश की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि वे अगले 10 से 20 वर्षों में राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें. ये AI सेंटर विभिन्न पहलों को सशक्त करेंगे और नई कंपनियों की नींव रखेंगे साथ ही नए अवसर प्रदान करेंगे.
कौन करेगा सेंटर को ऑपरेट:
इन सभी AI सेंटर का संचालन प्रमुख शैक्षणिक संस्थान करेंगे जो प्रमुख इंडस्ट्री और स्टार्टअप्स के साथ मिलकर इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च पर काम करेंगे. साथ ही नए नामित क्षेत्रों में स्केलेबल समाधान उपलब्ध करायेंगे. इस पहल का मुख्य उद्देश्य AI इको सिस्टम को मजबूत करना है.
"मेक AI इन इंडिया" की दिशा में बड़ा कदम
इन केंद्रों की स्थापना 2023-24 के बजट घोषणा का हिस्सा है, जो "मेक AI इन इंडिया और मेक AI फॉर इंडिया" पहल को आकार देने के लिए प्रतिबद्ध है. इन केन्द्रों की मदद से भारत की AI क्षमता का विकास किया जायेगा और "विकसित भारत" के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण सहयोग देगा.
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