केंद्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में दुनिया की पहली इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल कार को लॉन्च किया. अभी इस कार के प्रोटोटाइप को लॉन्च किया गया है.
यह कार लेटेस्ट इमिशन स्टैंडर्ड BS-6 टेक्नोलॉजी पर आधारित है. इसे टोयोटा मोटर्स इंडिया (Toyota Motors India) ने लांच किया है. यह कार पेट्रोल और डीजल की तुलना में 20% कम हाइड्रोकार्बन और कार्बन मोनोऑक्साइड का इमिशन करती है जिस कारण प्रदुषण भी कम होगा.
𝐖𝐨𝐫𝐥𝐝'𝐬 𝟏𝐬𝐭 𝐏𝐫𝐨𝐭𝐨𝐭𝐲𝐩𝐞 𝐨𝐟 𝐁𝐒-𝟔 (𝐒𝐭𝐚𝐠𝐞 𝐈𝐈) ‘𝐄𝐥𝐞𝐜𝐭𝐫𝐢𝐟𝐢𝐞𝐝 𝐅𝐥𝐞𝐱 𝐅𝐮𝐞𝐥 𝐕𝐞𝐡𝐢𝐜𝐥𝐞’ 𝐝𝐞𝐯𝐞𝐥𝐨𝐩𝐞𝐝 𝐛𝐲 𝐓𝐨𝐲𝐨𝐭𝐚 𝐊𝐢𝐫𝐥𝐨𝐬𝐤𝐚𝐫 𝐌𝐨𝐭𝐨𝐫. #ElectrifiedFlexFuelVehicle #FlexFuelVehicle #UrjadataKisan@Toyota_India pic.twitter.com/8hoYkbrANx
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 29, 2023
क्या है फ्लेक्स फ्यूल कार की खासियत:
यह दुनिया की पहली कार है, जो पूरी तरह से एथेनॉल से चलेगी. टोयोटा इनोवा हाइब्रिड कार को E100 ग्रेड दिया गया है, जो पूरी तरह से वैकल्पिक ईंधन से चलने में सक्षम है.
इस कार में सेल्फ-चार्जिंग लीथियम-आयन बैटरी पैक इंस्टाल किया गया है जो कार को इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मोड पर स्टार्ट करने में मदद करने के लिए पर्याप्त पॉवर जेनरेट करेगा.
इस हाईक्रॉस हाइब्रिड कार में 2.0 लीटर 4-सिलेंडर वाला पेट्रोल इंजन भी लगा है यह इंजन 181 HP का पॉवर जेनरेट करने में सक्षम है.
इस मॉडल का नया इंजन, पहले की इनोवा हाईक्रॉस के फ्लेक्स-फ्यूल एडिशन के हाइब्रिड वर्जन से थोड़ा अलग है. इसके इंजन को E100 ग्रेड एथेनॉल पर चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
23.24 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज:
इस कार के लांच के अवसर पर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस टेक्नोलॉजी के मदद से पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम होगी, साथ ही देश में पेट्रोल-डीजल का इंपोर्ट भी कम होगा. कथित तौर पर यह भी कहा जा रहा है कि इसके इंजन को E-CVT ट्रांसमिशन से लिंक किया गया है, जिसके कारण गाड़ी 23.24 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज दे सकती है.
इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल के लाभ:
इसकी मदद से क्लीन एनर्जी के सपने को साकार किया जा सकता है. सरकार ने पहले ही 20% एथेनॉल के मिश्रण के साथ पेट्रोल को बाजार में उतारा है जो क्लीन एनर्जी विकल्प की शुरुआत है.
इसकी मदद से कच्चे तेल के महंगे आयात को कम करने में मदद मिलेगी. साथ ही वैकल्पिक ईंधन को भी बढ़ावा मिलेगा, कार्बन फुटप्रिंट भी कम होगा जो हमारे वातावरण को स्वस्छ रखने में भी मदद करेगा.
15 रुपये प्रति लीटर आयेगा खर्च:
केंद्रीय मंत्री गडकरी के अनुसार, पूरी तरह से एथेनॉल से चलने वाली कार से 40% बिजली भी पैदा होगी. ऐसे में यह हमें पेट्रोल की तुलना में 15 रुपये प्रति लीटर ही पड़ेगा. उन्होंने आगे बताया कि एथेनॉल 60 रुपये की दर पर है जबकि पेट्रोल 120 रुपये प्रति लीटर है.
सपना हुआ साकार!#ElectrifiedFlexFuelVehicle #FlexFuelVehicle #UrjadataKisan pic.twitter.com/9LKOB0L0lF
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